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Friday 8 October 2021 03:27:51 PM
लखनऊ। भारतीय समन्वय संगठन 'लक्ष्य' की महिला कमांडरों ने बहुजन जागरुकता अभियान के अंतर्गत आशियाना लखनऊ में लक्ष्य कमांडर ममता प्रकाश के निवास स्थान पर 'सामाजिक परिवर्तन के आंदोलन में बहुजन महानायक मान्यवर कांशीराम साहब की भूमिका' विषय पर विस्तारपूर्वक चर्चा की, जिसमें लक्ष्य कमांडरों का अभिमत था कि अगर बहुजन समाज को वास्तव में पूर्वजों के सामाजिक परिवर्तन के सपनों को साकार होते देखना है, शिक्षित और हुक्मरान बनना है तो ईमानदारी के साथ बहुजन महानायक मान्यवर कांशीराम के पद चिन्हों पर चलना होगा।
लक्ष्य कमांडरों ने कहा कि बहुजन समाज के लिए महानायक मान्यवर कांशीराम सादगी और जीवन में समाज के लिए दर्द निष्ठा एवं ईमानदारी की एक ऐसी मिसाल है, जो निरंतर बिना थके, बिना रुके, निडरता के साथ संघर्ष करते रहे, उनके एक-एक शब्द में सामाजिक परिवर्तन की चिंगारी थी। लक्ष्य कमांडरों ने कहा कि उन्होंने देश के कोने-कोने में जाकर बहुजन समाज के लोगों को उनके अधिकारों के प्रति जागरुक किया तथा बहुजन समाज के लोगों को प्रेरणा देकर हुक्मरान बना दिया, यूं कहें कि असंभव को संभव कर दिखाया, बहुजन समाज में हुक्मरान बनने का जुनून पैदा कर दिया।
लक्ष्य की महिला कमांडरों ने परिचर्चा में कहा कि सामाजिक परिवर्तन एक तूफान है, जिसका दूसरा नाम मान्यवर कांशीराम है, जिसके आगे कोई नहीं टिक पाया, उन्होंने मुठ्ठीभर कट्टरपंथियों के अहम को कुचलकर रख दिया। महिला कमांडरों ने कहा कि मान्यवर कांशीराम ने बहुजन समाज को उत्तर प्रदेश में सत्ता तक पहुंचाकर जोकि देश का सबसे बड़ा प्रदेश है, सिद्ध कर दिया कि अगर बहुजन समाज अपनी ही नहीं, दूसरों की बिगड़ी को भी बदल सकते हैं। उन्होंने कहा कि मान्यवर कांशीराम जिंदगीभर अपने लिए नहीं बल्कि समाज के लिए जिये, ऐसी शख्सियत कभी नहीं मरती है, बल्कि वह तो अमर होती है, लोगों के दिल-औ-दिमाग़ पर राज करती है, इसलिए उनकी जलाई मशाल कभीभी बुझने वाली नहीं है।
लक्ष्य कमांडरों ने जोर देते हुए कहा कि बहुजन समाज को ईमानदारी के साथ स्वार्थी नेताओं को दरकिनार कर बहुजन समाज के महानायक कांशीराम के बताए रास्तों पर ही चलना चाहिए क्योंकि स्वार्थी नेता ही बहुजन समाज के वोटों की बोली लगाते आए हैं जिसके परिणाम हम सबके सामने हैं। सामाजिक चर्चा में लक्ष्य कमांडर चेतना राव, विजय लक्ष्मी गौतम, छाया कौशल, रागनी चौधरी, सरिता सत्संगी, स्मिता चंद्रा, एडवोकेट लक्ष्मी गौतम, रश्मि सिंह, सुजाता सिंह, अनीता गौतम, नीलम चौधरी और ममता प्रकाश ने हिस्सा लिया।