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Saturday 29 January 2022 02:15:01 PM
नई दिल्ली। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने एक समाचार चैनल केसाथ बातचीत में कहा हैकि रेलवे भर्ती बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारी उम्मीदवारों के समूहों से मिल रहे हैं और उनका अभ्यावेदन प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने कहाकि हम उम्मीदवारों या अभ्यर्थियों के मुद्दों और शिकायतों पर अत्यंत संवेदनशीलता केसाथ ध्यान दे रहे हैं, आरआरबी केंद्रीकृत रोज़गार सूचना संख्या 01/2019 (गैर-तकनीकी लोकप्रिय श्रेणियों केलिए स्नातक और स्नातक के कम) केतहत चल रही भर्ती परीक्षा, जिसके परिणाम 14 जनवरी 2022 को घोषित किए गए हैं के दूसरे चरण केलिए उम्मीदवारों की शॉर्ट लिस्टिंग पर कुछ उम्मीदवारों ने चिंता व्यक्त की है, मामले की संवेदनशीलता से जांच करने केलिए वरिष्ठ अधिकारियों की एक उच्च अधिकार प्राप्त समिति ने उम्मीदवारों से अभ्यावेदन लेना शुरू कर दिया है।
रेल मंत्री ने उम्मीदवारों को आश्वासन दियाकि उनकी समस्याओं का समाधान अत्यंत संवेदनशीलता केसाथ किया जा रहा है, उन्हें किसी की बातों से भ्रमित या प्रभावित होने की आवश्यकता नहीं है। रेल मंत्री ने परीक्षा के दूसरे चरण केलिए चुने जानेवाले उम्मीदवारों की संख्या के मुद्दे को स्पष्ट करते हुए कहाकि रेलवे की एक पुरानी कार्यप्रणाली के रूपमें एनटीपीसी द्वितीय चरण परीक्षा केलिए बुलाए जाने वाले उम्मीदवारों की संख्या, स्वीकृत रिक्तियों की संख्या से केवल 10 गुनी ज्यादा रखी गई थी। उन्होंने बतायाकि सीईएन 03/2015 केलिए उम्मीदवारों को बुलाए जाने की यह संख्या रिक्तियों की संख्या की 10 गुनी से 15 गुनी की गई औए सीईएन 1/2019 केलिए यह संख्या रिक्तियों की संख्या की 20 गुनी कर दी गई, ताकि अधिक से अधिक छात्रों को परीक्षा में शामिल होने का अवसर मिले। अश्विनी वैष्णव ने बतायाकि प्रत्येक श्रेणी केलिए 20 गुना उम्मीदवारों का चयन किया गया है, मुद्दा यह हैकि एक से ज्यादा श्रेणियों केलिए एक से ज्यादा उम्मीदवारों ने आवेदन किया है।
रेल मंत्री ने कहाकि चूंकि दूसरे चरण में पांच अलग-अलग स्तरों के सीबीटी होते हैं और एक उम्मीदवार को पात्रता, योग्यता और विकल्प के आधार पर एक से अधिक स्तरों केलिए चुना जा सकता है तो 7 लाख रोल नंबरों की सूचियों में कुछ नाम एक से अधिक सूची में दिखाई दे सकते हैं। रेल मंत्री ने कहाकि इस मुद्दे को सुलझाया जा सकता है, सड़क पर विरोध करने या ट्रेन को आग लगाने की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि रेलवे अवसंरचना सार्वजनिक संपत्ति है। अश्विनी वैष्णव ने कहाकि उम्मीदवारों की शिकायतों को देखने केलिए गठित उच्चस्तरीय समिति में भर्ती प्रक्रिया में लम्बा अनुभव रखने वाले वरिष्ठ अधिकारियों को शामिल किया गया है। उन्होंने संबंधित उम्मीदवारों से अनुरोध कियाकि वे तीन सप्ताह के भीतर यानी 16 फरवरी 2022 तक समिति को अपनी शिकायतें या चिंताएं प्रस्तुत करें और हम उसके तुरंत बाद समाधान लेकर आएंगे।
गौरतलब हैकि भर्ती प्रक्रिया के हिस्से के रूपमें दूसरे चरण की कंप्यूटर आधारित परीक्षा पर उठाए गए सवालों पर जवाब में रेलवे ने स्पष्ट किया हैकि अधिसूचना केलिए यदि आवेदन देने वाले उम्मीदवार बड़ी संख्या में हैं और एक करोड़ से अधिक हैं तो सीबीटी को दो चरणों में करने की सलाह दी जाती है, जिसमें पहले चरण का उपयोग, दूसरे चरण की सीबीटी केलिए उपयुक्त उम्मीदवारों की स्क्रीनिंग केलिए किया जाता है और सीमित उम्मीदवारों केसाथ दूसरे चरण की परीक्षा आयोजित की जाती है, ताकि व्यापक तौरपर सामान्यीकरण न हो तथा अंतिम योग्यता अधिक न्यायसंगत और निष्पक्ष हो। दूसरे चरण की सीबीटी की शॉर्टलिस्ट में शामिल उम्मीदवारों की संख्या पर व्यक्त की गई चिंता पर रेलवे ने कहाकि केंद्रीकृत रोज़गार अधिसूचना 01/2019 केलिए पहले चरण की सीबीटी को स्नातक और 10+2 पास उम्मीदवारों के लिए सामान्य बना दिया गया है, यह सीईएन में प्रस्तावित किया गया हैकि अधिसूचित रिक्तियों से 20 गुना ज्यादा उम्मीदवारों को दूसरे चरण की सीबीटी केलिए बुलाया जाएगा, ताकि प्रथम चरण की सीबीटी के माध्यम से स्क्रीनिंग केबाद दूसरे चरण की सीबीटी केलिए पर्याप्त संख्या में उम्मीदवारों को उपस्थित होने का अवसर दिया जा सके।
रेल मंत्री ने कहाकि सात लाख रोल नंबरों केलिए नहीं, बल्कि 7 लाख उम्मीदवारों केलिए शॉर्टलिस्ट तैयार की जानी चाहिए, इस भ्रम को दूर करने केलिए यह स्पष्ट किया जाता हैकि यह कहीं भी उल्लेख नहीं किया गया थाकि दूसरे चरण की सीबीटी केलिए 7 लाख अलग-अलग उम्मीदवारों से शॉर्टलिस्ट बनाई जाएगी, चूंकि दूसरे चरण में पांच अलग-अलग स्तरों के सीबीटी होते हैं और एक उम्मीदवार को पात्रता, योग्यता और विकल्प के अनुसार एक से अधिक स्तरों केलिए चुना (शॉर्टलिस्ट) जा सकता है तो 7 लाख रोल नंबरों की सूची में कुछ नाम एक से अधिक सूची में दिखाई दे सकते हैं। अधिसूचना के पैरा 13 में विस्तृत रूपसे अधिसूचित रिक्तियों के 20 गुना ज्यादा की दर से स्तर/पद के आधार पर संक्षिप्त सूची बनाई गई है। सूचियों में 7,05,446 रोल नंबर मौजूद हैं, जो कुल 35,281 अधिसूचित रिक्तियों से 20 गुना ज्यादा हैं। अंत में, 35,281 अलग-अलग उम्मीदवारों का चयन किया जाएगा और योग्यता तथा वरीयता पर एक उम्मीदवार की नियुक्ति केवल एक पद केलिए की जाएगी, इस प्रकार कोई पद रिक्त नहीं रहेगा।
स्नातक और बारहवीं (10+2) स्तर के पदों केलिए पात्र बनने का स्नातक उम्मीदवारों को अनुचित लाभ मिलने संबंधी प्रश्न के जवाब में रेलवे ने स्पष्ट कियाकि समय, ऊर्जा और श्रम को बचाने के उद्देश्य से स्नातक और बारहवीं (10+2) स्तर के पदों केलिए भर्तियों का एकीकरण किया गया है। यह कदम कोविड-19 महामारी के दौरान उपयोगी साबित हुआ है, साथ ही कंप्यूटर आधारित टेस्ट 1 (सीबीटी 1) के मानकों को बारहवीं (10+2) स्तर का रखा गया है, ताकि बारहवीं (10+2) स्तर के छात्रों को घाटा न हो और सिर्फ सीबीटी 2 में ही विभिन्न स्तरों पर अलग-अलग मानक होंगे। भर्ती प्रक्रिया में देरी के संबंध में रेलवे ने कहा हैकि मार्च 2020 से कोविड-19 महामारी और उसकी वजह से विभिन्न राज्यों में प्रतिबंधों के कारण भर्ती प्रक्रिया में देरी हुई है। सोशल डिस्टेंसिंग के मानदंडों के कारण सीबीटी द्वारा उपयोग की जाने वाली क्षमता भी प्रभावित हुई है, जिससे शिफ्टों की संख्या में वृद्धि हुई है। सीईएन 01/2019 के प्रथम चरण के सीबीटी में 133 शिफ्ट रखी गई थीं।