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Saturday 12 February 2022 02:04:51 PM
नई दिल्ली। प्रसिद्ध मणिपुरी नृत्यांगना सविता बेन मेहता की घरेलू फिल्मों का एक बड़ा संग्रह अब राष्ट्रीय अभिलेखागार का हिस्सा है। राष्ट्रीय अभिलेखागार को सौंपा गया संग्रह 8 मिमी और सुपर 8 मिमी फिल्म प्रारूप में है, जिसका उपयोग 'होम मूवी' के रूपमें निजी फिल्मों को शूट करने केलिए किया जाता है। प्रसिद्ध कलाकार के कोडाक्रोम और कोडाक्रोम II होम मूवीज के इस व्यक्तिगत संग्रह को एनएफएआई संरक्षण केलिए प्राप्त कर रहा है, क्योंकि ये फुटेज महत्वपूर्ण सामाजिक दस्तावेज हो सकते हैं। विशेष रूपसे शौकिया उपयोग केलिए कोडाक्रोम और कोडाक्रोम II को क्रमशः 1935 और 1961 में पेश किया गया था। कोडाक्रोम II 'नियमित कोडाक्रोम' से बेहतर था।
मणिपुरी शास्त्रीय नृत्य भगवान श्रीकृष्ण और राधा केबीच के प्रेमपूर्ण संबंधों को दर्शाता है। इस नृत्य कला की विशेषता है-सुंदर परिधानों, भावपूर्ण और कोमल मुद्राओं का उपयोग। मणिपुरी नृत्य शैली की महान प्रतिपादक सविता बेन मेहता ने इसे विश्वस्तर पर लोकप्रिय बनाया। मणिपुरी नृत्य में वे अद्वितीय थीं। दिलचस्प बात यह हैकि उनका जन्म गुजरात में हुआ था, उन्होंने बड़ौदा के आर्य कन्या विद्यालय में शिक्षा प्राप्त की और बैले नृत्य के निर्देशक तथा कोरियोग्राफर के रूपमें भी उल्लेखनीय योगदान दिया। एनएफएआई के निदेशक प्रकाश मगदुम ने कहा हैकि वे 8 मिमी फिल्मों का यह महत्वपूर्ण संग्रह प्राप्त करके खुश हैं, जो एनएफएआई केलिए एक दुर्लभ प्राप्ति है।
एनएफएआई के निदेशक ने कहाकि व्यापक रूपसे यह समझा जाता हैकि 1960 और 1970 के दशक में 8 मिमी और सुपर 8 मिमी फिल्में प्रचलन में थीं। उन्होंने कहाकि इस संग्रह में पूर्वोत्तर भारत में शूट किए गए फुटेज के साथ-साथ उसके नृत्य प्रदर्शन के फुटेज हो सकते हैं और हम जल्द ही इनका डिजिटलीकरण करेंगे। एनएफएआई के निदेशक ने कहाकि वे उद्योगपति जय मेहता के परिवार के आभारी हैं, जो सविता बेन मेहता के भतीजे हैं। सविता बेन मेहता कई भाषाओं में कुशल थीं और फुटेज में उनकी लिखावट मैतेई (मणिपुर की भाषा) में है। यह दान-कार्य प्रसिद्ध कला क्यूरेटर दीप्ति शशिधरन निदेशक एका संग्रह सेवाएं और रचेल नोरोन्हा के सहयोग और समर्थन से संभव हुआ है।