स्वतंत्र आवाज़
word map

बहुजन समाज को भ्रमित करने वालों से सावधान!

शिक्षा का कोई भी अवसर न गवाएं एवं एक दूसरे का सहयोग करें

कानपुर देहात के पुखरायां में 'लक्ष्य' का रात्रि कैडर कैम्प लगा

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Wednesday 13 October 2021 06:40:52 PM

night cadre camp of 'lakshya' organized in pukhrayan of kanpur dehhat

कानपुर। भारतीय समन्वय संगठन लक्ष्य की टीम ने डॉ आंबेडकर ध्यान केंद्र पुखरायां कानपुर देहात में बहुजन जनजागरुकता अभियान के अंतर्गत रात्रि कैडर कैम्प का आयोजन किया, जिसमें लक्ष्य की महिला कमांडरों को सुनने के लिए गांव के लोग विशेषतौर से महिलाएं भारी संख्या में पहुंचीं। बहुजन समाज के लोगों की उमड़ी भीड़ यह दर्शाती है कि बहुजन समाज में लक्ष्य का जनजागरुकता अभियान बहुत लोकप्रिय हो रहा है और इसका दूसरा पक्ष यह है कि लक्ष्य की महिला कमांडर बहुजन समाज को जागरुक करने में दिनरात जुटी हैं, अपने समाज के कल्याण के लिए कड़ी मेहनत कर रही हैं। कैडर कैम्प में वक्ताओं ने समाज के महापुरुषों के उदाहरण देकर आह्वान किया कि शिक्षा का कोई भी अवसर नहीं गवाएं और एक दूसरे का सहयोग करें।
लक्ष्य के रात्रि कैडर कैम्प में लक्ष्य की महिला कमांडरों ने बहुजन समाज से कहा कि हमें दूसरों में कमी निकालने के बजाए, अपने अंदर झांकना होगा और मंथन करना होगा कि आखिर क्या कारण है कि समाज के लोग अभी तक अपने अधिकारों से वंचित हैं। उन्होंने कहा कि यह समझने में कोई शक नहीं है कि इसके पीछे कुछ मुठ्ठीभर लोगों की सोची समझी साजिश है जो अभीभी बहुजन समाज को गुलामी की ओर धकेलती है। उन्होंने कहा कि हम लोग भी उतने ही जिम्मेदार हैं, समाज में अशिक्षा और उसमें हमारे नेताओं का कोई कम दोष नहीं है, जो समाज को एकजुट नहीं होने दे रहे हैं, समाज कई समुदायों में बंटा हुआ है। महिला कमांडरों ने कहा कि ये लोग बहुजन समाज के लोगों के लिए कोई आवाज़ नहीं उठा रहे हैं। महिला कमांडरों ने यह भी चिंता व्यक्त की कि समाज में अंधविश्वास और नशाखोरी बहुजन समाज को बहुत कमज़ोर कर रही है।
लक्ष्य की महिला कमांडरों ने कहा कि बाबासाहेब ने शिक्षा और समाज की मुख्यधारा में शामिल होने के लिए जो प्रयत्न किए और संघर्ष किया, वह बहुजन समाज की भावी पीढ़ियों तक केलिए अनुकरणीय है और अब अगर बहुजन समाज के लोगों को अपनी स्थिति में बाबासाहेब के अनुसार बदलाव चाहिए तो उन्हें समाज के स्वार्थी नेताओं से सावधान रहना होगा। कैडर कैंप में लक्ष्य कमांडर रेखा आर्या, संघमित्रा गौतम, विजय लक्ष्मी गौतम, चेतना राव, राजकुमारी कौशल, रश्मि गौतम, लक्ष्मी गौतम, शिव कुमारी पाल, कंचन नैना, ज्योति गौतम, आशा रत्ना, कुलदीप बौद्ध, डॉ ओपी वर्मा, राहुल कुमार, अखिलेश गौतम, विनय प्रेम, डॉ रविशंकर गौतम, डॉ जितेंद्र कुमार गौतम, डॉ पुष्पेंद्र गौतम, इंद्रराज गौतम, उदय प्रकाश संखवार, दर्शन सिंह गौतम, अरविंद सिंह बौद्ध, शैलेंद्र राजवंशी आदि ने भाग लिया।

हिन्दी या अंग्रेजी [भाषा बदलने के लिए प्रेस F12]