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Monday 16 August 2021 12:33:27 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय संस्कृति, पर्यटन और पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री जी किशन रेड्डी ने ललित कला गैलरी रवींद्र भवन नई दिल्ली में 'कथा क्रांतिवीरों की' प्रदर्शनी का उद्घाटन किया, जिसमें अल्लूरी सीतारामराजू पर एक समर्पित पेंटिंग प्रदर्शनी, शहीद दिवस, चंपारण सत्याग्रह और जलियावाला बाग के चित्रों का प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनी में संस्कृति राज्यमंत्री अर्जुनराम मेघवाल और मीनाक्षी लेखी, राष्ट्रीय स्मारक प्राधिकरण के अध्यक्ष तरुण विजयानंद प्रोटेम, ललित कला अकादमी के अध्यक्ष डॉ उत्तम पचरने उपस्थित थे। किशन रेड्डी ने इस अवसर पर कहा कि एक तस्वीर 1000 शब्दों के बराबर होती है, विभिन्न कलाकारों की बनाई गई ये पेंटिंग आंदोलन के सार को स्पष्ट रूपसे दर्शाती हैं। उन्होंने कहा कि कलाकारों को इन आंदोलनों के इतिहास को किताबों के रूपमें चित्रित करने केलिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए, क्योंकि केवल लिखित शब्द उनकी वीरता और साहस के साथ न्याय नहीं कर सकते।
संस्कृति मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अक्सर ब्रिटिश उपनिवेशवाद के खिलाफ हमारे संघर्ष में और हमारी सांस्कृतिक तथा आध्यात्मिक विरासत की रक्षा में गुमनाम और कम प्रशंसित नायकों तथा अनजान घटनाओं का जश्न मनाने केबारे में बात की है। उन्होंने कहा कि अल्लूरी सीताराम राजू और कोमाराम भीम जैसे नेताओं को उनके योगदान के अनुसार इतिहास में मान्यता नहीं मिली है और हम यह सुनिश्चित करेंगे कि उन्हें उनकी जगह दी जाए, हम यह भी सुनिश्चित करेंगे कि शहीद दिवस, चंपारण सत्याग्रह और जलियांवाला बाग की घटना को उचित रूपसे मनाया जाए। संस्कृति राज्यमंत्री ने उधम सिंह, भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद आदि जैसे महान शहीदों के जीवन और उनके बलिदानों पर कलाकृतियों की गाथा क्रांतिवीरों की प्रदर्शनी की व्यवस्था करने केलिए एलकेए की सराहना की। उन्होंने कहा कि देश के प्रति समर्पण और उनके बीच बलिदान के मूल्यों को विकसित करने केलिए युवा पीढ़ी के सामने उनके सर्वोच्च बलिदान को सामने लाना बेहद महत्वपूर्ण है। आजादी के 75 साल पर आजादी के अमृत महोत्सव के तहत रवींद्र भवन में प्रदर्शनी कथा क्रांतिवीरों की लगाई गई है।
संस्कृति राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी ने भारत की आजादी के 75वें वर्ष में प्रवेश करने पर दर्शकों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम के महान शहीदों के जीवन पर प्रदर्शनी देखना बहुत अच्छा है, उनकी कहानियां भारत माता की खातिर वीरता और बलिदान से भरी पड़ी हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि एलकेए जैसे राष्ट्रीय महत्व के सभी संस्थान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संकल्प से सिद्धि सपने को पूरा करने केलिए कड़ी मेहनत करेंगे। प्रदर्शनी में अल्लूरी सीताराम राजू, शहीद दिवस, चंपारण सत्याग्रह और जलियांवाला बाग शिविर के दौरान बनाई गई कलाकृति जैसे गुमनाम नायकों को पहचानने वाली 100 से अधिक कलाकृतियां प्रदर्शित हैं। प्रदर्शनी 30 अगस्त 2021 तक सुबह 11 बजे से शाम 7 बजे तक जनता केलिए खुली रहेगी, इसके अलावा सात दिवसीय कला शिविर भी शुरु किया गया, जिसमें राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता कलाकार भाग ले रहे हैं।