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राष्ट्रविरोधी दिन-ब-दिन चालाक-गृह राज्यमंत्री

बीपीआर एंड डी के राष्ट्रीय पुलिस मिशन का तीसरा सम्मेलन

पुलिस सुधारों में राष्ट्रीय पुलिस मिशन के कार्यों की सराहना

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Saturday 25 December 2021 02:44:35 PM

appreciation of the work of national police mission in police reforms

नई दिल्ली। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने नई दिल्ली में पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो (बीपीआर एंड डी) के राष्ट्रीय पुलिस मिशन के तीसरे सम्मेलन के समापन सत्र को संबोधित किया। गृह राज्यमंत्री ने कहाकि मिशन गतिविधियों में मिशन सदस्यों का योगदान भारतीय पुलिस के इतिहास में एक लंबा सफर तय करेगा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सम्पूर्ण पुलिस व्यवस्था में सुधार के विज़न को पूरा करने में इस पुलिस मिशन की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। नित्यानंद राय ने कहाकि मिशन ने अबतक 54 परियोजनाओं-जिनमें मानव संसाधन विकास, सामुदायिक पुलिसिंग के कई पहलू, संचार एवं प्रौद्योगिकी, छात्र पुलिस कैडेट्स प्रोग्राम और पुलिस व्यवस्था में सुधार सहित कई महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स पूरे कर लिए हैं और इन्हें राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों के पुलिस बलों को उपयोग केलिए भेजा गया है। सम्मेलन में बीपीआर एंड डी के महानिदेशक बालाजी श्रीवास्तव, देश के विभिन्न हिस्सों के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और विशेषज्ञ भी शामिल हुए।
पुलिस सुधारों में राष्ट्रीय पुलिस मिशन और उसके सदस्यों के अथक कार्यों की सराहना करते हुए गृह राज्यमंत्री ने कहाकि हम सभी अपने दैनिक जीवन में सूचना प्रौद्योगिकी की भूमिका और हस्तक्षेप से अवगत हैं, अपराधी और राष्ट्रविरोधी तत्व दिन-ब-दिन चालाक होते जा रहे हैं, हमें ऐसे तत्वों को रोकने के लिए प्रौद्योगिकी केसाथ तालमेल बिठाने और पुलिस बलों को प्रशिक्षित करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहाकि पुलिस को अपराधी एवं राष्ट्रविरोधी तत्वों के इरादों को भांपने में निपुणता लानी होगी, ताकि कुशलता से अपराधों को चिन्हित कर उचित कार्यवाही की जा सके। नित्यानंद राय ने कहाकि तमाम जटिलताओं के बावजूद हमारा देश दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है, साथही एक तेजीसे विकसित होती अर्थव्यवस्था भी है, इस स्थिति में लोकतंत्र के जीवित रहने और प्रगति केलिए कानूनी और सामाजिक मूल्यों केलिए प्रतिबद्ध पुलिस संगठन अतिआवश्यक हैं। उन्होने कहाकि सामाजिक परिवर्तन के दौर से गुजर रहे विकासशील लोकतंत्र में पुलिस की भूमिका बहुत ही महत्वपूर्ण हो जाती है।
गृह राज्यमंत्री ने कहाकि हाल के वर्षों में विशेष रूपसे आंतरिक सुरक्षा में बहुआयामी और विविध चुनौतियों का सामना करने केलिए पुलिस बलों में सुधार की उतरोत्तर आवश्यकता है। उन्होंने कहाकि केंद्र सरकार ने मौजूदा पुलिस प्रणाली में कमियों को दूर करने और जहां भी संभव हो ढांचागत संसाधनों में अंतर को भरने केलिए अतिरिक्त धन प्रदान कर मात्रात्मक और गुणात्मक रूपसे पुलिस संगठनों के आधुनिकीकरण एवं सुधार के लिए कई पहल की हैं। नित्यानंद राय ने कहाकि अगर पुलिस को लोगों का विश्वास जीतना है तो उसे अपना व्यवहार दोस्ताना, भ्रष्टाचार मुक्त, जिम्मेदार और लोगों की देखभाल करने वाला रखना होगा और इसमें पुलिस नेतृत्व की भूमिका महत्वपूर्ण है। पुलिस स्टेशनों को पर्याप्त संसाधनों और परिचालन सुविधाओं से लैस करने की आवश्यकता पर बल देते हुए गृह राज्यमंत्री ने कहाकि यह सुनिश्चित करना वरिष्ठ अधिकारियों की जिम्मेदारी हैकि थानों में सुविधाओं का निर्माण और विकास किया जाए, क्योंकि जमीनीस्तर पर अपराधों को रोकने एवं समुचित कार्यवाही में थानों की महत्वपूर्ण भूमिका है। गृह राज्यमंत्री ने कहाकि मानव संसाधन पुलिस केलिए सबसे महत्वपूर्ण संसाधन है और भर्ती तथा प्रशिक्षण की बेहतर पद्धतियों के माध्यम से मानव संसाधन की गुणवत्ता में और सुधार किया जा सकता है। 

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