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Thursday 5 August 2021 03:20:17 PM
पोर्ट ब्लेयर। भारत और पाकिस्तान के बीच वर्ष 1971 के युद्ध में भारत की जीत की 50वीं वर्षगांठ समारोह के क्रम में अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह के पोर्ट ब्लेयर स्थित सेलुलर जेल में स्वर्णिम विजय वर्ष विजय ज्योति लाई गई। सेना की अंडमान एवं निकोबार कमान ने सेलुलर जेल में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए। इन कार्यक्रमों में संयुक्त सेनाओं के दस्ते की बैंड डिस्प्ले, एक प्रकाश एवं ध्वनि शो और 1971 युद्ध पर आधारित एक लघु फिल्म शामिल हैं। आर्मी कंपोनेंट कमांडर ब्रिगेडियर राजीव नागयाल कार्यक्रम में मुख्य अतिथि थे।
आर्मी कंपोनेंट कमांडर ने मातृभूमि के विभिन्न हिस्सों से मिट्टी संग्रह की राष्ट्रीय पहल के हिस्से के रूपमें सेलुलर जेल से मिट्टी का संग्रह किया। ज्ञातव्य है कि भारत के स्वतंत्रता आंदोलन के एक प्रतीक के रूपमें सेलुलर जेल का गौरवपूर्ण स्थान है। इसे काला पानी के रूपमें भी जाना जाता है, जेल का इस्तेमाल राजनीतिक कैदियों को दूरस्थ द्वीपसमूह में निर्वासित करने केलिए किया जाता था। स्वतंत्रता संग्राम के दौरान विनायक दामोदर सावरकर, बटुकेश्वर दत्त, योगेंद्र शुक्ला और वीओ चिदंबरम पिल्लई को यहां कैद किया गया था। आज यह सेलुलर जेल एक राष्ट्रीय स्मारक है। पूर्व सैनिक, सैन्य अधिकारी और गणमान्य नागरिक भी समारोह में उपस्थित थे।