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Tuesday 28 September 2021 02:08:42 PM
चांदीपुर (ओडिशा)। आकाश मिसाइल के एक नए संस्करण 'आकाश प्राइम' का 27 सितंबर को एकीकृत परीक्षण रेंज चांदीपुर ओडिशा से उड़ान परीक्षण सफलतापूर्वक किया गया। सुधार के बाद किए गए परीक्षण में आकाश प्राइम ने अपनी पहली उड़ान में दुश्मन के विमानों की शक्ल में बनाए गए एक मानवरहित हवाई लक्ष्य को रास्ते में ही रोककर नष्ट कर दिया। मौजूदा आकाश प्रणाली की तुलना में आकाश प्राइम बेहतर सटीकता केलिए एक स्वदेशी सक्रिय रेडियो फ्रीक्वेंसी सीकर से लैस है। मिसाइल में किए गए अन्य सुधार भी उच्च ऊंचाई पर कम तापमान वाले वातावरण में अधिक विश्वसनीय प्रदर्शन सुनिश्चित करते हैं। मौजूदा उड़ान परीक्षण केलिए वर्तमान आकाश हथियार प्रणाली की संशोधित जमीनी प्रणाली का इस्तेमाल किया गया है।
आईटीआर के रेंज स्टेशनों में रडार, इलेक्ट्रो ऑप्टिकल ट्रैकिंग सिस्टम और टेलीमेट्री स्टेशन शामिल हैं, जिन्होंने मिसाइल के प्रक्षेपवक्र और उड़ान मापदंडों की निगरानी की। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने आकाश प्राइम मिसाइल के सफल परीक्षण केलिए डीआरडीओ, भारतीय सेना, वायुसेना, रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम और उद्योग जगत को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि सफल उड़ान परीक्षण विश्वस्तरीय मिसाइल प्रणालियों के डिजाइन और विकास में डीआरडीओ की क्षमता को साबित करता है। रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव एवं डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ जी सतीश रेड्डी ने आकाश प्राइम मिसाइल के सफल उड़ान परीक्षण केलिए टीम को बधाई दी और कहा कि आकाश प्राइम प्रणाली भारतीय सेनाओं को और सशक्त करेगी, क्योंकि आकाश मिसाइल प्रणाली पहले ही शामिल हो चुकी है एवं अब और अधिक घातक मिसाइलों के साथ इसमें सुधार हो रहा है।