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'कंपनी सचिव अपनी जिम्मेदारियां समझें'

वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण का अमृत महोत्सव में संबोधन

भारतीय कंपनी सचिव संस्थान का 53वां स्थापना दिवस

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Tuesday 5 October 2021 01:14:09 PM

finance minister addressing at the 53rd foundation day of icsi

नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त एवं कार्पोरेट कार्य मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि कंपनी सचिवों को मौजूदा निर्धारित जिम्मेदारियों से आगे बढ़कर देखना चाहिए तथा टैक्स देने वाले नागरिकों केलिए नियम-कानून आसान बनाने केलिए मंत्रालयों और नियामक प्राधिकारों के साथ मिलकर काम करना चाहिए। निर्मला सीतारमण ने दिल्ली में भारतीय कंपनी सचिव संस्थान के 53वें स्थापना दिवस पर आजादी का अमृत महोत्सव के क्रम में कार्यक्रम आयोजन तथा 'उद्यमिता और नवाचार के माध्यम से आत्मनिर्भर भारत को सक्षम बनाना' विषय का चयन करने केलिए आसीएसआई की सराहना की। वित्तमंत्री ने कहा कि कंपनी सचिवों ने कोविड-19 महामारी के दौरान सराहनीय कार्य किया है। उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि वे इस पेशे को अपनाएं, क्योंकि इस पेशे की भूमिका भविष्य में क्षमतावान उदीयमान सेक्टर में बढ़ने वाली है।
वित्त सचिव एवं वित्त मंत्रालय के व्यय विभाग के सचिव डॉ टीवी सोमनाथन ने पिछले 53 वर्ष में कॉर्पोरेट सुशासन को प्रोत्साहन देने में उल्लेखनीय काम करने केलिए संस्थान की तारीफ की। कंपनी सचिवों की भूमिका की अहमियत पर उन्होंने कहा कि वे नियमों के अनुपालन के माहिर हैं और उनकी बेहतरीन सलाह से कॉर्पोरेटों को मदद मिलेगी कि वे नियमों के उलझाव से बचेंगे। कॉर्पोरेट कार्य मंत्रालय के सचिव राजेश वर्मा ने कहा कि कंपनी अधिनियम, सीमित दायित्व साझेदारी अधिनियम में जरूरी संशोधन तथा व्यापार दायित्व रिपोर्टिंग सम्बंधी समिति रिपोर्ट को तैयार करने में महत्वपूर्ण सुझाव देने केलिए आईसीएसआई ने प्रमुख भूमिका निभाई है। इस अवसर पर आईसीएसआई ने ऑस्ट्रेलिया में पांच विदेशी केंद्र लॉंच किए। इन केंद्रों को वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने भी लॉंच किया था, जिससे सचिव कंपनी के पेशे की अहमियत कायम हुई और दुनिया में कार्पोरेट कामकाज के क्षेत्र में संस्थान की बढ़ती भूमिका भी उजागर हुई। संस्थान ने ‘रिफेरेंसर ऑन सेबी’ (शेयर बेस्ड एमप्लॉयी बेनेफिट एंड स्वेट इक्वीटी) रिगुलेशंस 2021 का प्रकाशन किया। याद रहे कि यह नियम कर्मचारियों को मिलने वाले विभिन्न लाभों और कर्मचारियों को कंपनी के शेयर नि:शुल्क प्रदान करने के सम्बंध में है।
आईसीएसआई के अध्यक्ष कंपनी सचिव नागेंद्र राव ने मजबूत और लचीली आर्थिक प्रणाली केलिए पुनर्विकास प्रक्रिया को आगे ले जाने पर जोर दिया और कहा कि यह गतिविधि पूरी दुनिया में महत्वपूर्ण होने वाली है। उन्होंने कहा कि भविष्य में संस्थान का सारा ध्यान कौशल आधारित विकास, प्रौद्योगिकी की उपयोगिता, पेशे को वैश्विक रूप देने, अनुसंधान एवं कौशल विकास केंद्रों तथा आईसीएसआई के कामकाज के मानकों का प्रसार करने पर होगा। आईसीएसआई के उपाध्यक्ष कंपनी सचिव देवेंद्र वी देशपांडे ने कहा कि प्रमुख प्रबंधन कर्मी बनने के आगे हमें सोचना चाहिए और ऐसा पेशेवर बनना चाहिए जो हितधारकों को सही समाधान प्रदान करे और हर चीज पर समग्र दृष्टिकोण से काम लें। आईसीएसआई के पूर्व अध्यक्ष कंपनी सचिव रणजीत पांडेय ने संस्थान की 53 वर्षीय गौरवशाली यात्रा की चर्चा की। समारोह के दूसरे भाग में पैनल चर्चा हुई, जिसमें इनवेस्ट इंडिया के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी दीपक बागला, अंतर्राष्ट्रीय उपभोक्ता नीति विशेषज्ञ एवं कंज्यूमर ऑनलाइन फाउंडेशन के संस्थापक बिजोन कुमार मिसरा, एनकैश के संस्थापक यादवेंद्र त्यागी तथा आईसीए एडूस्किल्स के संस्थापक एवं अध्यक्ष नरेंद्र कुमार श्यामसुख ने भारत में उद्यमिता और नवाचार ईको-सिस्टम पर अभिनव विचार रखे।

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