स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Wednesday 29 September 2021 02:46:11 PM
लेह। सूचना और प्रसारण मंत्रालय में सचिव अपूर्व चंद्रा लेह में सिंधु संस्कृति केंद्र में 'प्रथम हिमालयन फिल्म महोत्सव' के समापन समारोह में शामिल हुए। यह पांच दिवसीय फिल्म महोत्सव भारत की आजादी के 75 साल के उपलक्ष्य में 'आजादी का अमृत महोत्सव' समारोह का एक हिस्सा है। अपूर्व चंद्रा ने इस अवसर पर कहा कि फिल्म महोत्सव रचनात्मकता और मनोरंजन में उत्कृष्टता केलिए एक आदर्श मंच के रूपमें उभरा है। उन्होंने कहा कि विश्वस्तर पर फिल्म समारोह क्षेत्र के स्थानीय फिल्म निर्माताओं केलिए अपनी कहानियों को व्यापक दर्शकों तक पहुंचाने का अवसर प्रदान करते हैं।
सूचना और प्रसारण मंत्रालय के सचिव ने कहा कि लद्दाख क्षेत्र का अद्वितीय भूगोल हमेशा फिल्म निर्माताओं का पसंदीदा आकर्षण है और इस क्षेत्र में कई प्रसिद्ध फिल्मों की शूटिंग की गई है। महोत्सव के दौरान प्रदर्शित की गई फिल्मों के लिए लद्दाख के युवा फिल्म निर्माताओं की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि हिमालय क्षेत्र के युवा फिल्म निर्माता सबसे अधिक प्रतिभाशाली हैं और प्रदर्शित फिल्मों से यह साबित हो गया है। सचिव अपूर्व चंद्रा ने कहा कि यह फिल्म महोत्सव लद्दाख के युवा फिल्म निर्माताओं केलिए एक अच्छा अनुभव होगा, जिन्हें विश्व प्रसिद्ध फिल्म निर्माताओं और निर्देशकों के अधीन इस संक्षिप्त अवधि में मास्टर कक्षाओं, प्रतियोगिताओं में भाग लेने का अवसर मिला। उन्होंने प्रशासन से लद्दाख क्षेत्र के फिल्म प्रेमियों केलिए एक पिक्चर टीटीएफ हॉल का निर्माण करने का आग्रह किया, क्योंकि पारंपरिक सिनेमा हॉल का अपना मज़ा है और ओटीटी जैसे अन्य प्लेटफार्म अपनी बढ़ती लोकप्रियता के बावजूद इसका स्थान नहीं ले सकते।
सूचना और प्रसारण सचिव अपूर्व चंद्रा ने केंद्रशासित प्रदेश के प्रशासन से अन्य राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की तर्ज पर एक फिल्म नीति तैयार करने का भी आग्रह किया, ताकि लघु फिल्म निर्माताओं को प्रोत्साहन प्राप्त हो सके और पूरे भारत के फिल्म निर्माताओं को भी आकर्षित किया जा सके। उन्होंने कहा कि लद्दाख में वन्यजीवन देश और दुनियाभर के फिल्म निर्माताओं के लिए आकर्षित का केंद्र बिंदु बन सकता है। ओटीटी प्लेटफार्मों के महत्व पर सचिव अपूर्व चंद्रा ने कहा कि ओटीटी प्लेटफॉर्म युवा प्रतिभाओं को बहुत सारे अवसर प्रदान कर सकते हैं, जिससे युवा प्रतिभाएं अपने नए विचारों के माध्यम से फिल्म निर्माण में इन ओटीटी प्लेटफार्मों का सर्वोत्तम उपयोग कर सकती हैं। अपूर्व चंद्रा ने इस हिमालयी क्षेत्र में इस फिल्म महोत्सव को सफल बनाने केलिए पूरी टीम की सराहना की, जो कि भविष्य में लद्दाख के युवाओं केलिए नए अवसर खोलेगा। अपूर्व चंद्रा ने क्षेत्रीय आउटरीच ब्यूरो (आरओबी), जम्मू और कश्मीर, लद्दाख क्षेत्र के आयोजित हिमालयी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों पर विशेष ध्यान देती हुई 'हिमालयी क्षेत्र के स्वतंत्रता सेनानियों' और 'सर्वश्रेष्ठ भारतीय सिनेमा' विषय पर प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया।
लद्दाख के उपराज्यपाल आरके माथुर भी इस दौरान उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि लद्दाख का केंद्रशासित प्रदेश प्रशासन फिल्म निर्माण में युवा प्रतिभाओं को आकर्षित करने केलिए हर साल लेह या कारगिल में फिल्म समारोह आयोजित करने की पूरी कोशिश करेगा। उन्होंने कहा कि लद्दाख में युवाओं केलिए एफटीआईआई के सहयोग से सर्टिफिकेट कोर्स शुरु किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि फिल्म क्षेत्र में रचनात्मकता के साथ-साथ प्रौद्योगिकी की एक महत्वपूर्ण भूमिका है और लद्दाख के फिल्म निर्माताओं को ऐसी तकनीक उपलब्ध करवाई जाएंगी। समापन समारोह में सीईसी एलएएचडीसी ताशी ग्यालसन, लद्दाख के उपराज्यपाल के सलाहकार उमंग नरोला, लद्दाख की सूचना सचिव पद्मा एंगमो, प्रसिद्ध फिल्म निर्माता और निर्देशक राकेश ओम प्रकाश मेहरा ने भाग लिया।