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Wednesday 18 August 2021 01:50:02 PM
दार्जिलिंग। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने 'आजादी का अमृत महोत्सव' मनाने केलिए रक्षा हिमालय पर्वतारोहण संस्थान दार्जिलिंग के आयोजित क्लाइंब-ए-थॉन को झंडी दिखाकर रवाना किया। सिक्किम में हिमालय की चार छोटी चोटियों पर 20-25 अप्रैल 2021 तक क्लाइंब-ए-थॉन का आयोजन किया गया था। ग्रुप कैप्टन जय किशन के नेतृत्व में माउंट रेनॉक, माउंट फ्रे, माउंट बीसी रॉय और माउंट पालुंग में 125 पर्वतारोहियों की एक टीम ने क्लाइंब-ए-थॉन आयोजित की थी। समुद्र तल से 16,500 फीट की ऊंचाई पर माउंट रेनॉक के ऊपर 7,500 वर्ग फुट और 75 किलोग्राम वजन का राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया, इसका नाम सिक्किम के पहले स्वतंत्रता सेनानी त्रिलोचन पोखरेल के नाम पर रखा गया है, जिसे गांधी पोखरेल के नाम से याद किया जाता है।
यह उपलब्धि एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में एक पहाड़ के ऊपर फहराए गए सबसे बड़े भारतीय राष्ट्रीय ध्वज के रूपमें दर्ज की गई थी। टीम ने एचएमआई दार्जिलिंग में 75 घंटे नॉनस्टॉप 2.51 लाख बार सूर्य नमस्कार करके विश्व रिकॉर्ड भी बनाया। इस अनूठी पहल केलिए एचएमआई की सराहना करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि इस तरह के आयोजनों से युवाओं में एडवेंचर के माध्यम से देशभक्ति को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने टीम को शुभकामनाएं दीं और टीम के लिए भागीदारी का प्रमाणपत्र जारी किया। ग्रुप कैप्टन जय किशन ने रक्षामंत्री को भारतीय ध्वज की प्रतिकृति भेंट की।
गुजरात में 31 अक्टूबर 2021 को स्टैच्यू ऑफ यूनिटी सहित देशभर में विभिन्न स्थानों-स्वर्णिम विजय दिवस के अवसर पर 16 दिसंबर 2021 को नई दिल्ली में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर, 15 अगस्त 2022 को श्रीनगर में लाल चौक पर, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और कन्याकुमारी में 23 मार्च 2022 को राष्ट्रीय ध्वज को प्रदर्शित करने की योजना है। इसके अतिरिक्त पर्वतारोहियों की टीम की योजना जनवरी 2022 में दक्षिणी ध्रुव की सबसे ऊंची चोटी पर भारतीय ध्वज फहराने की भी है।