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Friday 14 January 2022 05:47:22 PM
नई दिल्ली। आयुष मंत्रालय का आजादी के अमृत महोत्सव केतहत पहला वैश्विक सूर्य नमस्कार कार्यक्रम देश-दुनिया में खूब उत्साह के साथ मनाया गया। तन-मन को स्वस्थ रखने और कोविडकाल में खुद को सुरक्षित रखने केलिए देश-विदेश के एक करोड़ से ज्यादा लोगों ने कोविड नियमों का पालन करते हुए अपने-अपने स्थानों पर सूर्य नमस्कार किया। भारत में कार्यक्रम की शुरूआत केंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल और केंद्रीय आयुष राज्यमंत्री डॉ मुंजपरा महेंद्रभाई ने वर्चुअल तरीके से की। इस मौके पर बाबा रामदेव, आचार्य बालकृष्ण, श्रीश्री रविशंकर, सद्गुरु जग्गी वासुदेव और देश-विदेश से कई बड़ी हस्तियां जुड़ीं। सुबह 7 से 8 बजे तक दूरदर्शन पर इसका सीधा प्रसारण हुआ।
भारत, इटली, अमेरिका, सिंगापुर, श्रीलंका और जापान जैसे अनेकों देशों में शुक्रवार को सूर्य नमस्कार के साथ दिन की शुरूआत हुई। इस अवसर पर केंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहाकि मकर संक्रांति पर सूर्य अपना पथ बदलकर उत्तरायण में प्रवेश करते हैं, जिसे भारतीय परंपरा में शुभ माना जाता है, इसलिए सूर्य की उपासना भारत में भक्ति-भावना से की जाती है। योग परंपरा में सूर्य अराधना को सूर्य नमस्कार के ज़रिए लोगों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर करने केलिए किया जाता है, इसके साथही देशभर में अनेक सरकारी और गैर-सरकारी संस्थाओं, विभिन्न मंत्रालयों-विभागों से जुड़े लाखों लोगों ने सूर्य नमस्कार के आयोजन किए। दिनभर अलग-अलग वेबसाइटों और सोशल मीडिया हैंडलों पर सूर्य नमस्कार के फोटो और वीडियो अपलोड किए गए। आयुष मंत्रालय केसाथ इस आयोजन में केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय समेत, गृह, रक्षा और शिक्षा मंत्रालय ने और उनके अधीन आनेवाली इकाइयों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
आयुष मंत्रालय और मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान के सहयोग से दूरदर्शन पर आयोजित कार्यक्रम में आयुष राज्यमंत्री डॉ महेंद्रभाई मुंजपरा ने कहाकि ये आयोजन आज़ादी के अमृत महोत्सव के कार्यक्रमों की श्रृखंला के एक भाग के रूपमें है, जिसके द्वारा आज हम प्रकृति को धन्यवाद कह रहे हैं। उन्होंने कहाकि सूर्य नमस्कार फिट और हिट रहने का सबसे बेहतर उपाय है, सूर्य नमस्कार पर हुए अध्ययन बताते हैंकि ये हमारी इम्यूनिटी को मज़बूत करता है और शरीर को स्वस्थ रखने में सहायता करता है। दूरदर्शन पर सीधे प्रसारण की शुरुआत में आयुष सचिव वैद्य राजेश कोटेचा ने सभी साझेदारों का स्वागत करते हुए कहाकि सूर्य नमस्कार जीवनी शक्ति बढ़ाने में मदद करता है। कार्यक्रम में सूर्य नमस्कार की 12 मुद्राओं को 13 बार प्रदर्शित किया गया। मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान के प्रशिक्षित विद्यार्थियों ने दूरदर्शन स्टूडियो और अपने संस्थान के प्रांगण में लय-ताल केसाथ 13 चक्रों का प्रदर्शन किया। देश-विदेश के अलग-अलग स्थानों पर भी इसी तरह से हो रहे सूर्य नमस्कार प्रदर्शन को सीधे प्रसारण में दिखाया गया।
योगगुरू बाबा रामदेव ने कहाकि सूर्य नमस्कार जीवनी शक्ति का आधार थीम पर सूर्य नमस्कार केप्रति लोगों को जागरुक करने केलिए एक बहुत बड़ा आंदोलन है। उन्होंने कहाकि योग का अर्थ लोगों को जोड़ना होता है और यह अभियान वही कर वही कर रहा है, सूर्य नमस्कार के ज़रिए आज 75 लाख से अधिक लोग एक साथ सूर्य नमस्कार कर विश्व को एकता के सूत्र में पिरोने का मंत्र दे रहे हैं। उन्होंने कहाकि सनातनी परंपरा में सिर्फ कोरोना का ही नहीं, बल्कि अनेकों शारीरिक एवं मानसिक समस्याओं का समाधान है। इस दौरान उन्होंने एक शोध आधारित किताब का लोकार्पण भी किया। आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्रीश्री रविशंकर ने कहाकि सूर्य नमस्कार करने से हम सूर्य की ऊर्जा से एक नया इतिहास रच सकते हैं, विश्व को सूर्य की ऊर्जा के उपयोग का मंत्र भी भारत ने ही दिया है। सूर्य की ऊर्जा से हमारे भीतर रोग निरोधक शक्ति जागती है, जो हमें इस वैश्विक महामारी से बचा सकती है। ईशा फाउंडेशन के संस्थापक जग्गी वासुदेव सद्गुरू ने कहाकि संसार में सब कुछ सूर्य की ऊर्जा से ही संचालित होता है, रोज़ाना सूर्य नमस्कार करने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है।
मिस वर्ल्ड जापान 2021 तमाकी होशी भी वर्चुअली जुड़ीं और उन्होंने कहाकि आयुष मंत्रालय भारत सरकार की ये पहल महामारी के इस दौर में हर इंसान केलिए बहुत फायदेमंद साबित हो रही है। जापान में भी बड़ी संख्या में लोग सूर्य नमस्कार कर रहे हैं और अनेकों लोग योग को प्रतिदिन अपनी दिनचर्या में शामिल कर चुके हैं। इटली योग संस्थान की अध्यक्ष डॉ एंटोनिटा रोज़ी ने भी सूर्य नमस्कार कर लोगों से स्वस्थ रहने की अपील की। अमेरिकन योग अकादमी के अध्यक्ष डॉ इंद्रनील बसु रॉय, सिंगापुर योग संस्थान के सदस्य भी इसमें वर्चुअली जुड़े और कोविड नियमों का पालन करते हुए सूर्य नमस्कार किया। एमडीएनआईवाई के निदेशक ईश्वर बसवारेड्डी ने कहाकि सूर्य नमस्कार हमारे श्वसन तंत्र को मजबूत बनाने में बड़ी भूमिका निभाता है, इस यौगिक प्रक्रिया से करने से हम अनेकों बीमारियों से मुक्त रह सकते हैं। इस दौरान हंसा जयदेवा, डॉ एचआर नागेंद्र, पद्मश्री भारत भूषण, दाजी कमलेश पटेल, योगिनी आशा दीदी, चिदानंद सरस्वती, साध्वी भगवती, श्री श्रीधरन ने भी सूर्य नमस्कार से अपने जुड़ाव और इसकी महत्ता पर टिप्पणी की।