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आसियान-भारत आर्थिक मंत्रियों की बैठक

कोविड में व्यापार साझीदारों की परस्पर सहायता की सराहना

भारत आसियान का सातवां सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Wednesday 15 September 2021 01:24:33 PM

18th india-asean economic ministers' meeting

नई दिल्ली। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल और ब्रुनेई दारुस्सलाम के वित्त एवं अर्थव्यवस्था मंत्री दातो डॉ अमीन लिउ अब्दुल्लाह ने वर्चुअल रूपसे 18वीं आसियान-भारत आर्थिक मंत्रियों की परामर्श बैठक की सह अध्यक्षता की। बैठक में आसियान देशों-ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमार, फिलीपीन्स, सिंगापुर, थाईलैंड और वियतनाम के आर्थिक मंत्रियों ने भाग लिया। आर्थिक मंत्रियों ने महामारी की वर्तमान स्थिति का जायजा लिया और महामारी के आर्थिक प्रभाव को कम करने केलिए सामूहिक कदम उठाने तथा क्षेत्र में लचीली आपूर्ति श्रृंखला सुनिश्चित करने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने आसियान और भारत के बीच बढ़ रहे व्यापार एवं निवेश तथा महामारी से लड़ने में व्यापार साझीदारों की परस्पर सहायता की सराहना की।
भारत आसियान का 7वां सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है तथा एफडीआई के सबसे बड़े स्रोतों में से एक है। अनुप्रिया पटेल ने बैठक को व्यापक टीकाकरण, महामारी से संबधित चुनौतियों से निपटने केलिए क्षमता संवर्धन तथा आर्थिक पहलों के बारे में संक्षिप्त जानकारी दी। उन्होंने कृषि, बैंकिंग, बीमा, लॉजिस्टिक्स, कंपनी कानून, निवेश व्यवस्था आदि सहित विभिन्न क्षेत्रों में भारत के व्यापक सुधारों को रेखांकित किया। उन्होंने आसियान देशों को स्वास्थ्य एवं फार्मास्यूटिकल सेक्टर जैसे संभावित क्षेत्रों में भारत में निवेश करने केलिए आमंत्रित किया। आर्थिक मंत्रियों ने आसियान-भारत आर्थिक साझेदारी को बढ़ाने की आसियान भारत व्यापार परिषद की अनुशंसाओं पर ध्यान दिया। बैठक में आसियान भारत वस्तु व्यापार समझौता जल्द आरंभ करने पर भी चर्चा की गई।
आसियान-भारत आर्थिक मंत्रियों ने समीक्षा से जुड़ी शोधपूर्ण जानकारी पर ध्यान दिया तथा समझौते को व्यापार केलिए सुविधाजनक, वर्तमान तथा सुव्यस्थित सीमा शुल्कों तथा नियामकीय प्रक्रियाओं के साथ उपयोगकर्ताओं केलिए सरल बनाने केलिए इस प्रक्रिया को त्वरित गति से संपन्न करने का संकल्प लिया। अनुप्रिया पटेल ने रेखांकित किया कि व्यापार समझौते को पारस्परिक, आपसी रूपसे लाभदायक बनाने की आवश्यकता और इसे दोनों साझेदारों की आकांक्षाओं को संतुलित करने वाला होना चाहिए। उन्होंने वरीयतापूर्ण बर्ताव के दुरुपयोग को रोकने के लिए एफटीए प्रावधानों को सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर जोर दिया और विशेष रूपसे कृषि तथा ऑटो क्षेत्र में आसियान बाजार में पहुंच प्राप्त करने में भारतीय निर्यातकों के सामने आनेवाली गैर-टैरिफ उपायों को रेखांकित किया।
अनुप्रिया पटेल ने सुझाव दिया कि दोनों ही पक्षों को अक्तूबर 2021 में निर्धारित आसियान-भारत लीडर्स समिट से पहले स्कोपिंग पेपर को अंतिम रूप देने केलिए गंभीर प्रयास करना चाहिए। उन्होंने आसियान से बिना किसी विलंब के भारत-आसियान सेवा तथा निवेश समझौते की समीक्षा केलिए संयुक्त समितियों की स्थापना करने का भी आग्रह किया। अनुप्रिया पटेल ने आसियान के साथ आर्थिक साझीदारी को भारत द्वारा दिए जाने वाले महत्व तथा दोनों साझीदारों के बीच मजबूत ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों को रेखांकित किया और आसियान को महामारी के बाद की अवधि में सुधार के प्रयासों में भारत की सहायता का भरोसा दिलाया।

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