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भारत को विश्व सिनेमा का केंद्र बनाएंगे-सूचना मंत्री

सिनेमा के जरिए अभिव्यक्ति के बेहतरीन रूपों का प्रचार और निर्माण

भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के 52वें संस्करण का समापन

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Monday 29 November 2021 02:48:26 PM

information and broadcasting minister anurag singh thakur

पणजी। भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के 52वें संस्करण के समापन समारोह पर केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने सिनेमा के सशक्त माध्यम से रचनात्मक अभिव्यक्ति के बेहतरीन रूपों के प्रचार और निर्माण केलिए भारत सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई है। गोवा के डॉ श्यामाप्रसाद मुखर्जी इंडोर स्टेडियम में फिल्मोत्सव के समापन समारोह को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने मुक्त उत्साही निर्माण और अच्छे सिनेमा के असीमित आनंद की भावना केलिए हार्दिक प्रशंसा की, जिसे यह फिल्मोत्सव हर गुजरते साल केसाथ हमेशा बेहतर तरीके से सम्मान देता है। अनुराग सिंह ठाकुर ने फिल्म प्रेमियों से कहाकि 52वां आईएफएफआई हमें नई शुरुआत की ओर ले जा रहा है, हम फिल्म निर्माण की अपनी समृद्ध परंपरा और सिनेमा के जरिए कहानी कहने की कला का उत्सव मनाने केलिए एकसाथ आए हैं। उन्होंने कहाकि सिनेमा के आइकन और लेजेंड्स के हमारे बीच होने के कारण हमने दर्शकों को आकर्षित किया है और युवा प्रतिभाओं को पहचाना है।
भारत को दुनिया का सबसे बड़ा फिल्म निर्माण करने वाला बताते हुए अनुराग सिंह ठाकुर ने कहाकि हमें और अधिक प्रयास करने की जरूरत है, हम क्षेत्रीय उत्सवों की संख्या में वृद्धि करके भारत को फिल्म सामग्री के निर्माण की एक बड़ी शक्ति बनाना चाहते हैं, हम युवाओं की अपार तकनीकी प्रतिभा का लाभ उठाकर भारत को दुनिया का पोस्ट-प्रोडक्शन हब बनाना चाहते हैं। हम भारत को फिल्मों और त्योहारों का केंद्र बनाना चाहते हैं, हम भारत को विश्व सिनेमा का केंद्र और कहानीकारों केलिए सबसे पसंदीदा स्थल बनाना चाहते हैं। अनुराग ठाकुर ने कहाकि आईएफएफआई परिवर्तन की परिस्थितियों केसाथ तालमेल करता रहा है। उन्होंने कहाकि इस वर्ष आईएफएफआई में पहलीबार हमारे पास ओटीटी प्लेटफार्मों की उपस्थिति और उत्साही भागीदारी हुई है, आईएफएफआई ने नई प्रौद्योगिकियों को अपनाया है, दर्शकों के मंचों के विकल्प मौजूद रहे और बदलते समय केसाथ तालमेल स्थापित किया है। उन्होंने कहाकि हमने ब्रिक्स देशों की सर्वश्रेष्ठ फिल्मों का भी प्रदर्शन किया है और हम आशा करते हैंकि यह साझेदारी और आगे बढ़ेगी।
सूचना और प्रसारण मंत्री ने अपनी तरह की अनूठी पहल 75 क्रिएटिव माइंड्स ऑफ टुमॉरो यानि भविष्य के 75 रचनात्मक लोगों पर बात की, जिसमें 75 नवोदित कलाकारों को आईएफएफआई में अवसर प्रदान किया गया था, उन्हें आजादी का अमृत महोत्सव के राष्ट्रीय उत्सव के हिस्से के रूपमें अपनी प्रतिभा को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर पेश करने का दुर्लभ अवसर दिया गया था। उन्होंने कहाकि युवा प्रतिभाओं की पहचान करने और उनका पोषण करने के उद्देश्य से एक अनूठी पहल में हमने भविष्य के 75 क्रिएटिव माइंड्स का चयन किया। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि इनमें से कुछ न केवल फिल्म उद्योग के हिस्से के रूपमें बल्कि सिनेमा जगत के प्रतीक के रूपमें भी कुछ वर्ष केबाद वापस आएंगे, उन्हें जिस तरह का प्रोत्साहन मिला सिनेमा उद्योग के मास्टर क्लास में इस अवसर को पाने वाले वे भाग्यशाली लोगों में से एक हैं। विभिन्न क्षेत्रों में 35 वर्ष से कम आयु के 7 महिला और 68 पुरुष कलाकारों वाले 75 युवाओं को निर्देशन, संपादन, गायन और पटकथा सहित फिल्म निर्माण के उत्कृष्ट कौशल के आधार पर चुना गया है, इनमें से सबसे छोटा प्रतिभागी 16 साल का बिहार का आर्यन कुमार है, जिन्हें फिल्म निर्देशन में उनके कौशल केलिए चुना गया है।
केंद्रीय मंत्री ने 75 क्रिएटिव माइंड्स ऑफ़ टुमॉरो के विचार को साकार करने केलिए और इस विचार पर विस्तार से चर्चा करने तथा अपने साथ काम करने के लिए प्रसिद्ध गीतकार और केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड के अध्यक्ष और वर्ष 2021 केलिए इंडियन फिल्म पर्सनैलिटी अवार्ड से नवाजे गए प्रसून जोशी के प्रति आभार व्यक्त किया। सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने बतायाकि आईएफएफआई साल दर साल बड़ा होता जा रहा है, इसवर्ष आईएफएफआई में फिल्म निर्माताओं, छात्रों और सिने प्रेमियों सहित दुनियाभर के लगभग 10,000 प्रतिनिधियों ने हाइब्रिड प्रारूप में भाग लिया। इसमें 234 फिल्मों का प्रदर्शन किया गया, जिसमें लगभग 450 घंटे की फिल्में दिखाई गईं। सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने बतायाकि इस वर्ष के आईएफएफआई में 73 देशों की चयनित की गई 148 से अधिक विदेशी फिल्मों की विविध सूची केसाथ फिल्म प्रेमियों केलिए एक अनूठा अनुभव प्रस्तुत किया गया। फिल्मोत्सव में 12 विश्व प्रीमियर, 7 अंतर्राष्ट्रीय प्रीमियर, 24 एशिया प्रीमियर और 74 भारत प्रीमियर हुए, 75 भारतीय फिल्मों की स्क्रीनिंग की गई, जिनमें से 17 को विशेष रूपसे भारत @75 खंड के तहत चुना गया। अनुराग सिंह ठाकुर ने बतायाकि आईएफएफआई के इस संस्करण में भारतीय और विश्व सिनेमा के दिग्गजों और बड़ी हस्तियों को सम्मानित किया गया।
अनुराग ठाकुर ने कहाकि हमने हंगेरियन फिल्म निर्माता इस्तेवन स्जाबो और हॉलीवुड फिल्म निर्माता मार्टिन स्कॉर्सेस को सम्मानित किया। उन्होंने कहाकि अंतर्राष्ट्रीय सिनेमा के दोनों दिग्गज हैं, जिन्हें प्रतिष्ठित सत्यजीत रे लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार मिला है। भारतीय सिनेमा की बड़ी शख्सियत प्रसून जोशी और हेमा मालिनी को इंडियन फिल्म पर्सनैलिटी ऑफ द ईयर अवार्ड से सम्मानित किया गया। आईएफएफआई में भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय सिनेमा के कई महानायकों स्वागत किया गया। एक विशेष श्रद्धांजलि भी जेम्स बॉन्ड का किरदार निभाने वाले सर सीन कॉनरी को दी गई थी। आईएफएफआई के इतिहास में पहलीबार नेटफ्लिक्स, अमेज़ॅन और सोनी जैसे सभी प्रमुख ओटीटी प्लेटफार्मों ने विशेष मास्टरक्लास, सामग्री लॉंच और पूर्वावलोकन, क्यूरेटेड फिल्म पैकेज स्क्रीनिंग और विभिन्न अन्य ऑन-ग्राउंड और वर्चुअल प्रस्तुति से फिल्म समारोह में भाग लिया। भविष्य में ओटीटी प्लेटफार्मों की भागीदारी एक नियमित विशेषता बन जाएगी। अनुराग ठाकुर ने ऑनलाइन कार्यक्रमों और उत्सव में भागीदारी के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहाकि ओटीटी प्लेटफॉर्म पर एकसाथ 50 से अधिक फिल्मों का प्रदर्शन किया गया, ओटीटी प्लेटफॉर्म्स के सहयोग से 10 मास्टर क्लास और इन-कनवर्सेशन सत्र आयोजित किए गए। मनोज बाजपेयी, ऋतिक रोशन, शूजीत सरकार और सिनेमा के कई महानायकों ने महोत्सव में अपने अनुभव और कला को साझा किया।
अभिनेत्री और विशिष्ट अतिथि माधुरी दीक्षित के बारेमें अनुराग ठाकुर ने कहा कि वह मनोरंजन की दुनिया में एक बड़ा नाम रही हैं, वह लोगों के दिलों पर राज करती रहेंगी और आनेवाले कई सालों तक मनोरंजन की दुनिया में योगदान देती रहेंगी। गोल्डन पीकॉक और अन्य फिल्मोत्सव पुरस्कारों की घोषणा से पहले सूचना और प्रसारण मंत्री ने सभी दावेदारों को अपनी हार्दिक शुभकामनाएं दीं, साथ ही उन सभी फिल्मों और फिल्म निर्माताओं को बधाई दी, जिन्हें महोत्सव में सम्मानित किया गया है। अनुराग ठाकुर ने कहाकि उनका काम और योगदान आनेवाली पीढ़ियों को उच्च लक्ष्य तय करने और क्षेत्र में लोकप्रिय बनने केलिए प्रेरित करेगा। अनुराग ठाकुर ने आईएफएफआई में भाग लेने केलिए कोविड-19 महामारी के बीच भी 20 या 30 घंटे से अधिक समय तक दुनियाभर में यात्रा करने केलिए अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधियों को धन्यवाद दिया। उन्होंने वैश्विक समुदाय को भारत में आने और फिल्मों की शूटिंग करने केलिए आमंत्रित किया। उन्होंने कहाकि कृपया आइए और भारत में फिल्मों की शूटिंग कीजिए, फिल्म सुविधा कार्यालय आपको एक राज्य से दूसरे राज्य में आपकी जरूरत की हर सुविधा मुहैया कराएगा। उत्तर प्रदेश में आगामी फिल्म सिटी पर अनुराग सिंह ठाकुर ने कहाकि राज्य 1000 एकड़ की फिल्म सिटी केसाथ आ रहा है। उन्होंने कहाकि वे बस सही लोगों के आने और निवेश करने की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
अनुराग ठाकुर ने आईएफएफआई भारतीय पैनोरमा फिल्म खंड के निर्देशक और अभिनेता एमी बरुआ की दीमासा भाषा की पहली फिल्म सेमखोर की सराहना की। एमी बरुआ को असम के आदिवासी समुदाय के कब्जे वाले स्थान पर एकवर्ष तक रहना पड़ा, दीमासा भाषा सीखने केलिए उन्हें विभिन्न बाधाओं को पार करना पड़ा जैसेकि सवेरे जल्दी शूटिंग पूरी करनी थी, ताकि फिल्म जल्दी पूरी की जा सके, इसके लिए उन्होंने एमी बरुआ की सराहना की। अनुराग ठाकुर ने स्मरण किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा की हैकि आजादी के अमृत महोत्सव के हिस्से के रूपमें सरकार जनजातीय स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा के जन्मदिन को जनजातीय गौरव दिवस के रूपमें मनाएगी। अनुराग ठाकुर ने एमी बरुआ को संबोधित करते हुए कहाकि भारत सरकार ने 15 से 22 नवंबर 2021 के बीच के सप्ताह को जनजातीय गौरव सप्ताह के रूपमें मनाया है। केंद्रीय मंत्री ने एनएफडीसी को मजबूत करने का संकल्प व्यक्त किया, इसके माध्यम से ऐसी फिल्में बनाने का भी मौका मिलेगा, जिनसे वित्तीय रिटर्न देने में संदेह हो रहा है, हम दुनियाभर में भारत की संस्कृति और परंपरा को प्रदर्शित करने केलिए मिलकर काम करेंगे। उन्होंने भारत के सिनेमा और हिंदी भाषा को दुनिया के विभिन्न कोनों में ले जाने केलिए फिल्मजगत की सराहना की और कहाकि सरकार इस दिशा में काम करने केलिए फिल्म उद्योग का समर्थन करेगी।

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