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Friday 26 November 2021 03:25:15 PM
गौतमबुद्धनगर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिम उत्तर प्रदेश के सर्वाधिक महत्वपूर्ण क्षेत्र जेवर में अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे की आधारशिला रखी। इस अवसर पर विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहाकि यह एयरपोर्ट न केवल उत्तर भारत का लॉजिस्टिक्स गेटवे बनेगा, बल्कि यह एशिया का सर्वाधिक आधुनिक सुरक्षित और दिल्ली को जोड़ने वाला समस्त सुविधाओं से युक्त एयरपोर्ट होगा, जोकि 2024 में देश को समर्पित कर दिया जाएगा। उन्होंने कहाकि यह इस पूरे क्षेत्र को नेशनल गतिशक्ति मास्टरप्लान का एक सशक्त प्रतिबिंब बनाएगा। गौरतलब हैकि उत्तर प्रदेश की तत्कालीन अखिलेश यादव सरकार ने इस एयरपोर्ट की कोई आवश्यकता नहीं है कहकर इसके प्रस्ताव से इनकार कर दिया था। प्रधानमंत्री ने आज इस एयरपोर्ट पर कहाकि उनकी सरकार यूपी सरकार से मिलकर 21वीं सदी के नए भारत के सर्वश्रेष्ठ आधुनिक बुनियादी ढांचे मेंसे एक का निर्माण कर रही है, जहां बेहतर सड़कें, बेहतर रेल नेटवर्क, बेहतर एयरपोर्ट सिर्फ इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स ही नहीं, बल्कि ये पूरे क्षेत्र की कायाकल्प कर देंगे, लोगों का जीवन पूरी तरह से बदल देंगे।
जेवर हवाई अड्डा गौतमबुद्ध नगर जिले में यमुना एक्सप्रेसवे अंतर्राष्ट्रीय विकास प्राधिकरण (येइडा) के अधिसूचित क्षेत्र में 1,334 हेक्टेयर क्षेत्र में बनाया जा रहा है। यह हवाई अड्डा रणनीतिक रूपसे इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से लगभग 72 किलोमीटर, नोएडा से लगभग 52 किलोमीटर, आगरा से लगभग 130 किलोमीटर और दादरी मल्टी-मोडल लॉजिस्टिक्स हब से लगभग 90 किलोमीटर की दूरी पर है। यह भी गौर करने वाली बात हैकि देश के इतने बड़े और अंतर्राष्ट्रीय महत्व के प्रोजेक्ट को लाने में केंद्र में कांग्रेस गठबंधन सरकार ने कभी दिलचस्पी नहीं ली और न ही उत्तर प्रदेश सरकार ने कोई प्रयास किया, बल्कि अखिलेश सरकार ने इसमें अड़ंगे ही लगाए। यह भी एक महत्वपूर्ण बात हैकि इस क्षेत्र के किसानों ने इस हवाई अड्डे के निर्माण केलिए अपनी भूमि सहर्ष दी है। हवाई अड्डे के शिलान्यास पर आज जब यहां लाखों की संख्या में किसान और क्षेत्र के लोग मौजूद थे तो उनकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं था। इस हवाई अड्डे के लिए किसी-किसी किसान ने तो अपनी पूरी जमीन दे दी है, जिसकी प्रधानमंत्री ने दिल से सराहना की। कृषि कानून वापस लेने के बाद प्रधानमंत्री का पश्चिम उत्तर प्रदेश में यह पहला प्रोजेक्ट शिलान्यास था। प्रधानमंत्री की इस क्षेत्र केलिए यह ऐतिहासिक सौगात है, जिसकी समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव चप्पलों से तुलना कर रहे हैं और कांग्रेस मजाक उड़ा रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के बुनियादी ढांचे के विकास के आर्थिक प्रभाव को लेकर कहाकि एक हवाई अड्डे के निर्माण के दौरान रोज़गार के हजारों अवसर बनते हैं, हवाई अड्डे को सुचारु रूपसे चलाने केलिए भी हजारों लोगों की आवश्यकता होती है, इसलिए यह हवाई अड्डा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के हजारों लोगों को नए रोज़गार भी देगा। प्रधानमंत्री ने कहाकि आजादी के सात दशक बाद पहलीबार उत्तर प्रदेश को वह मिलना शुरु हुआ है, जिसका वो हमेशा से हकदार रहा है, डबल इंजन की सरकार के प्रयासों से आज उत्तर प्रदेश देश के सबसे कनेक्टेड क्षेत्र में परिवर्तित हो रहा है। उन्होंने कहाकि यह हवाई अड्डा भारत के बढ़ते विमानन क्षेत्र में एक प्रमुख भूमिका निभाएगा और विमानों के रखरखाव, मरम्मत और संचालन का एक प्रमुख केंद्र होगा। नरेंद्र मोदी ने बतायाकि यहां मरम्मत, रखरखाव और ओवरहॉल केलिए 40 एकड़ में मेंटेनेंस, रिपेयर एंड ओवरहॉल प्रतिष्ठान का निर्माण किया जा रहा है, जिससे सैकड़ों युवाओं को रोज़गार मिलेगा। उन्होंने कहाकि आज भारत विदेशों में इन सेवाओं को प्राप्त करने केलिए हजारों करोड़ रुपये खर्च करता है।
नरेंद्र मोदी ने आनेवाले एकीकृत मल्टी-मोडल कार्गो हब पर कहाकि उत्तर प्रदेश जैसे लैंड-लॉक्ड राज्य में हवाई अड्डा बहुत उपयोगी होगा, यह हब अलीगढ़, मथुरा, मेरठ, आगरा, बिजनौर, मुरादाबाद और बरेली जैसे औद्योगिक केंद्रों की सेवा करेगा। उन्होंने कहाकि खुर्जा के कारीगरों, मेरठ के खेल उद्योग, सहारनपुर का फर्नीचर, मुरादाबाद का पीतल उद्योग, आगरा के जूते-चप्पल और पेठा उद्योग को बुनियादी ढांचे से काफी मदद मिलेगी। प्रधानमंत्री ने कहाकि पहले की सरकारों ने जिस उत्तर प्रदेश को अभाव और अंधकार में बनाए रखा, जिस उत्तर प्रदेश को हमेशा झूंठे सपने दिखाए, वही उत्तर प्रदेश आज राष्ट्रीय ही नहीं, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय छाप छोड़ रहा है। उन्होंने बतायाकि उत्तर प्रदेश में और केंद्र में पहले जो सरकारें रहीं, उन्होंने कैसे पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विकास को नजरअंदाज किया, उसका एक उदाहरण यह जेवर हवाई अड्डा भी है। नरेंद्र मोदी ने कहाकि दो दशक पहले उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार ने इस प्रोजेक्ट का सपना देखा था, लेकिन बाद में यह हवाई अड्डा अनेक साल तक दिल्ली और लखनऊ में पहले की सरकारों की खींचतान में उलझा रहा, डबल इंजन की सरकार के प्रयासों से हम उसी हवाई अड्डे के भूमिपूजन के साक्षी बने हैं।
प्रधानमंत्री ने कहाकि इंफ्रास्ट्रक्चर हमारे लिए राजनीति का नहीं, बल्कि राष्ट्रनीति का हिस्सा है, हम यह सुनिश्चित कर रहे हैंकि प्रोजेक्ट्स अटके नहीं, लटके नहीं, भटके नहीं, हम यह सुनिश्चित करने का प्रयास करते हैं कि तय समय के भीतर ही इंफ्रास्ट्रक्चर का काम पूरा किया जाए। प्रधानमंत्री ने कहाकि देश में कुछ राजनीतिक दलों ने हमेशा अपने स्वार्थ को सर्वोपरि रखा है, इनकी सोच रही है-अपना स्वार्थ, सिर्फ अपने खुद के परिवार का विकास, जबकि हम राष्ट्र प्रथम की भावना पर चलते हैं, सबका साथ-सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास, हमारा मंत्र है। प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश में कुशीनगर हवाई अड्डे, उत्तर प्रदेश में नौ मेडिकल कॉलेज, महोबा में नए बांध और सिंचाई परियोजनाओं, झांसीमें रक्षा गलियारे एवं संबंधित परियोजनाओं, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, जनजातीय गौरव दिवस समारोह, भोपाल में आधुनिक रेलवे स्टेशन, महाराष्ट्र के पंढरपुर में राष्ट्रीय राजमार्ग का भी जिक्र किया। प्रधानमंत्री ने कहाकि कुछ राजनीतिक दलों की स्वार्थी नीतियां हमारी देशभक्ति और राष्ट्रीय सेवा के सामने नहीं टिक सकतीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब इस हवाई अड्डे का भूमिपूजन कर रहे थे, तब लाखों की संख्या में मौजूद लोगों के बीच भाजपा और मोदी जिंदाबाद के नारे गूंज रहे थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, जनरल वीके सिंह, संजीव बलियान, एसपी सिंह बघेल और बीएल वर्मा उपस्थित थे।