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Friday 22 October 2021 04:52:49 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नक़वी ने कहा हैकि हजयात्रियों की चयन प्रक्रिया दोनों खुराक लेने केसाथ होने वाले पूर्णटीकाकरण के अनुसार होगी और हज-2022 के समय भारत और सऊदी अरब की सरकारें कोविड प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए दिशा-निर्देश एवं मानदंड तय करेंगी। मुख्तार अब्बास नक़वी ने आज नई दिल्ली में हज समीक्षा बैठक में कहा कि मक्का-मदीना में आवास या परिवहन के संबंध में सभी जानकारी उपलब्ध कराने के उद्देश्य से हज यात्रियों को डिजिटल स्वास्थ्य कार्ड 'ई-मसीहा' स्वास्थ्य सुविधा और ई-लगेज प्री-टैगिंग प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि सऊदी अरब सरकार और भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं कोरोना संबंधी प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए हज-2022 की तैयारी शुरू कर दी गई है, इसकी आधिकारिक घोषणा नवंबर के पहले सप्ताह में की जाएगी और इसीके साथ हज केलिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया भी शुरु हो जाएगी, भारत में हज-2022 की पूरी प्रक्रिया शत-प्रतिशत डिजिटल होगी। ज्ञातव्य हैकि इंडोनेशिया के बाद भारत दुनिया में सबसे ज्यादा हज यात्री सऊदी अरब भेजता है।
मुख्तार अब्बास नक़वी ने कहाकि हज यात्रियों केलिए भारत और सऊदी अरब में कोरोना प्रोटोकॉल और स्वास्थ्य एवं स्वच्छता के संबंध में हज-2022 के लिए विशेष प्रशिक्षण की व्यवस्था की जा रही है, हज के दौरान महामारी की स्थिति को ध्यान में रखते हुए राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय प्रोटोकॉल दिशानिर्देशों को लागू किया जाएगा और उनका सख्ती से पालन कराया जाएगा। मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि भारत और सऊदी अरब में लोगों के स्वास्थ्य और कल्याण को सुनिश्चित करने केलिए कोरोना महामारी के मद्देनजर सऊदी अरब सरकार और भारत सरकार के आवश्यक दिशा-निर्देशों के अनुसार पूरी हज 2022 प्रक्रिया आयोजित की जाएगी। हज प्रक्रिया, महामारी की चुनौतियों के सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय, स्वास्थ्य मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, नागरिक उड्डयन मंत्रालय, भारतीय हज समिति, सऊदी अरब में भारतीय दूतावास और जेद्दा में भारत के महावाणिज्य दूत और अन्य एजेंसियों के बीच विचार-विमर्श के बाद तैयार की जा रही है।
उन्होंने कहा कि हज की व्यवस्था कोरोना महामारी के बीच सऊदी अरब सरकार के विशेष मानदंडों, नियमों और विनियमों, पात्रता मानदंड, आयु संबंधी प्रतिबंध, स्वास्थ्य एवं फिटनेस आवश्यकताओं और अन्य प्रासंगिक शर्तों के साथ विशेष परिस्थितियों में की जा रही है। उन्होंने कहा कि हज केलिए पूरी यात्रा प्रक्रिया महामारी और इसके प्रभाव को देखते हुए महत्वपूर्ण बदलावों केसाथ की जा रही है, इनमें भारत और सऊदी अरब दोनों ही देशों में रहन-सहन, तीर्थयात्रियों के ठहरने की अवधि, परिवहन, स्वास्थ्य और अन्य सुविधाएं शामिल हैं। मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि 3000 से अधिक महिलाओं ने हज 2020 और 2021 के लिए बिना मेहरम श्रेणी के तहत आवेदन किया था, अगर वे हज 2022 में जाना चाहती हैं तो उनके आवेदन हज-2022 केलिए भी पात्र होंगे। उन्होंने कहाकि अन्य महिलाएं भी बिना मेहरम श्रेणी के तहत हज केलिए आवेदन कर सकती हैं, बिना मेहरम श्रेणी के अंतर्गत आने वाली सभी महिलाओं को लॉटरी सिस्टम से छूट दी जाएगी।
हज समीक्षा बैठक में 2022 के लिए अपेक्षित हज कोटा, हज एयर चार्टर, कोरोना प्रोटोकॉल, टीकाकरण, चिकित्सा सुविधाएं, स्वास्थ्य कार्ड, सऊदी अरब में परिवहन, अधिकारियों की हज प्रतिनियुक्ति, खादिम उल हुज्जाज, हज प्रशिक्षण, एम्बार्केशन प्वाइंट और अन्य मुद्दों पर चर्चा की गई। बैठक में अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय की सचिव रेणुका कुमार, सऊदी अरब में भारत के राजदूत डॉ औसफ सईद, अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय की संयुक्त सचिव निगार फातिमा, विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव (खाड़ी) विपुल, नागरिक उड्डयन मंत्रालय में संयुक्त सचिव एसके शर्मा, स्वास्थ्य मंत्रालय में उप महानिदेशक पीके सेन, भारतीय हज समिति के सीईओ मोहम्मद याकूब शेखा, जेद्दा में भारत के महावाणिज्य दूत शाहिद आलम, एयर इंडिया के कार्यकारी निदेशक मेलविन डिसिल्वा और अधिकारी मौजूद थे।