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Tuesday 14 September 2021 06:37:13 PM
अलीगढ़। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अलीगढ़ में राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय की आधारशिला रखी और कहा कि भारत की आजादी में राजा महेंद्र प्रताप सिंह के योगदान को नमन करने का ये प्रयास ऐसा ही एक पावन अवसर है। उन्होंने कहा कि देश के हर उस युवा को जो बड़े सपने देख रहा है, जो बड़े लक्ष्य पाना चाहता है, उसे राजा महेंद्र प्रताप सिंह के बारे में अवश्य जानना चाहिए, अवश्य पढ़ना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि राजा महेंद्र प्रताप सिंह के जीवन से हमें अदम्य इच्छाशक्ति, अपने सपनों को पूरा करने केलिए कुछ भी कर गुजरने वाली जीवटता सीखने को मिलती है, वो भारत की आजादी चाहते थे और अपने जीवन का एक-एक पल उन्होंने इसी केलिए समर्पित कर दिया था। प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने सिर्फ भारत में ही रहकर और भारत में ही लोगों को प्रेरित नहीं किया, बल्कि वो भारत की आजादी केलिए दुनिया के कोने-कोने में गए, अफगानिस्तान, पोलैंड, जापान या दक्षिण अफ्रीका हो, अपने जीवन पर हर खतरा उठाते हुए वो भारत माता को बेड़ियों से आजाद करने केलिए जुटे रहे जी-जान से जुटे रहे जीवनभर काम करते रहे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि राजा महेंद्र प्रताप सिंह ने भारत के भविष्य के निर्माण की नींव में भी सक्रिय योगदान दिया था, उन्होंने अपनी देश-विदेश की यात्राओं से मिले अनुभवों का उपयोग भारत की शिक्षा व्यवस्था को आधुनिक बनाने केलिए किया, वृंदावन में आधुनिक टेक्नीकल कॉलेज उन्होंने अपने संसाधनों से अपनी पैतृक संपत्ति को दान करके बनवाया था, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी केलिए भी बड़ी जमीन राजा महेंद्र प्रताप सिंह ने ही दी थी। नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज़ादी के अमृतकाल में जब 21वीं सदी का भारत शिक्षा और कौशल के नए दौर की तरफ बढ़ चला है, तब मां भारती के ऐसे अमर सपूत के नाम पर विश्वविद्यालय का निर्माण उन्हें सच्ची कार्यांजलि है। प्रधानमंत्री उत्तर प्रदेश रक्षा औद्योगिक गलियारे के अलीगढ़ नोड और राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय के प्रदर्शनी मॉडल को भी देखने गए। इस अवसर पर जनसभा को संबोधित करने के दौरान प्रधानमंत्री ने कल्याण सिंह को भी याद किया और कहा कि आज रक्षा क्षेत्र में अलीगढ़ के उभरते महत्व और अलीगढ़ में राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय की स्थापना देखकर कल्याण सिंह को बहुत खुशी होती।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बात को रेखांकित किया कि ऐसी कितनी महान हस्तियों ने स्वतंत्रता आंदोलन में अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया, लेकिन यह देश का दुर्भाग्य था कि आजादी के बाद देश की आनेवाली पीढ़ियों को ऐसे राष्ट्रीय नायकों और राष्ट्रीय नायिकाओं के बलिदान से अवगत नहीं कराया गया। प्रधानमंत्री ने अफ़सोस जताते हुए कहा कि देश की कई पीढ़ियां उनकी कहानियों को जानने से वंचित रहीं, किंतु आज 21वीं सदी का भारत 20वीं सदी की इन गलतियों को सुधार रहा है। प्रधानमंत्री ने राजा महेंद्र प्रताप सिंह को भावभीनी श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि राजा महेंद्र प्रताप सिंह भारत की आजादी चाहते थे और अपने जीवन का एक-एक पल उन्होंने इसी केलिए समर्पित कर दिया था। प्रधानमंत्री ने कहा कि जब भारत शिक्षा और कौशल विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है तो मां भारती के इस योग्य सपूत के नाम पर विश्वविद्यालय की स्थापना ही उनके लिए वास्तविक 'कार्यांजलि' है। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह विश्वविद्यालय न केवल उच्च शिक्षा का एक बड़ा केंद्र बनेगा, बल्कि आधुनिक रक्षा अध्ययन, रक्षा निर्माण से संबंधित प्रौद्योगिकी और कार्यबल विकास के केंद्र के रूपमें भी उभरेगा। उन्होंने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति की स्थानीय भाषा में कौशल और शिक्षा की विशेषताओं से इस विश्वविद्यालय को बहुत लाभ होगा।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज देश ही नहीं दुनिया भी देख रही है कि आधुनिक ग्रेनेड और राइफल से लेकर लड़ाकू विमान, ड्रोन, युद्धपोत तक भारत में ही निर्मित किए जा रहे है। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया के बड़े रक्षा आयातक की छवि को खत्म करने की कोशिश कर रहा है और दुनिया के एक महत्वपूर्ण रक्षा निर्यातक की नई पहचान हासिल कर रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश इस परिवर्तन का एक बड़ा केंद्र बन रहा है और यहां से सांसद होने के नाते उन्होंने इसपर गर्व किया। उन्होंने बताया कि डेढ़ दर्जन रक्षा निर्माण कंपनियां सैकड़ों करोड़ रुपये के निवेश से हजारों नौकरियों का सृजन करेंगी, डिफेंस गलियारे के अलीगढ़ नोड में छोटे हथियारों, आयुधों, ड्रोन और एयरोस्पेस से संबंधित उत्पादों के निर्माण में मदद करने केलिए नए उद्योगों की स्थापना हो रही है, इससे अलीगढ़ और आसपास के इलाकों को नई पहचान मिलेगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि अलीगढ़, जो अपने प्रसिद्ध ताले से घरों और दुकानों की रक्षा केलिए जाना जाता था, अब देश की सीमाओं की रक्षा करने वाले उत्पादों के निर्माण केलिए भी जाना जाएगा। उन्होंने कहा कि इससे युवाओं और सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम केलिए नए अवसर पैदा होंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश देश-दुनिया के हर छोटे-बड़े निवेशक केलिए बहुत आकर्षक स्थान बन गया है। उन्होंने कहा कि यह तब होता है, जब निवेश केलिए जरूरी माहौल बनता है, जरूरी सुविधाएं मिलती हैं और आज उत्तर प्रदेश, डबल इंजन सरकार के दोहरे लाभ का एक बहुत बड़ा उदाहरण बन गया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें यह देखकर बहुत खुशी होती है कि जिस उत्तर प्रदेश को देश के विकास में एक रुकावट के रूपमें देखा जाता था, वही उत्तर प्रदेश आज देश के बड़े अभियानों का नेतृत्व कर रहा है। प्रधानमंत्री ने 2017 से पहले उत्तर प्रदेश की स्थिति का उल्लेख करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के लोग भूल नहीं सकते कि पहले यहां किस तरह के घोटाले होते थे, किस तरह राज-काज को भ्रष्टाचारियों के हवाले कर दिया गया था। उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ की सरकार पूरी ईमानदारी से राज्य के विकास में जुटी हुई है। उन्होंने कहा कि एक दौर था जब यहां शासन-प्रशासन, गुंडों और माफियाओं की मनमानी से चलता था, लेकिन अब वसूली करने वाले, माफियाराज चलाने वाले सलाखों के पीछे हैं। प्रधानमंत्री ने महामारी के दौरान सबसे कमजोर वर्गों की सुरक्षा सुनिश्चित करने से जुड़े योगी सरकार के प्रयासों पर प्रकाश डाला और जिस तरह से महामारी के दौरान कमजोर और गरीब वर्गों को खाद्यान्न उपलब्ध कराया गया, उसकी प्रशंसा की। कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश की गवर्नर आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा, यूपी सरकार के मंत्री, सांसद, विधायक और अलीगढ़ की जनता मौजूद थी।