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Saturday 19 February 2022 12:32:34 PM
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से 7 लोक कल्याण मार्ग पर देशभर के प्रमुख सिख नेताओं ने मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल ने सिख समुदाय के कल्याण केलिए लगातार कदम उठाने तथा विशेष रूपसे 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस घोषित करने के माध्यम से चार साहिबज़ादे को सम्मानित करने केलिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया। गौरतलब हैकि चार साहिबज़ादे शब्द का प्रयोग सिखों के दशम गुरु श्रीगुरु गोबिंद सिंहजी के चार सुपुत्रों-साहिबज़ादा अजीत सिंह, जुझार सिंह, ज़ोरावर सिंह और फतेह सिंह को सामूहिक रूपसे संबोधित करने केलिए किया जाता है। प्रतिनिधिमंडल के प्रत्येक सदस्य ने प्रधानमंत्री को 'सिरोपाओ' और 'सिरी साहिब' से सम्मानित किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अवसर पर कहाकि देश के कई क्षेत्रों में लोग चार साहिबजादे के योगदान और बलिदान केबारे में नहीं जानते हैं। उन्होंने याद करते हुए कहाकि जब भी उन्हें स्कूलों में और बच्चों के सामने कुछ कहने का मौका मिलता था, वे हमेशा चार साहिबजादे के बारे में बोलते थे, 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस के रूपमें मनाने का निर्णय देश के कोने-कोने में बच्चों को उनके बारे में जागरुक बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। प्रधानमंत्री ने सिख नेताओं को धन्यवाद दिया और कहाकि उनके घर के दरवाजे उनके लिए हमेशा खुले हैं। उन्होंने पंजाब में अपने प्रवास के दौरान उनके साथ अपने संबंधों को तथा साथ बिताए समय को याद किया।
प्रधानमंत्री ने सिख समुदाय की सेवा भावना की प्रशंसा की और कहाकि दुनिया को इसके बारे में और अधिक अवगत कराने की जरूरत है। प्रधानमंत्री ने कहाकि उनकी सरकार सिख समुदाय के कल्याण केलिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है, इस संबंध में सरकार के विभिन्न कदमों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने अफगानिस्तान से गुरुग्रंथ साहिब को पूरे सम्मान केसाथ वापस लाने केलिए किए गए विशेष प्रबंधों के बारे में चर्चा की। उन्होंने सिख तीर्थयात्रियों केलिए करतारपुर साहिब कॉरिडोर को खोलने केलिए सरकार के राजनयिक स्तर पर उठाए गए विभिन्न कदमों के बारे में भी बताया। मनजिंदर सिंह सिरसा भी इस दौरान उपस्थित थे। उन्होंने कहाकि वीर बाल दिवस मनाने का निर्णय देशभर के बच्चों को चार साहिबजादे के बलिदानों से परिचित कराएगा।
सिंह साहिब ज्ञानी रणजीत सिंह जत्थेदार तख्त श्रीपटना साहिब ने करतारपुर साहिब कॉरिडोर को फिरसे खोलने और लंगर पर से जीएसटी हटाने जैसे कदम उठाने केलिए प्रधानमंत्री का धन्यवाद किया। उन्होंने कहाकि प्रधानमंत्री के सिख समुदाय के हितों केलिए उठाए गए विभिन्न कदम इस बात को दर्शाते हैंकि वे दिल से सिख हैं। राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व अध्यक्ष तरलोचन सिंह ने कहाकि आजादी के बाद यह पहला मौका है, जब देश के विभाजन के दौरान बड़ी संख्या में अपने प्राणों की आहुति देने वाले सिख समुदाय के योगदानों को स्वीकार किया जा रहा है। उन्होंने सिख समुदाय के योगदानों को वैश्विक मंच पर ले जाने के लिए प्रधानमंत्री का धन्यवाद किया।