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'आईटीबीपी के हौसले की कोई मिसाल नहीं'

गृह राज्यमंत्री नित्यानंद का आईटीबीपी केलिए गौरवमयी संबोधन

गौतमबुद्ध नगर में आईटीबीपी के स्थापना दिवस पर शानदार परेड

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Monday 25 October 2021 02:15:33 PM

indo-tibetan border police celebrates its 60th raising day

गौतमबुद्ध नगर। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने गौतमबुद्ध नगर में भारत तिब्बत सीमा पुलिस के 60वें स्थापना दिवस पर भव्य परेड की सलामी ली। उन्होंने इस अवसर पर कहाकि हिमालय की विषम परिस्थितियों में आईटीबीपी जवानों के हौसले और कर्तव्यपरायणता की कोई मिसाल नहीं है, देश को उनकी वीरता पर गर्व है। गृह राज्यमंत्री ने कहाकि देश और दुनिया ने देखा हैकि जब वर्ष 2020 में ईस्टर्न लद्दाख में भारत-चीन सीमा पर झड़पें हुईं तो आईटीबीपी के जवानों ने कैसे दुश्मनों से दिन-रात लोहा लेकर उनके दांत खट्टे किए। उन्होंने कहाकि आईटीबीपी ने ऑपरेशन स्नो लेपर्ड के माध्यम से साबित कर दिया हैकि देश की सीमाओं की सुरक्षा में वह अद्वितीय है। उन्होंने कहाकि आईटीबीपी के 23 जवानों को इस साल स्वतंत्रता दिवस पर बहादुरी के पुलिस पदकों से सम्मानित करने की घोषणा की गई, जिनमें 20 जवानों को ‘ऑपरेशन स्नो लेपर्ड’ में वीरता केलिए ये पदक प्रदान किए गए।
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री ने कहाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का देश की सीमा सुरक्षा पर खास ध्यान है और उन्होंने सुरक्षा बलों को परिस्थितियों के अनुसार निर्णय लेने की स्वतंत्रता दी हुई है, जिससे उनका मनोबल बढ़ा है। उन्होंने कहाकि गृहमंत्री अमित शाह ने सीमा सुरक्षा में लगे सभी बलों को साजो-सामान से सुसज्जित किया है तथा उनकी जानकारी में जो भी विषय लाए जाते हैं, उनपर विचार और कार्रवाई की जाती है, ताकि सीमा प्रहरी सक्षम और हर परिस्थिति में विजय हासिल करें। नित्यानंद राय ने कहाकि आईटीबीपी अपनी बहुमुखी योग्‍यता और बहुआयामी कार्यक्षेत्र में कर्तव्यपरायणता केलिए जाना जाता है, सीमा चौकसी हो या हिमालय श्रृंखला के सर्वोच्‍च शिखरों पर आरोहण, एंटी-नक्‍सल आपरेशन हो या फिर आंतरिक सुरक्षा ड्यूटी, प्रत्‍येक क्षेत्र में आईटीबीपी ने देशसेवा की अमिट छाप छोड़ी है। उन्होंने कहाकि छत्तीसगढ़ के नक्सल क्षेत्रों में आईटीबीपी ने वर्ष 2009 से अबतक कई सफल अभियान चलाए हैं। गृह राज्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने सीमा सुरक्षा की चौकसी को तकनीकी रूपसे सशक्त बनाया है और इसमें अत्याधुनिक शोध आधारित प्रणालियों को शामिल किया गया है, जिससे सीमा पर होनेवाली किसी भी गैरकानूनी गतिविधि पर पैनी नज़र रखी जा सके।
गृह राज्यमंत्री ने कहाकि अंतर्राष्‍ट्रीय सीमा पर जहां-जहां गैप्‍स हैं, उनको भरने और उनकी निगरानी हेतु समुचित बंदोबस्‍त करने का कार्य चरणबद्ध तरीके से जारी है। उन्होंने कहा कि आईटीबीपी को और सक्षम बनाने केलिए पिछले वर्ष 47 सीमा चौकियों और 12 स्टेजिंग कैंप्स के निर्माण को स्वीकृति दी गई थी, जो स्वीकृति के आखिरी चरण में है। नित्यानंद राय ने कहाकि आईटीबीपी को हिमालय का प्रहरी कहा जाता है, आईटीबीपी के जवान हिमालय की सुरक्षा के साथ-साथ वहांके निवासियों के मित्र, अभिभावक और संरक्षक की भूमिका निभाते हैं और हर प्रकार की विपदा में वहां के लोगों के साथ खड़े रहते हैं। उन्होंने कहाकि आईटीबीपी ने प्राकृतिक आपदा से प्रभावित क्षेत्रों में विपरीत परिस्थितियों के दौरान राहत एवं बचाव कार्यों में आगे बढ़कर बहुत तत्परता से देशवासियों की सेवा की है। गृह राज्यमंत्री ने कहाकि कोरोना महामारी के दौरान आईटीबीपी ने साहस और बड़े उत्‍साह से बढ़-चढ़कर देशवासियों की सेवा की है।
नित्यानंद राय ने कहाकि कोविड के बावज़ूद आईटीबीपी ने अंतर्राष्ट्रीय, राष्ट्रीय और अखिल भारतीय पुलिस खेलों आदि में शानदार प्रदर्शन किया है और 7 स्वर्ण, 6 रजत एवं 10 कांस्य पदक जीते हैं और पिछले दो साल में हिमालय की 6000 मीटर से ऊंची नौ चोटियों पर सफल पर्वतारोहण अभियान भी पूरा किया है। उन्होंने कहाकि हम हमेशा अपने सुरक्षा बल के जवानों के कल्याण केलिए विचार करते हैं, हमें उनकी समस्‍याओं और उनके कठिन जीवन का पूरा एहसास है, हम इनके समाधान केलिए हमेशा प्रयत्‍नशील हैं। उन्होंने कहाकि अग्रिम चौकियों पर पहुंचने से लेकर वहां की कार्य परिस्थितियों, वाहन, भवन, सड़कों, संचार आदि को लेकर गृह मंत्रालय भी बहुत गंभीर है। गृह राज्यमंत्री ने कहाकि सरकार की कोशिश हैकि केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों में तनाव प्रबंधन की बेहतर व्यवस्था हो, फिट इंडिया मिशन को आत्‍मसात करने केलिए आईटीबीपी ने बहुत अनुकरणीय कार्य किए हैं, आईटीबीपी की फॉर्मेशनों द्वारा वर्षभर फिटनेस मार्च, रन, वॉक आदि कराए जाते हैं।
नित्यानंद राय ने आईटीबीपी द्वारा सीमांत इलाकों में आत्‍मविश्‍वास एवं सुरक्षा भावना पैदा करने केलिए नागरिक कार्रवाई और सीमा क्षेत्र विकास कार्यक्रम के अंतर्गत कल्‍याणकारी कार्य जैसे-चिकित्‍सा शिविरों का आयोजन, वेटनरी कैंप, पेयजल सुविधा, सड़कों की मरम्‍मत, जीवनोपयोगी वस्‍तुओं, स्‍कूली बच्‍चों केलिए लेखन और पठन सामग्री का वितरण, मुफ्त राशन सामग्री का वितरण आदि प्रशंसनीय हैं। नित्यानंद राय ने कहाकि उन्हें ख़ुशी हैकि आईटीबीपी भारत सरकार के विभिन्‍न फ्लैगशिप अभियानों को अपनाते हुए उनके विषय में आम जनता को जागरुक कर रही है। गृह राज्यमंत्री ने आज़ादी के अमृत महोत्सव, कोविड जनजागरुकता आंदोलन, वैक्‍सीनेशन अभियान, पर्यावरण संरक्षण, वृक्षारोपण और स्वच्छता अभियानों में आईटीबीपी की सक्रिय भागीदारी केलिए आईटीबीपी के महानिदेशक और उनकी टीम को बधाई दी।

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