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Monday 06 May 2013 07:37:35 AM
नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री गुलाम नबी आज़ाद ने नई दिल्ली में एम्स में तिमारदारों और एम्स स्टॉफ के लिए तीन स्तरीय भूमिगत पार्किंग सुविधा की शुरूआत की। इसकी नींव भी उन्होंने ही 1 अक्टूबर 2011 को रखी थी, इसका निर्माण कार्य 9 महीने के अंदर पूरा भी हो गया था, लेकिन औपचारिक शुरूआत के लिए विभिन्न विभागों से देरी से मंज़ूरी मिलने के कारण इसकी शुरूआत अब हो सकी। एचएससीसी ने 54 करोड़ रूपए की लागत से इस पार्किंग सुविधा का निर्माण किया है।
भूमिगत पार्किंग में 400 वाहन खड़े किए जा सकेंगे। उन्होंने कहा कि कार्य दिवसों पर लगभग 5400 वाहन और रविवार/छुट्टी वाले दिनों में 3200 वाहन एम्स परिसर में आते हैं। पार्किंग की बढ़ती ज़रूरतों को पूरा करने के लिए एम्स प्रशासन इसके अतिरिक्त एक मास्टर प्लान पर काम कर रहा है, जिसके तहत भूमिगत पार्किंग बनाकर उसमें लगभग 10,000 वाहनों को खड़ा करने का प्रस्ताव है। एनडीएमसी और अन्य प्रशासनों से मास्टर प्लान को स्वीकृति मिलने के बाद इस प्रस्ताव पर आगे कार्य किया जाएगा।
आज़ाद ने कहा कि एम्स नई दिल्ली चिकित्सा शिक्षा अनुसंधान और मरीज़ों की देख-रेख में देश का अग्रणी संस्थान है। सन् 2011-12 में 26 लाख से अधिक मरीज़ों ने ओपीडी और आपातकाल विभागों में इलाज कराया, 1.7 लाख से अधिक मरीज़ यहां भर्ती हुए और एम्स के डॉक्टरों तथा विशेषज्ञों ने 1.26 लाख से ज्यादा सर्जरी की। यह आंकड़े बताते हैं कि एम्स फैकल्टी, प्रशासन और वहां के स्टाफ पर काम का कितना बोझ है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि देश के विभिन्न हिस्सों में 6 नए एम्स शुरू होने से आने वाले वर्षों में इलाज के लिए एम्स(नई दिल्ली) आने वाले मरीज़ों की संख्या घटेगी।