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Saturday 04 May 2013 07:52:37 AM
नई दिल्ली। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने राष्ट्रपति भवन सभागार में भारतीय रेड क्रॉस सोसायटी (आईआरसीएस) और सेंट जॉन एंबुलेंस (इंडिया) की वार्षिक आमसभा के रस्मी सत्र में हिस्सा लिया। इस अवसर पर राष्ट्रपति ने भारतीय रेड क्रॉस सोसायटी के स्वयंसेवियों और शाखाओं को चार पदक और 12 शील्ड्स तथा सेंट जॉन एंबुलेंस (इंडिया) के स्वयंसेवियों और केंद्रों को समर्पित भावना से की गई उनकी सेवाओं के लिये छह पदकों तथा चार शील्ड्स से सम्मानित किया।
इस मौके पर राष्ट्रपति ने मानवता के लिये उल्लेखनीय सेवायें करने वाले सभी पदक विजेताओं को बधाई दी। उन्होंने कहा कि रेड क्रॉस ने अपने 150 वर्षो के इतिहास में मानवता, न्याय, तटस्थता, स्वतंत्रता, स्वयंसेवा, एकता और सार्वभौमिकता के बुनियादी मूल्यों को बरकरार रखा। उन्होंने कहा कि भारत में भारतीय रेड क्रॉस सोसायटी और सेंट जॉन एंबुलेंस सन् 1920 से मानवीय सेवाओं के मामले में हमेशा अग्रणी रहे हैं और अपने कार्यक्रमों के माध्यम से उन्होंने अपनी पहुंच बढ़ाई है। उन्होंने नर्सिंग स्क़ूलों, वृद्धाश्रमों, तपेदिक कार्यक्रमों, आपदा राहत और तैयारियों तथा बच्चों और युवाओं को सकारात्मक दृष्टिकोण सिखाने में अहम भूमिका निभाई है, इनके प्रयासों से लाखों लोग लाभांवित हुए हैं।
प्रणब मुखर्जी ने कहा कि हमारे देश में वृद्धों की संख्या बढ़ रही है, इसलिए वृद्धों के परिवारों और राष्ट्र को उनकी सेवा करने में पूरा ध्यान देना होगा। उन्होंने कहा कि उपरोक्त दोनों संस्थान युवाओं को प्रशिक्षण दे रहे हैं, ताकि वृद्धों की देखभाल बेहतर तरीके से हो सके। राष्ट्रपति ने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री गुलाम नबी आजाद, डॉ एसपी अग्रवाल और भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी तथा सेंट जॉन के अधिकारियों को उनके समर्पण एवं प्रतिबद्धता के लिए बधाई दी।
राष्ट्रपति ने युवाओं और युवतियों से बड़ी तादाद में आगे आने और स्वैच्छिक रक्तदान के अभियान में अपना योगदान देने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि इन महत्वपूर्ण सामाजिक सेवाओं के लिए हमारे सभी युवाओं को संवेदनशील बनाना बेहद जरूरी है, हमें ये सुनिश्चित करने की कोशिश करनी चाहिए कि प्रत्येक इंसान की रक्त की जरूरत पूरी हो सके। इस अवसर पर केंद्रीय स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्री तथा पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के राज्यपाल सहित गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।