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Saturday 04 May 2013 08:00:41 AM
नई दिल्ली। नागरिक विमानन मंत्री अजित सिंह ने नई दिल्ली में भारत विमानन-2014 की शुरूआत की। भारत विमानन-2014 को शुरू करते हुए उन्होंने कहा कि हवाई यातायात के तेज विस्तार से और आधारभूत संरचना को निजी क्षेत्र के लिए खोले जाने से भारत में हवाई यातायात को गति मिली है और सरकार 12वीं योजना में इसमें 12.1 बिलियन अमेरिकी डालर के निवेश पर विचार कर रही है और इसमें से 9.3 बिलियन डालर के निजी क्षेत्र से आने की आशा है। हवाई संपर्क को गति प्रदान करने के लिए हवाई कंपनियों को 2017 तक अपने बेड़े में 27.5 बिलियन बराबर मूल्य के 370 विमान शामिल हो जाने की आशा है।
नागरिक विमानन मंत्री ने कहा कि विमानन क्षेत्र, यात्रियों और सामान को यातायात सुविधा उपलब्ध कराने के अलावा अर्थव्यवस्था को गति प्रदान करने वाला और रोज़गार का सजृन करने वाला एक प्रमुख क्षेत्र है। उन्होंने कहा कि भारतीय एयरपोर्ट व्यवस्था 2020 तक 336 मिलियन घरेलू और 85 मिलियन अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों को संभालने के लिए तैयार होकर दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा विमानन बाजार बनने जा रहा है। भारत सरकार इस क्षेत्र में निजी भागीदारी और निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए कुछ नीतियों और विनियामक सुधारों को लागू कर चुकी है।
अजित सिंह ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय हवाई यात्राओं को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने भारतीय जहाजों को पूरी दुनिया के कई नए गंतव्यों तक उड़ान भरने हेतु यातायात अधिकारों की अनुमति देने को उदार बनाने के लिए कुछ ठोस कदम उठाए हैं। नए यातायात अधिकारों ने हवाई कंपनियों की कुल यातायात पात्रता को वर्तमान यातायात अधिकारों से लगभग 60 प्रतिशत तक बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि आधुनिकीकरण और विकास की प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण पहलू पांच प्रमुख हवाई अड्डों को सार्वजनिक निजी भागीदारी के अंतर्गत लाना है। निजी क्षेत्र की निरंतर बढ़ती संभावनाओं के साथ हम आने वाले वर्षों में महत्वपूर्ण विकास की आशा करते हैं।