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Thursday 23 December 2021 03:42:46 PM
गुरुग्राम। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने आज केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल के सीधे नियुक्त राजपत्रित अधिकारियों के 52वें बैच की दीक्षांत परेड की सलामी ली। परेड में 117 राजपत्रित अधिकारी शामिल हुए। नित्यानंद राय ने अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहाकि उनको प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'राष्ट्र प्रथम' के ध्येय वाक्य केसाथ व्यावसायिक उत्कृष्टता, ईमानदारी और अखंडता के उच्चतम मानकों को बनाए रखना होगा। उन्होंने विश्वास जतायाकि नवनियुक्त अधिकारी प्रधानमंत्री के इस भरोसे पर सदा खरा उतरेंगे। नित्यानंद राय ने कहाकि गृहमंत्री अमित शाह कहते हैंकि सीआरपीएफ़ आंतरिक सुरक्षा में अहम भूमिका निभाती है और विश्वास हैकि वे गृहमंत्री के इस विश्वास का हमेशा ख्याल रखेंगे। गृह राज्यमंत्री ने कहाकि कोरोना वैश्विक महामारी के दौरान हमारे देश ने पूरे विश्व समुदाय के समक्ष एक उदाहरण पेश किया है तथा हमें गर्व हैकि भारत कोरोना महामारी से निपटने में दूसरे देशों की भी मदद कर रहा है।
गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने कहाकि स्वयं को मातृभूमि की सेवा हेतु समपर्ण करने से परम कर्तव्य और कोई नहीं है। उन्होंने कहाकि सीआरपीएफ़ देश का सबसे बड़ा सशस्त्र पुलिस बल है और आंतरिक सुरक्षा का जिम्मा इसी बल के कंधों पर है, आनेवाले समय में आप सभी अधिकारियों को इन्हीं चुनौतियों का कुशलतापूर्वक सामना करना है। नित्यानंद राय ने कहाकि सीआरपीएफ़ ने 1939 में अस्तित्व में आने केबाद से व्यावसायिकता और वीरता की एक उच्च पंरपरा स्थापित की है, सीआरपीएफ़ जम्मू-कश्मीर में आंतकवादरोधी अभियानों का सफल संचालन और धारा 370 के विलोपन के उपरांत जम्मू-कश्मीर में शांति व्यवस्था स्थापित करने में महती भूमिका का निर्वहन किया जा रहा है। गृह राज्यमंत्री ने कहाकि भारत में आंतरिक सुरक्षा केलिए नक्सलवाद एक गंभीर समस्या है और वर्तमान में नक्सली समस्या से निपटने केलिए इस बल की एक तिहाई टुकड़ी नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में तैनात है तथा नक्सलियों के विरूद्ध सफलतापूर्वक अभियान चलाते हुए राज्य के विकास में राज्य सरकार की मदद कर रही है। उन्होंने कहाकि संसद भवन पर आतंकवादी हमले को विफल करने में सीआरपीएफ़ ने अग्रणी भूमिका अदा की है।
नित्यानंद राय ने कहाकि अपनी स्थापना से लेकर अभीतक विभिन्न परिचालनिक क्षेत्रों में वीरता केलिए सीआरपीएफ़ को विशिष्ट उपलब्धियों पर 1841 पदक प्राप्त हुए हैं, इसवर्ष भी 4 कीर्ति पदक और 3 शौर्य पदक एवं 218 वीरता पदक केसाथ पुलिस बलों में सर्वाधिक वीरता पदक प्राप्त किए हैं। उन्होंने कहाकि देश की आंतरिक सुरक्षा के साथ-साथ सीआरपीएफ़ ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर संयुक्तराष्ट्र शांति सेना केतौर पर कोसोवो और लाइबेरिया में शांति स्थापना में अपना योगदान दिया है। गृह राज्यमंत्री ने कहाकि बल का एक सराहनीय मानवीय चेहरा है, जो अपने नागरिकों के मानवाधिकारों का सम्मान करता है, यह अपने सिविक एक्शन प्रोग्राम केतहत सहायता करता है और अन्य सेवाएं भी उपलब्ध कराता है। उन्होंने कहाकि राष्ट्र के विभिन्न हिस्सों में सीआरपीएफ़ की तैनाती और भागीदारी इसका परिचायक हैकि इसे जहां भी तैनात किया गया है, इसने सामान्य जनमानस का भरोसा और विश्वास जीता है।
गृह राज्यमंत्री ने कहाकि आनेवाले समय में चुनौतियां कई गुना होंगी, परिस्थितियां अलग और विपरीत होंगी, परंतु एक नेतृत्वकर्ता के रूपमें सीआरपीएफ़ अधिकारियों एवं कार्मिकों को दी गई जिम्मेदारियों के कुशल संचालन हेतु अपनी पेशेवर क्षमता को बढ़ाना और अद्यतन करना होगा। उन्होंने कहाकि सम्मान, साहस, बहादुरी, अनुशासन और देशभक्ति की भावना का विकास आपको कठिन व विषम परिस्थितियों में आगे बढ़ने को प्रेरित करेगा, अब आप उन सभी आवश्यक ज्ञान, कौशल, मूल्यों एवं कुशल प्रवृतियों से लैस हैं, जो देश की आंतरिक सुरक्षा केलिए खतरा बन चुके राष्ट्र और समाज विरोधी तत्वों का मुकाबला करने केलिए आवश्यक हैं। गृह राज्यमंत्री ने कहाकि गृह मंत्रालय को राज्यों की तरफ से सबसे ज्यादा केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल की तैनाती केलिए अनुरोध प्राप्त होता है और यह बल जहां-जहां तैनात होता है, वहां-वहां इसने शांति स्थापित की है। दीक्षांत परेड में सीआरपीएफ़ के महानिदेशक कुलदीप सिंह, बल के वरिष्ठ अधिकारी और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।