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Tuesday 2 November 2021 03:28:50 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय शिक्षा और कौशल विकास मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा हैकि फॉर्मल क्रेडिट अर्निंग सिस्टम के साथ भाषा सीखने को एक कौशल के रूपमें बढ़ावा दिया जाएगा। उन्होंने यह बात स्कूलों केलिए भाषा संगम पहल, भाषा संगम मोबाइल ऐप और सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर हर साल 31 अक्टूबर को मनाए जानेवाले राष्ट्रीय एकता दिवस पर उन्हें श्रद्धांजलि के रूपमें एक भारत श्रेष्ठ भारत प्रश्नोत्तरी ऐप के शुभारंभ के दौरान कही। धर्मेंद्र प्रधान ने कहाकि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 भारतीय भाषाओं को बढ़ावा देने को रेखांकित करती है। उन्होंने कहाकि भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने पर देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है और यह पहल हमारे छात्रों को हमारे देश की भाषाई विविधता को अपनाने और हमारी संस्कृति, विरासत एवं विविधता की समृद्धि के बारे में संवेदनशील बनाने में मदद करेगी।
शिक्षामंत्री ने कहाकि भाषा संगम पहल 22 भारतीय भाषाओं में रोज उपयोग में आनेवाले बुनियादी वाक्य सिखाने केलिए एक भारत श्रेष्ठ भारत कार्यक्रम के तहत शिक्षा मंत्रालय की एक पहल है, इसके पीछे की सोच यह हैकि लोगों को अपनी मातृभाषा के अलावा अन्य भारतीय भाषाओं में भी बुनियादी बातचीत का कौशल हासिल करना चाहिए। उन्होंने कहाकि हमारा लक्ष्य हैकि आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान कम से कम 75 लाख लोग इस कौशल को हासिल करें। उन्होंने कहाकि भाषा संगम पहल के अंतर्गत-स्कूली बच्चों को यह सुविधा दीक्षा, ई-पाठशाला और 22 पुस्तिकाओं के माध्यम से उपलब्ध कराई जा रही है। शिक्षामंत्री ने बतायाकि भाषा संगम मोबाइल ऐप को माईगॉव के सहयोग से मल्टीभाषी नामक एक स्टार्टअप ने विकसित किया है और शिक्षा मंत्रालय के इनोवेशन सेल के जरिए नज़ारा टेक्नोलॉजीज द्वारा भारत के राज्यों पर 10,000 से अधिक प्रश्नों के साथ एक मोबाइल ऐप आधारित प्रश्नोत्तरी विकसित की गई है।
भाषा संगम पहल के तहत-एनसीईआरटी की विकसित 22 अनुसूचित भाषाओं में 100 वाक्य इस प्रकार प्रस्तुत किए गए हैंकि बच्चे भारतीय भाषा में देवनागरी लिपि, रोमन लिपि और हिंदी एवं अंग्रेजी में अनुवाद पढ़ सकेंगे। भारतीय सांकेतिक भाषा केसाथ ऑडियो और वीडियो के रूपमें 100 वाक्य प्रस्तुत किए गए हैं। भाषा संगम के माध्यम से विद्यालय में छात्र सभी भाषाओं, उनकी लिपियों, उच्चारण से परिचित हो सकेंगे। परीक्षण के आधार पर छात्र सीखने के कई चरणों से गुजरेंगे और डिजिटल प्रमाणपत्र केसाथ एक विस्तृत परीक्षण भी होगा। क्विज़ गेम का लक्ष्य बच्चों और युवाओं को विभिन्न क्षेत्रों, राज्यों, संस्कृति, राष्ट्रीय नायकों, स्मारकों, परंपराओं, पर्यटन स्थलों, भाषाओं, भूगोल, इतिहास, स्थलाकृति के बारेमें अधिक जानने में मदद करना है। प्रश्नोत्तरी में 10,000 से अधिक सवाल हैं, इसको खेलना काफी सरल है-क्विज़ खेलें, सीखें और ग्रेड प्राप्त करें। कार्यक्रम में शिक्षा राज्यमंत्री आरआर सिंह, डीओएसईएल सचिव अनीता करवाल, उच्चशिक्षा सचिव संजय मूर्ति, माईगॉव के सीईओ अभिषेक सिंह, स्कूलों-विश्वविद्यालयों के छात्रों और शिक्षकों ने भाग लिया।