स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Saturday 27 November 2021 05:15:50 PM
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कोविड-19 केलिए सार्वजनिक स्वास्थ्य संबंधी तैयारियों और टीकाकरण संबंधी स्थिति की समीक्षा बैठक की, जिसमें उनको अधिकारियों ने कोविड-19 संक्रमणों और मामलों पर वैश्विक रुझानों केबारे में जानकारी दी। अधिकारियों ने इस बातपर प्रकाश डालाकि दुनियाभर के देशों ने महामारी की शुरुआत केबाद से कोविड-19 मामलों में कईबार उछाल का सामना किया है। प्रधानमंत्री ने कोविड-19 मामलों और जांच में पॉजिटिविटी रेट से संबंधित राष्ट्रीय स्थिति की भी समीक्षा की। प्रधानमंत्री को टीकाकरण में प्रगति और हर घर दस्तक अभियान केतहत किए जा रहे प्रयासों से अवगत कराया गया। उन्होंने निर्देश दियाकि दूसरी खुराक का दायरा बढ़ाने की जरूरत है और राज्यों को यह सुनिश्चित करने की जरूरत हैकि जिन लोगों को पहली खुराक मिली है, उन्हें दूसरी खुराक समय पर दी जाए। प्रधानमंत्री को समय-समय पर देश में सीरो-पॉजिटिविटी और सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रतिक्रिया में इसके प्रभाव केबारे में भी जानकारी दी गई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिंता का विषय बने कोविड के नए वेरिएंट 'ओमाइक्रोन' और उसकी प्रकृति, विभिन्न देशों में इसका प्रभाव और भारत के लिए इसके असर केबारे में जानकारी दी गई। भारत केलिए इसके प्रभावों पर भी चर्चा की गई। नरेंद्र मोदी ने नए वेरिएंट को देखते हुए सक्रिय रहने की आवश्यकता बताते हुए कहाकि लोगों को अधिक सतर्क रहने की जरूरत है और मास्क लगाने तथा सामाजिक दूरी का पालन करने जैसी उचित सावधानी बरतने की भी जरूरत है। प्रधानमंत्री ने जोखिम वाले देशों के रूपमें चिह्नित किए गए देशों पर विशेष ध्यान देते हुए सभी अंतर्राष्ट्रीय आगमन की निगरानी और दिशानिर्देशों के अनुरूप यात्रियों की जांच की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने अधिकारियों से सामने आ रहे नए साक्ष्यों को देखते हुए अंतर्राष्ट्रीय यात्रा प्रतिबंधों में ढील देने की योजना की समीक्षा करने को भी कहा। प्रधानमंत्री को देश में अनुक्रमण प्रयासों और फैल रहे वेरिएंट का संक्षिप्त विवरण दिया गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने निर्देश दियाकि जीनोम अनुक्रमण के नमूने अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों और समुदाय से नियमों केअनुसार एकत्र किए जाएं, उनकी इंडियन सार्स-कोविड-2 कंसोर्टियम ऑन जिनोमिक्स के तहत पहले से स्थापित प्रयोगशालाओं के नेटवर्क तथा कोविड-19 प्रबंधन केलिए चिह्नित शुरुआती चेतावनी संकेत के जरिए जांच की जाए। प्रधानमंत्री ने अनुक्रमण प्रयासों को बढ़ाने और इसे और अधिक व्यापक बनाने की आवश्यकता के बारे में बताया। प्रधानमंत्री ने अधिकारियों को राज्य और जिलास्तर पर उचित जागरुकता सुनिश्चित करने केलिए राज्य सरकारों केसाथ मिलकर काम करने का भी निर्देश दिया। उन्होंने निर्देश दियाकि ज्यादा कोविड मामलों वाली जगहों में गहन नियंत्रण और सक्रिय निगरानी जारी रहनी चाहिए और उन राज्यों को आवश्यक तकनीकी सहायता प्रदान की जानी चाहिए, जहां इस समय ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। नरेंद्र मोदी ने कहाकि वायरस के वेंटिलेशन और वायुजनित व्यवहार के बारे में जागरुकता पैदा करने की जरूरत है।
प्रधानमंत्री को अधिकारियों ने बतायाकि वे नए फार्मास्युटिकल उत्पादों केलिए सुविधाजनक दृष्टिकोण अपना रहे हैं, विभिन्न दवाओं के पर्याप्त बफर स्टॉक सुनिश्चित करने केलिए राज्यों के साथ समन्वय का निर्देश दिया गया है। उन्होंने अधिकारियों से बाल चिकित्सा प्रतिष्ठानों सहित चिकित्सा बुनियादी ढांचे के कामकाज की समीक्षा केलिए राज्यों के साथ काम करने को कहा। प्रधानमंत्री ने अधिकारियों से पीएसए ऑक्सीजन संयंत्रों और वेंटिलेटर के उचित कामकाज सुनिश्चित केलिए राज्यों के साथ समन्वय करने को कहा। बैठक में कैबिनेट सचिव राजीव गौबा, नीति आयोग के सदस्य स्वास्थ्य डॉ वीके पॉल, गृह सचिव एके भल्ला, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के सचिव, सचिव औषधि राजेश भूषण, सचिव जैव प्रौद्योगिकी डॉ राजेश गोखले, भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ बलराम भार्गव, सचिव आयुष वैद्य राजेश कोटेचा, सचिव शहरी विकास दुर्गाशंकर मिश्रा, राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आरएस शर्मा, भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार प्रोफेसर के विजय राघवन और वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया।