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Saturday 6 November 2021 05:07:03 PM
पणजी। भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के 52वें संस्करण के दौरान भारतीय पैनोरमा खंड में प्रदर्शित की जानेवाली फिल्मों की घोषणा कर दी गई है। भारतीय पैनोरमा का प्राथमिक उद्देश्य विभिन्न श्रेणियों के तहत इन फिल्मों की गैर-लाभकारी स्क्रीनिंग से फिल्म कला को बढ़ावा देने केलिए सिनेमाई, विषयगत और सौंदर्य उत्कृष्टता की फीचर और गैर-फीचर फिल्मों का चयन करना है। अपनी स्थापना के बाद से भारतीय पैनोरमा वर्ष की सर्वश्रेष्ठ भारतीय फिल्मों के प्रदर्शन केलिए समर्पित है। गोवा में फिल्म महोत्सव का आयोजन भारत के फिल्म समारोह निदेशालय, सूचना और प्रसारण मंत्रालय, गोवा सरकार संयुक्त रूपसे 20 से 28 नवंबर 2021 तक करेगा। महोत्सव केलिए पंजीकरण कराने वाले सभी लोग चयनित फिल्मों का आनंद उठा सकते हैं। गोवा में नौ दिन के फिल्म महोत्सव के दौरान सभी पंजीकृत डेलीगेट्स और चयनित फिल्मों के प्रतिनिधि फिल्मों की स्क्रीनिंग में उपस्थित होंगे।
फिल्मों का चयन करने वाली जूरी में भारतीय सिनेमाजगत के प्रख्यात फिल्मकार और फिल्मी हस्तियां शामिल थीं। गौरतलब हैकि फीचर और गैर-फीचर दोनों ही खंड की प्रतिष्ठित ज्यूरी अपनी व्यक्तिगत विशेषज्ञता का प्रयोग करती है और आम सहमति से भारतीय पैनोरमा केलिए फिल्मों का चयन करती है। आईएफएफआई के दौरान कुल 24 फीचर फिल्मों का चयन किया गया है, करीब 221 समकालीन भारतीय फिल्मों के विस्तृत पूल से चयनित फीचर फिल्मों का पैकेज भारतीय फिल्म उद्योग की जीवंतता और विविधता को दर्शाता है। तेरह सदस्यों वाली फीचर फिल्म जूरी की अध्यक्षता प्रशंसित फिल्म निर्माता और अभिनेता एसवी राजेंद्रसिंह बाबू ने की। फीचर जूरी के सदस्य व्यक्तिगत रूपसे विभिन्न प्रशंसित फिल्मों, फिल्म निकायों और पेशे का प्रतिनिधित्व करते हैं, जबकि सामूहिक रूपसे विविध भारतीय फिल्म निर्माण समुदाय का प्रतिनिधित्व करते हैं, इनमें-राजेंद्र हेगड़े ऑडियोग्राफर, मखोनमणि मोंगसाबा फिल्मकार, विनोद अनुपमा फिल्म समीक्षक, जयश्री भट्टाचार्य फिल्मकार, ज्ञान सहाय छायाकार, प्रशांतनु महापात्र छायाकार, हेमेंद्र भाटिया अभिनेता लेखक फिल्मकार, असीम बोस छायाकार, प्रमोद पवार अभिनेता और फिल्मकार, मंजूनाथ टीएस छायाकार, मलय रे फिल्मकार और पराग छपेकर फिल्मकार एवं पत्रकार प्रमुख हैं।
भारतीय पैनोरमा 2021 के फीचर फिल्म खंड के उद्घाटन केलिए जूरी ने एमी बरुआ निर्देशित फिल्म ‘सेमखोर’ (दिमासा) का चयन किया है। आईएफएफआई के भारतीय पैनोरमा में भारतीय फिल्म उद्योग के गैर-फीचर वर्ग से जुड़े प्रख्यात जूरी सदस्यों की चयनित सामाजिक और सौंदर्यपूर्ण रूपसे जीवंत गैर-फीचर फिल्मों का एक समकालीन पैकेज शामिल है। सात सदस्यों की गैर-फीचर जूरी का नेतृत्व प्रशंसित वृत्तचित्र फिल्म निर्माता एस नल्लामुथु ने किया। जूरी में आकाशादित्य लामा फिल्मकार, सिबानु बोरा वृत्तचित्र फिल्मकार, सुरेश शर्मा फिल्मकार, सुब्रत ज्योति नियोग फिल्म समीक्षक, मनीषा कुलश्रेष्ठ लेखिका और अतुल गंगवार लेखक प्रमुख रूपसे शामिल थे। करीब 203 समकालीन भारतीय गैर-फीचर फिल्मों के विविध पूल से चयनित फिल्मों का पैकेज उभरते और स्थापित फिल्मकारों की समकालीन भारतीय मूल्यों को दर्शाने, उनकी समीक्षा, मनोरंजन और उन्हें प्रतिबिंबित करने की क्षमता को दिखाता है। आईएफएफआई के दौरान कुल 20 गैर-फीचर फिल्मों का चयन किया गया है। जूरी ने भारतीय पैनोरमा 2021 की गैर-फीचर फिल्म खंड के उद्घाटन केलिए राजीव प्रकाश निर्देशित फिल्म ‘वेद द विजनरी’ (अंग्रेजी) का चयन किया है।