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Friday 6 August 2021 02:43:28 PM
हैदराबाद। साहस निष्ठा और दृढ़ता प्रत्येक पुलिस कार्मिक का गहना है इनसे कोई समझौता नहीं होना चाहिए। यह बात केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी हैदराबाद में भारतीय पुलिस सेवा के 72वें बैच के परिवीक्षाधीन अधिकारियों की भव्य पासिंग आउट परेड में कही, जिसमें वे मुख्य अतिथि थे। गृह राज्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि पुलिस भारत के पहले गृहमंत्री लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल का गहन अध्ययन करे, जिनका देश की पुलिसिंग में अनुकरणीय योगदान है। नित्यानंद राय ने कहा कि सरदार ने देश से कहा था कि 'संघ चला जाएगा, आपके पास एक संयुक्त भारत नहीं होगा, यदि आपके पास एक अच्छी अखिल भारतीय सेवा नहीं है, जिसे अपना मन रखने की स्वतंत्रता हो तो फिर क्या है'। उन्होंने भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारियों की दृढ़ता, समर्पण, ईमानदारी और देश को एक संगठित एवं एकीकृत बनाए रखने में उनके योगदान की सराहना की।
गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि सबसे जरूरी साहस होना चाहिए, जो न केवल क्षेत्र में नेतृत्व करने केलिए, बल्कि किसी भी स्थिति में सच्चाई केलिए नैतिक रुख अपनाने केलिए भी आवश्यक है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राष्ट्र पहले, सदैव पहले और गृहमंत्री अमित शाह की न्यायपूर्ण कार्य तथा संवेदनशील पुलिस की मूल भावना से वे अच्छी तरह से अवगत हैं, उन्होंने विश्वास जताया कि अधिकारी उनकी आशा और अपेक्षाओं पर खरे उतरेंगे। गृह राज्यमंत्री ने कहा कि देश चाहता है कि पुलिस भारत के संविधान में निहित न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व जैसे मूल्यों के अनुसार कानून के संरक्षण की कसौटी पर खरी उतरे और यह तभी संभव होगा जब कानून की पालनहार में निष्पक्षता, सत्यनिष्ठा, नम्रता, साहस, प्रतिबद्धता, टीमवर्क और सच्चाई के साथ खड़े होने की क्षमता होगी, यदि वे एक सच्चे पुलिस नेता के रूपमें उभरना चाहते हैं तो उनके मूल्य, दृष्टिकोण, व्यक्तित्व और आचरण उच्चतम होने चाहिएं। नित्यानंद राय ने कहा कि अकादमी की पेशेवर दक्षताओं के परिणामस्वरूप पुलिसिंग को आपसे परिवर्तनकारी नेतृत्व मिलना चाहिए और देश के लोगों से बेहतर जुड़ाव केलिए सामुदायिक पुलिसिंग का कार्य करना चाहिए।
नित्यानंद राय ने कहा कि समाज में महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराध एक चिंता का विषय है, उससे निपटना भी पुलिस की प्रमुख जिम्मेदारी होनी चाहिए। उन्होंने प्रिविक्षुओं से हर साल कम से कम एक सौ घंटे अपने अधीन काम कर रहे पुरुषों और महिलाओं को नवीनतम तकनीकों के बारे में प्रशिक्षित करने का आग्रह किया, क्योंकि जबतक वे अपने अधीनस्थ पुलिसकर्मियों के विकास में निवेश नहीं करेंगे, तबतक असाधारण परिणाम प्राप्त नहीं कर पाएंगे। गृह राज्यमंत्री ने कहा कि देश आतंकवाद, विद्रोह, सांप्रदायिकता, धार्मिक कट्टरपंथी, वामपंथी उग्रवाद, साइबर अपराध जैसी गंभीर समस्याओं में उलझा रहे, इसके लिए बड़ी साजिश होती रहती है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री, गृहमंत्री तथा समस्त देशवासी पुलिस पर विश्वास करते हैं कि वह इस महान राष्ट्र और उसके नागरिकों को इन खतरों से बचाने का महत्वपूर्ण कार्य करते हैं। गृह राज्यमंत्री ने कहा कि देश पुलिस बलों का ऋणी है, जिन्होंने राष्ट्र की सुरक्षा केलिए कर्तव्य की वेदी पर अपने जीवन का बलिदान तक दिया है, महामारी में पुलिसकर्मी भी 'फ्रंटलाइन वारियर्स' रहे हैं और 2,000 से अधिक पुलिसकर्मियों ने इसमें सर्वोच्च बलिदान दिया है। उन्होंने कर्तव्य के प्रति पुलिसकर्मियों की प्रतिबद्धता और समर्पण केलिए गहरा सम्मान व्यक्त किया।
नित्यानंद राय ने कहा कि पासिंग आउट परेड प्रत्येक वर्दीधारी अधिकारी के जीवन में एक गौरव का विषय है, ये सम्मान और उपलब्धि के क्षण हैं, जिन्हें वे हमेशा याद रखेंगे, क्योंकि वे राष्ट्र की सेवा में पहला कदम रख रहे हैं, परेड में 33 महिला पुलिस अधिकारी भी शामिल हुई हैं और हम अधिक महिलाओं के पुलिस में शामिल होने की आशा करते हैं। नित्यानंद राय ने आशा व्यक्त की कि युवा पुलिस अधिकारी अपने आदर्शवाद और उत्कृष्टता के मानकों और भारत के संविधान में निहित मूल्यों पर खरा उतरेंगे। नित्यानंद राय ने पासिंग आउट परेड में रॉयल भूटान पुलिस, मालदीव पुलिस सेवा, मॉरीशस पुलिस बल और नेपाल पुलिस सेवा के अधिकारियों के शामिल होने पर प्रसन्नता व्यक्त की और कहा कि प्रशिक्षण के दौरान जो संबंध बने हैं, वे हमारे राष्ट्रों के बीच मैत्रीपूर्ण संबंधों को और मजबूत करेंगे। परेड में महिला अधिकारियों समेत 144 परिवीक्षाधीन आईपीएस शामिल हुए। इस साल दोनों शीर्ष स्थान महिला अधिकारियों ने हासिल किए। राजस्थान कैडर की रंजीता शर्मा को सर्वश्रेष्ठ प्रोबेशनर घोषित किया गया। गृह राज्यमंत्री ने उन्हें प्रधानमंत्री बेटन और गृहमंत्री रिवाल्वर प्रदान की। तमिलनाडु कैडर की श्रेया गुप्ता को दूसरे सर्वश्रेष्ठ परिवीक्षाधीन अधिकारी केलिए भूवनंदन मिश्रा ट्रॉफ़ी प्रदान की गई। परेड में नेपाल पुलिस के 10, रॉयल भूटान के 12, मालद्वीव पुलिस सेवा के 7 और मॉरीशस पुलिस फ़ोर्स के 5 अधिकारियों समेत कुल 34 विदेशी प्रोबेशनर्स शामिल हुए। कार्यक्रम में राष्ट्रीय पुलिस अकादमी के निदेशक अतुल करवल और वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे।