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Thursday 9 December 2021 03:00:55 PM
नई दिल्ली। हेलीकॉप्टर दुर्घटना ने भारतीय सेनाओं के पहले रक्षा प्रमुख जनरल बिपिन रावत को देश से छीन लिया है। यही नहीं उनकी पत्नी मधुलिका रावत और ग्यारह सैन्य अधिकारी एवं सैनिक भी इस हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मारे गए हैं। हेलीकॉप्टर में चौदह सैन्य अधिकारी सवार थे। इस दुर्घटना में ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह एक मात्र जीवित बचे हैं, जिनका वेलिंगटन के सैन्य अस्पताल में इलाज चल रहा है। वायुसेना के इस अति आधुनिक और भरोसेमंद हेलीकॉप्टर एमआई-17V5 ने कल दोपहर बाद सुलूर एयरबेस से वेलिंगटन केलिए उड़ान भरी थी और यह तमिलनाडु के नीलगिरी पहाड़ी हवाई क्षेत्र में क्रैश हो गया। जनरल बिपिन रावत स्टाफ कोर्स के संकाय और छात्र अधिकारियों को संबोधित करने केलिए डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज वेलिंगटन जा रहे थे।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और गृहमंत्री अमित शाह, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, राज्यों के मुख्यमंत्री समेत राजनेताओं अधिकारियों और देशवासियों ने हेलीकॉप्टर दुर्घटना में रक्षा प्रमुख जनरल बिपिन रावत सहित सैन्य अधिकारियों और सैनिकों की मृत्यु पर गहरा शोक और संवेदनाएं व्यक्त की हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा हैकि वह एक सच्चे देशभक्त थे और उनका जाना देश केलिए अपूरणीय क्षति है। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने आज लोकसभा में भी इस घटना पर वक्तव्य दिया और बतायाकि वायुसेना के एमआई-17V5 हेलीकॉप्टर ने कल सुबह 11:48 बजे सुलूर एयर बेस से उड़ान भरी, जिसके दोपहर 12:15 बजे तक वेलिंगटन में उतरने की उम्मीद थी, सुलूर एयर बेस पर एयर ट्रैफिक कंट्रोल का हेलीकॉप्टर से लगभग 12:08 बजे संपर्क टूट गया, बाद में कुछ स्थानीय लोगों ने कुन्नूर केपास जंगल में आग देखी और उस स्थान पर पहुंचे, जहां उन्होंने आग की लपटों में घिरे सैन्य हेलीकॉप्टर के मलबे को देखा।
रक्षामंत्री ने बतायाकि हेलीकॉप्टर के जलते मलबे से बरामद सभीको वेलिंगटन के सैन्य अस्पताल पहुंचाया गया, सभी बुरी तरह से क्षतविक्षत हो गए थे, जिनकी डीएनए से ही पहचान हो सकी है। रक्षामंत्री ने कहाकि सैन्य सम्मान केसाथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। उन्होंने सदन की ओर से श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने बतायाकि एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ ट्रेनिंग कमांड एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह की अध्यक्षता में भारतीय वायुसेना ने घटना के संबंध में एक त्रिकोणीय सेवा जांच का आदेश दिया है। उन्होंने बतायाकि ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह वेलिंगटन के मिलिट्री हॉस्पिटल में लाइफ सपोर्ट पर हैं और उनकी जान बचाने के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। हेलीकॉप्टर का ब्लैकबॉक्स दुर्घटनास्थल से बरामद कर लिया गया है, ब्लैक बॉक्स हेलीकॉप्टर की अंतिम उड़ान स्थिति और कॉकपिट बातचीत के बारे में डेटा प्रदान करता है।
उपराष्ट्रपति एम वैंकेया नायडु ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत, वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों और कर्मियों की तमिलनाडु में कुन्नूर के निकट हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मृत्यु हो जाने पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। उपराष्ट्रपति ने जनरल बिपिन रावत के शौर्य और बलिदान को सलाम करते हुए उनके निधन को राष्ट्र की अपूरणीय क्षति बताया तथा हेलीकॉप्टर दुर्घटना में हुई असामायिक मौतों को बहुत बड़ी त्रासदी करार दिया है। उपराष्ट्रपति ने कहाकि जनरल बिपिन रावत के नेतृत्व और विज़न केलिए इस राष्ट्र की जनता सदैव उनकी आभारी रहेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हेलीकॉप्टर दुर्घटना में जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और सशस्त्र बलों के कर्मियों के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री ने कहाकि तमिलनाडु में हेलीकॉप्टर दुर्घटना से मैं अत्यंत दुखी हूं, जिसमें हमने जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और सशस्त्र बलों के कर्मियों को खो दिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि जनरल बिपिन रावत ने अत्यंत कर्मठता से भारत की सेवा की, मेरी गहरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। उन्होंने कहाकि जनरल बिपिन रावत एक उत्कृष्ट सैनिक थे, एक सच्चे देशभक्त के रूपमें उन्होंने सशस्त्र बलों और समस्त सुरक्षा व्यवस्था के आधुनिकीकरण में बहुमूल्य योगदान दिया, सामरिक मामलों में उनकी दूरदृष्टि असाधारण थी, उनके निधन से मुझे गहरा सदमा पहुंचा है। उन्होंने कहाकि भारत के प्रथम सीडीएस के रूपमें जनरल बिपिन रावत ने रक्षा सुधारों सहित सशस्त्र बलों से संबंधित विभिन्न आयामों पर उत्कृष्ट काम किया है, उन्हें सेना में अपनी सेवाएं देने का व्यापक अनुभव था, भारत कभी भी उनकी असाधारण सेवा को नहीं भूलेगा। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत की मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
गृहमंत्री अमित शाह ने एक ट्वीट में कहाकि राष्ट्र केलिए एक बहुत ही दुखद दिन है, हमने अपने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत को एक बहुत ही दुखद दुर्घटना में खो दिया है। जनरल बिपिन रावत बहादुर सैनिकों मेंसे एक थे, जिन्होंने पूरी निष्ठा के साथ मातृभूमि की सेवा की है, उनके अनुकरणीय योगदान और प्रतिबद्धता को शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता है। गृहमंत्री ने कहाकि मैं मधुलिका रावत और सशस्त्र सेनाओं के 11 अन्य कर्मियों के दुखद निधन पर भी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं, मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं, मैं ईश्वर से ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। हेलीकॉप्टर को विंग कमांडर पृथ्वीसिंह चौहान उड़ा रहे थे। उत्तराखंड में बिपिन रावत के गांव में गम का माहौल है। घटना की कोर्ट ऑफ इंक्वॉयरी बैठा दी गई है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
थलसेना अध्यक्ष जनरल एमएम नरवने और भारतीय सेना के सभी सैनिकों ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, डीडब्ल्यूडब्ल्यूए की अध्यक्ष मधुलिका रावत तथा 11 अन्य सैन्य कर्मियों की असामयिक मृत्यु पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहाकि भारत के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत, जिन्होंने भारतीय सेना के उच्च रक्षा संगठन में दूरगामी सुधारों की शुरुआत की, वह एक दूरदर्शी सैन्य अधिकारी थे। उन्होंने भारत के संयुक्त थिएटर कमांड की नींव रखने और सैन्य उपकरणों के बढ़ते स्वदेशीकरण को प्रोत्साहन देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जो एक विरासत है, जिसे आगे की पीढ़ियों द्वारा आगे बढ़ाया और सुदृढ़ किया जाएगा। थलसेना अध्यक्ष ने कहाकि आर्मी वाइव्स वेलफेयर एसोसिएशन की पूर्व अध्यक्ष मधुलिका रावत भी अनुग्रह की प्रतिमूर्ति थीं, जिनकी अनुपस्थिति सभी को खलेगी, सभी 11 सैन्यकर्मी भी समान रूपसे याद आएंगे।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन और अन्य मंत्रियों ने नीलगिरी जिले के मद्रास रेजिमेंटल सेंटर में सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी समेत 13 लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की। तेलंगाना की राज्यपाल डॉ तमिलिसाई सुंदरराजन ने भी नीलगिरी जिले के मद्रास रेजिमेंटल सेंटर में सीडीएस बिपिन रावत और अन्य को पुष्पांजलि अर्पित की। जनरल बिपिन रावत उत्तराखंड के परसाई गांव के रहने वाले थे। पहली पोस्टिंग उनकी ग्यारह गोरखा राइफल्स में हुई थी। सभी शव तमिलनाडु से दिल्ली सैन्य मुख्यालय लाए गए हैं, जहां उन्हें श्रद्धांजलि दी जाएगी।