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Wednesday 20 October 2021 12:43:57 PM
हैदराबाद। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडु ने सुशासन में प्रभावी संचार की भूमिका पर जोर देते हुए कहा है कि जुड़ें, संवाद करें और बदलाव लाएं। उन्होंने जन संचारकों से लोगों को समय पर स्थानीय भाषाओं में सरकार की नीतियों और पहलों की जानकारी देकर उन्हें सशक्त बनाने की अपील की है। उपराष्ट्रपति ने हैदराबाद में अपने आवास पर 2020 बैच के भारतीय सूचना सेवा के प्रशिक्षु अधिकारियों के एक समूह से मुलाकात में ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि सरकारों और नागरिकों के बीच की खाई को पाटने में जन संचारक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने प्रशिक्षुओं से कहा कि यदि वे विभिन्न योजनाओं के बारे में लोगों को सरल और स्पष्ट भाषा में सूचित करते हैं तो वे अपने अधिकारों और सरकारी प्रक्रियाओं को बेहतर ढंग से समझ पाते हैं, इससे पारदर्शिता भी आती है।
उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडु ने कहा कि पुष्ट जानकारी सरकार की तरफ से संचार की कुंजी है। उन्होंने सूचना अधिकारियों से गलत सूचनाओं और फर्जी ख़बरों को रोकने पर ध्यान केंद्रित करने को कहा। उन्होंने उनसे सामाजिक रूपसे प्रासंगिक विषयों पर काम करने को कहा जैसे-लैंगिक असमानता और कुछ वर्गों में वैक्सीन लगाने को लेकर हिचकिचाहट को दूर करना। मीडिया को एक शक्तिशाली माध्यम बताते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि वह चाहते हैं कि इस माध्यम का इस्तेमाल जिम्मेदारी के साथ किया जाए, ताकि अपेक्षित बदलाव आए। गौरतलब है कि आईआईएस प्रशिक्षु अधिकारी पत्र सूचना कार्यालय के क्षेत्रीय कार्यालय और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की मीडिया इकाइयों में प्रशिक्षण कार्यक्रम के सिलसिले में हैदराबाद में हैं। उपराष्ट्रपति ने कहा कि लोगों को सही जानकारी देकर उनको सशक्त बनाने में सूचना सेवा की बड़ी भूमिका है।
वेंकैया नायडु ने एक किसान पुत्र के देश के सर्वोच्च पदों में से एक को प्राप्त करने के अपने सफर को याद करते हुए प्रशिक्षुओं को सफलता प्राप्त करने केलिए समर्पण के साथ कार्य करने केलिए प्रेरित किया। उपराष्ट्रपति ने सिविल सेवकों को जीवन में सफल होने का मंत्र देते हुए कहा कि वे लक्ष्य ऊंचा रखें, बड़े सपने देखें, कड़ी मेहनत करें और अनुशासन का पालन करें। उपराष्ट्रपति ने प्रशिक्षु अधिकारियों को खेल और शारीरिक कार्यकलापों में नियमित रूपसे हिस्सा लेने और तंदुरुस्त रहने की भी सलाह दी। उन्होंने कहा कि बेहतर भविष्य केलिए आज किया गया कार्य प्रकृति और संस्कृति दोनों के अनुरूप हो। इससे पहले पीआईबी और आरओबी हैदराबाद की निदेशक श्रुति पाटिल और उप निदेशक मानस कृष्णकांत ने उपराष्ट्रपति को राज्य में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम के रीजनल एटैचमेंट की जानकारी दी। इस अवसर पर उपराष्ट्रपति सचिवालय के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।