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Monday 06 May 2013 07:34:00 AM
नई दिल्ली। भारतीय विधि संस्था ने आगामी शिक्षा वर्ष 2013-14 से एक वर्ष का डिग्री कार्यक्रम-अभिनव एलएलएम आरंभ किया है। इसके लिए बेहतर पाठ्यक्रम और अनुसंधान श्रेष्ठता के प्रति अभिनव दृष्टिकोण अपनाया जाएगा। इस संस्था ने एक वर्ष के एलएलएम कार्यक्रम के साथ-साथ दो वर्ष के एलएलएम और अन्य डिप्लोमा कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। एलएलएम कार्यक्रमों में दाखिला अखिल भारतीय स्तर पर ली जाने वाली प्रवेश परीक्षा में मैरिट के आधार पर किया जाएगा। भारत के मुख्य न्यायाधीश, विधि और न्याय मंत्रालय में अधिकांश रूप से वित्तपोषित इस संस्था के पदेन अध्यक्ष होंगे। संस्था को वर्ष 2004 में डीम्ड विश्वविद्यालय के रूप में भी घोषित किया गया था, तब से यह संस्था अपने एलएलएम और डॉक्टरी कार्यक्रम चला रही है।
नई दिल्ली स्थित इस भारतीय विधि संस्था ने देश में कानूनी शिक्षा के एक प्रमुख केंद्र का रूप ले लिया है। कानूनी अनुसंधान को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 1956 में बनाई गई इस संस्था ने कानून के विभिन्न क्षेत्रों में डॉक्टरी अनुसंधान में श्रेष्ठता को बढ़ावा दिया है। न्यायाधीशों, अधिवक्ताओं और शिक्षाविदों को इसमें सक्रिय भूमिका दी गई है, ताकि कानूनी अध्ययन के प्रति समन्वित दृष्टिकोण विकसित किया जा सके। संस्था का उद्देश्य विधि विज्ञान में रुचि पैदा करना, प्रगतिशील अध्ययन और कानून में अनुसंधान को बढ़ावा देना है, ताकि लोगों की सामाजिक, आर्थिक और अन्य आवश्यकताओं को पूरा किया जा सके, कानून को प्रणालीबद्ध किया जा सके तथा कानूनी और संबद्ध क्षेत्रों में अनुसंधान को प्रोत्साहित किया जा सके।