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Friday 27 August 2021 02:14:09 PM
लेह। लद्दाख के उप राज्यपाल राधाकृष्ण माथुर और केंद्रीय पर्यटन, संस्कृति एवं उत्तर पूर्व क्षेत्र विकास मंत्री जी किशन रेड्डी ने लेह में विशाल पर्यटन कार्यक्रम 'लद्दाख : नई शुरुआत नए लक्ष्य' को संबोधित किया। कार्यक्रम के दौरान लद्दाख के लिए एक टूरिज्म विजन दस्तावेज का अनावरण किया गया, जिसमें लद्दाख क्षेत्र के समग्र विकास पर जोर दिया गया है। दस्तावेज टिकाऊ पारिस्थितिकी प्रक्रियाओं, स्थानीय सामग्री और मानव संसाधनों पर निर्माण की पृष्ठभूमि में पर्यटन को प्रोत्साहन देने की कल्पना करता है। पर्यटन मंत्रालय, लद्दाख प्रशासन और एडवेंचर टूर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के साथ मिलकर 28 अगस्त 2021 तक लद्दाख: नई शुरुआत नए लक्ष्य शीर्षक वाले कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है, जिसका उद्देश्य एडवेंचर, संस्कृति और जिम्मेदार पर्यटन के पहलुओं पर जोर के साथ एक पर्यटन स्थल के रूपमें लद्दाख में पर्यटन को प्रोत्साहन देना है।
लद्दाख के उप राज्यपाल राधाकृष्ण माथुर ने ऐसे नए पर्यटन उत्पादों के बारे में बात की, जिनकी लद्दाख द्वारा शीतकालीन पर्यटन, विज्ञान आधारित पर्यटन आदि के रूपमें यात्रियों को पेशकश की जा सकती है। आरके माथुर ने कहा कि लद्दाख में यात्रियों केलिए सांस्कृतिक और विरासत पर्यटन की पेशकश करने की काफी संभावनाएं हैं। उन्होंने लद्दाख केलिए कार्बन न्यूट्रल पथ का भी उल्लेख किया, जिसका पालन किया जा रहा है। उन्होंने खुशी जाहिर की कि यूनेस्को ने बुद्धिस्ट चैंटिंग को लद्दाख की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत के रूपमें पहचान की है। उन्होंने इस कार्यक्रम केलिए पर्यटन मंत्रालय की सराहना की। केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी ने वर्चुअल माध्यम से कहा कि पिछले 40 साल के दौरान लद्दाख में पर्यटन में काफी बढ़ोतरी हुई है, लद्दाख ऊंचे दर्रों की भूमि है, जहां हर पर्यटक केलिए प्राकृतिक सौंदर्य के आनंद से लेकर ट्रेकर्स, बाइकर्स, साइक्लिस्ट, क्लाइंबर्स आदि केलिए एडवेंचर के अवसरों तक काफी कुछ है, साथ ही हेमीज, अल्की, थिकसे की मोनेस्ट्रियां लद्दाख को एक सांस्कृतिक और विरासत का केंद्र बनाती हैं।
पर्यटन मंत्री ने कहा कि पर्यटन मंत्रालय ने लद्दाख के पर्यटन की व्यापक संभावनाओं के दोहन केलिए लद्दाख: नई शुरुआत नए लक्ष्य कार्यक्रम का शुभारम्भ किया है और यह एक ऐसा मंच है, जो देश के दूसरे हिस्सों के टूर ऑपरेटर्स एवं ग्राहकों को लद्दाख के स्थानीय हितधारकों के साथ संवाद केलिए एक मंच उपलब्ध कराता है। किशन रेड्डी ने कहा कि पर्यटन मंत्रालय ने लद्दाख विजन दस्तावेज भी तैयार किया है, जहां लद्दाख में पर्यटन विकास से संबंधित सभी मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई है। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने टूरिस्ट वाटर स्क्रीन प्रोजेक्शन मल्टीमीडिया शो और पर्यटकों के आकर्षण के अन्य स्थलों के लिए 23.21 करोड़ रुपये का योगदान किया तथा प्रसाद योजना के अंतर्गत चौकीहैंग विहारा प्रोजेक्ट भी विकसित किया जा रहा है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि लद्दाख में पर्यटन केलिए सामुदायिक भागीदारी का विकास काफी अहम है। उन्होंने समग्र पर्यटन विकास के साथ ही व्यावसायिक रूपसे कुशल कार्यबल तैयार करने की जरूरत पर जोर दिया। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत में पर्यटन सबसे ज्यादा रोज़गार देने वाले क्षेत्रों में से एक है और प्रधानमंत्री ने पर्यटन को सेवा क्षेत्र में 12 चैम्पियन सेक्टरों में से एक माना है।
लद्दाख के सांसद जामयांग सेरिंग नामग्याल ने कहा कि इस कार्यक्रम से न सिर्फ लद्दाख के पर्यटन क्षेत्र को प्रोत्साहन मिलेगा, बल्कि यूटी की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी। उन्होंने कहा कि इसमें हमें एक विजन मिलेगा कि हम यूटी में कैसे एक टिकाऊ और जिम्मेदार पर्यटन विकसित कर सकते हैं। जामयांग नामग्याल ने पर्यटन केलिए एक वर्षभर के गंतव्य के रूपमें लद्दाख को प्रोत्साहन देने का अपना विजन साझा किया और लद्दाख में शीतकालीन पर्यटन व शीतकालीन खेलों की संभावनाओं पर भी जोर दिया। उन्होंने एक महीने की अवधि केलिए जान्सकर शीतकालीन पर्यटन महोत्सव और शीतकालीन खेल महोत्सव के आयोजन पर जोर दिया, साथ ही कारगिल में पर्यटन को प्रोत्साहन देने का भी अनुरोध किया। पर्यटन मंत्रालय में सचिव अरविंद सिंह ने कहा कि लद्दाख साहसिक खेलों के लिए एक स्वर्ग है, इसके दुर्गम इलाके और बहती नदियां ट्रेकिंग, रिवर राफ्टिंग, कैम्पिंग, पर्वतारोहण और बाइकिंग जैसी गतिविधियों के लिए पर्याप्त अवसर उपलब्ध कराते हैं। लद्दाख क्षेत्र की अर्थव्यवस्था में पर्यटन एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अरविंद सिंह ने कहा कि लद्दाख सबसे ज्यादा पसंदीदा स्थलों में से एक बना हुआ है।
लद्दाख में पर्यटन एवं संस्कृति सचिव के महबूब अली खान ने लद्दाख केलिए एक टूरिज्म विजन दस्तावेज तैयार करने केलिए पर्यटन मंत्रालय के प्रति आभार प्रकट किया और कहा कि इस दस्तावेज से यूटी के लिए पर्यटन नीति को अंतिम रूप देने में सहायता मिलेगी। महबूब अली खान ने कहा कि आंकड़ों के मुताबिक लद्दाख का 50 प्रतिशत जीडीपी पर्यटन क्षेत्र पर निर्भर करता है, जो उसके अपने विशेष स्वभाव को निर्धारित करता है, हम पर्यटन नीति केलिए विशेषज्ञ सलाहकार नियुक्त करें और बहुत जल्द लद्दाख की अपनी एक पर्यटन नीति होगी। लद्दाख के उपराज्यपाल के सलाहकार उमंग नरुला ने विजन दस्तावेज तैयार करने केलिए पर्यटन मंत्रालय का आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि यह विजन दस्तावेज यूटी के लिए पर्यटन नीति को अंतिम रूप देने केलिए एक अच्छा आधार उपलब्ध कराएगा, लद्दाख की एक अपनी पर्यटन नीति होना काफी अहम है। उमंग नरुला ने विभिन्न केंद्रीय योजनाओं के माध्यम से समर्थन उपलब्ध कराने केलिए पर्यटन मंत्रालय का आभार प्रकट किया।
उमंग नरुला ने कहा कि हम एक होमस्टे नीति लेकर आए हैं और शीतकालीन पर्यटन को बढ़ावा देने केलिए शीतकालीन सम्मेलन का आयोजन किया है। उन्होंने कहा कि ज्यादा जिम्मेदार पर्यटन के प्रोत्साहन देने के लिए स्वनियमन की जरूरत होती है। विजन दस्तावेज का उद्देश्य लद्दाख को एक ऊंचे मूल्य, कम प्रभाव वाले पर्यटन स्थल के रूपमें प्रोत्साहन देना है, जो स्थानीय समुदाय केलिए स्थायी और समावेशी विकास को बढ़ावा देता हो। विजन पर्यटन उद्योग के हितधारकों के साथ ही स्थानीय आबादी की आर्थिक और सामाजिक जरूरतों को ध्यान में रखते हुए उनकी आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व करता है, इसका लक्ष्य सुविधा और अनुभव में सुधार केलिए सर्वश्रेष्ठ प्रक्रियाओं को समेकित करते हुए दुनिया के सर्वश्रेष्ठ स्थलों की तुलना में लद्दाख में बेहतर पर्यटन अनुभव तैयार करना है। दस्तावेज में दिए गए सुझाव विनियमित और निगरानीपूर्ण पर्यटन से स्थानीय पारिस्थितिकी और आबादी में पर्यटन के कम से कम नकारात्मक प्रभावों का आश्वासन देते हैं। दस्तावेज का उद्देश्य लद्दाख में पर्यटन को प्रोत्साहन के माध्यम से, स्थानीय लोगों को रोजगार देना और भारत व बाकी दुनिया के पर्यटकों के बीच लद्दाख की संस्कृति और उत्पादों को बढ़ावा देना है।
पैनल चर्चाओं में विकास, संपर्क, इंफ्रास्ट्रक्चर, टिकाऊ और समुदाय आधारित विकास, लेह में एडवेंचर टूरिज्म के अवसरों व चुनौतियों और कम चर्चित क्षेत्रों में होमस्टे पर्यटन की संभावनाओं के लिए नए क्षेत्रों पर जोर के साथ लद्दाख में पर्यटन के समग्र विकास और स्थानीय समुदाय व महिलाओं के सशक्तिकरण में इनकी भूमिका जैसे विभिन्न विषयों को शामिल किया गया। भारत में पर्यटन क्षेत्र के समग्र विकास में घरेलू पर्यटन एक अहम भूमिका निभाता है। पर्यटन मंत्रालय घरेलू पर्यटन को बढ़ावा देने केलिए कई प्रोत्साहन गतिविधियां कराता है और इन गतिविधियों का मुख्य उद्देश्य पर्यटन स्थलों और उत्पादों के बारे में जागरुकता का प्रसार, पूर्वोत्तर, लद्दाख और जम्मू-कश्मीर जैसे प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में घरेलू पर्यटन को प्रोत्साहन देना है। कोविड-19 महामारी ने अप्रत्याशित रूप से पूरी दुनिया को प्रभावित किया है और एक ठहराव सा ला दिया है, हालांकि सुधार के संकेत दिखने लगे हैं और देशभर में लोगों की आवाजाही शुरु हो गई है, साथ ही घरेलू पर्यटन खंड में एयरलाइन, ट्रेनों और राजमार्गों जैसे यातायात के सभी साधनों में यात्रियों की आवाजाही में नियमित रूपसे बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
पर्यटन मंत्रालय ने आक्रामक रूपसे उद्योग के हितधारकों की भागीदारी के साथ पर्यटन को बढ़ावा देना शूरू कर दिया है। पर्यटन मंत्रालय विभिन्न अभियानों और देखो अपना देश जैसी पहलों से घरेलू के साथ-साथ अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में लद्दाख को प्रोत्साहन देता है, जिनके तहत लद्दाख पर केंद्रित एक वेबिनार कराई गई थी। अतुल्य भारत वेबसाइट, मंत्रालय के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, फ्लायर्स की प्रिंटिंग आदि माध्यमों से भी लद्दाख का प्रचार किया गया है। कार्यक्रम में लगभग 150 प्रतिभागी शामिल हुए, जिनमें ओपीनियन मेकर, टूर ऑपरेटर, होटल व्यवसायी, राजनयिक, होमस्टे मालिक, भारत सरकार, लद्दाख केंद्रशासित प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी और मीडिया से जुड़े लोग शामिल थे। तीन दिवसीय कार्यक्रम में प्रदर्शनी, पैनल चर्चा, बी2बी बैठक, टेक्निकल टूर, सांस्कृतिक संध्या से लेकर लद्दाख की पर्यटन सुविधाओं व पर्यटन उत्पादों का प्रदर्शन शामिल है।