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Friday 22 October 2021 03:58:13 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय कार्मिक, लोक शिकायत, अंतरिक्ष राज्यमंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने सिविल सेवा परीक्षा-2020 के 20 अखिल भारतीय टॉपर्स आईएएस को सम्मानित किया और उनसे देशके प्रशासनिक, विकासात्मक मामलों, भावी चुनौतियों और जिम्मेदारियों पर बातचीत की। उन्होंने नार्थ ब्लॉक में कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग मुख्यालय में उनसे मुलाकात की। ज्ञातव्य हैकि सिविल सेवा परीक्षा-2020 के परिणाम हाल में घोषित हुए हैं। सिविल सेवा परीक्षा के शीर्ष-20 स्थानों पर चयनित अभ्यर्थियों और उनके परिवार के सदस्यों का अभिनंदन करते हुए डॉ जितेंद्र सिंह ने कहाकि वास्तव में यह बात काफी उत्साहवर्धक है कि शीर्ष 20 उम्मीदवारों में 10 महिला उम्मीदवार भी शामिल हैं और वे पूरे भारत का प्रतिनिधित्व करती हैं, क्योंकि सभी अभ्यर्थी बिहार, चंडीगढ़, दिल्ली, गुजरात, हरियाणा, झारखंड, केरल, मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों व संघशासित प्रदेशों से आते हैं।
डॉ जितेंद्र सिंह ने कहाकि पिछले कुछ वर्षों में लिंग और क्षेत्रीय दोनों स्तरों पर जनसांख्यिकीय परिवर्तन हमारे जैसे विविधताओं से भरे हुए देश केलिए बड़ा शुभ संकेत है। ज्ञात हो कि इस साल आयोग की ओर से विभिन्न सेवाओं में नियुक्ति के लिए कुल 761 उम्मीदवारों 545 पुरुष और 216 महिलाओं की सिफारिश की गई है। युवा अधिकारियों से बातचीत के दौरान डॉ जितेंद्र सिंह ने उन्हें बताया कि उन्होंने आल इंडिया टॉपर्स को नॉर्थ ब्लॉक में आमंत्रित कर उन्हें सम्मानित करने की नई परंपरा 2014 में शुरू की थी। युवा अधिकारियों को नए भारत का शिल्पकार बताते हुए डॉ जितेंद्र सिंह ने कहाकि उन्हें भारत की आजादी के 75वें वर्ष में सिविल सेवाओं में प्रवेश करने का खास अवसर मिला है, अगले 25 साल उनके सामने सेवाका महत्वपूर्ण अवसर है, जब भारत आजादी के सौवें वर्ष में प्रवेश करेगा, उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शेष विश्व की अगुवाई करनेवाले नए भारत की परिकल्पना को महसूस किया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत पहले से ही उत्कर्ष की ओर है और इस नए वर्ग के सिविल सेवकों पर इसे वैश्विक कार्यक्षेत्र में शीर्ष स्थान पर पहुंचाने की विशेष जिम्मेदारी होगी।
डॉ जितेंद्र सिंह ने युवा प्रोबेशनर्स व आईएएस अधिकारियों को पिछले सात वर्ष के दौरान किए गए कुछ महत्वपूर्ण सुधार भी याद दिलाए। उन्होंने बताया कि इसमें संबद्ध राज्य या संघ शासित प्रदेश के आवंटित कैडर में जाने से पहले केंद्र सरकार में तीन महीने के मेंटरशिप कार्यक्रम की शुरुआत शामिल है। डॉ जितेंद्र सिंह ने इस साल के पहले 20 टॉपर्स में ग्यारह इंजीनियरों और तीन मेडिको के मौजूद होने का भी जिक्र किया। उन्होंने उनसे यह उम्मीद जताई कि बीते छह-सात साल के दौरान मोदी सरकार की विभिन्न विशिष्ट योजनाओं और कार्यक्रमों के संचालन में उनको जो काम सौंपा जाएगा उनको बखूबी पूरा करेंगे। कार्मिक राज्यमंत्री ने उम्मीद जाहिर की कि टेक्नोक्रेट स्वास्थ्य, कृषि, स्वच्छता, शिक्षा, कौशल और मॉबिलिटी जैसे क्षेत्रों में सरकार के प्रमुख कार्यक्रमों के साथ न्याय करने में सक्षम होंगे। डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि लालबहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी मसूरी तथा अन्य केंद्रीय प्रशिक्षण संस्थानों में आधुनिक पाठ्यक्रम और एकीकृत दृष्टिकोण पर नए सिरे से ध्यान देने केसाथ ही प्रशिक्षण में भी व्यापक बदलाव हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि शासन का सबसे बड़ा मकसद मिशन कर्मयोगी के माध्यम से भारत के आम आदमी के लिए ’इज ऑफ लिविंग’ लाना है।
कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग के सचिव पीके त्रिपाठी ने सीएसई-2020 के टॉपर्स का स्वागत करते हुए कहाकि आइएएस अधिकारी अमृतकाल की शुरुआत में सेवामें प्रवेश कर रहे हैं और उन्हें देशके भविष्य को परिभाषित करने केलिए अगले 25 वर्ष के दौरान अहम भूमिका निभानी है। उन्होंने आशा व्यक्त कीकि वे विविध अवसरों और चुनौतियों से भरे अपने शानदार करियर में देशको अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देनेमें सक्षम होंगे। कार्यक्रम में विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।