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Monday 06 May 2013 08:49:56 AM
नोएडा। एशियाई विकास बैंक के संचालक मंडल की 46वीं वार्षिक बैठक के गतिविधि सत्र के दौरान आर्थिक मामलों के विभाग में सचिव डॉ अरविंद मायाराम ने बैठक की सफलता में सहयोग और योगदान के लिए सभी समकक्ष संचालकों, एडीबी अध्यक्ष, प्रबंधन, कर्मचारियों, प्रतिभागियों और उपाध्यक्ष के तौर पर जॉर्जिया और स्विट्जरलैंड के संचालकों के सहयोग का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि चार दिनों की यह चर्चा बेहद उत्साहवर्धक रही, जिसमें एशिया और प्रशांत क्षेत्र के विकास में एडीबी की भूमिका को जारी रखने पर व्यापक सहमति बनी, बैठक में आपसी विचार साझा करने और एजेंडा की बातों को आगे बढ़ाने का उत्कृष्ट अवसर मिला, गरीबी दूर करने सहित विकास संबंधी विभिन्न मुद्दों तथा एडीबी के भविष्य की दिशा निर्धारित करने के संबंध में काफी सार्थक चर्चा हुई।
उन्होंने कहा कि इस वार्षिक बैठक का विषय “सशक्तिकरण के जरिए विकास” काफी प्रासंगिक है, यह सभी विकासशील देशों का ध्यान आकृष्ट कर रहा है, समावेशी विकास के लिए भी यह काफी महत्वपूर्ण है, भविष्य के लिए यह काफी महत्वपूर्ण होगा कि हमारा विकास आर्थिक, सामाजिक और पर्यावरणीय रूप से सतत और समावेशी हो, इस उद्देश्य को पूरा करने और विश्व के अन्य क्षेत्रों के लिए एशिया और प्रशांत क्षेत्र को आदर्श के रूप में प्रस्तुत करने में योगदान देने का अनुभव और विशेषज्ञता एडीबी के पास है।
डॉ अरविंद मायाराम ने एडीबी सदस्यों और हितधारकों का आह्वान किया कि वे एडीबी को सहयोग प्रदान करने के लिए साथ मिलकर काम करना जारी रखें, ऐसा करके हम ऐसे विकास में योगदान दे सकते हैं, जिससे एशिया-प्रशांत क्षेत्र के गरीब से भी गरीब नागरिकों के जीवन स्तर में सुधार हो। इस अवसर पर उन्होंने संचालक मंडल के नए अध्यक्ष कजाख्सतान के संचालक येरबोलाट दोस्सायेव का स्वागत किया और विश्वास व्यक्त किया कि वे पूरे जोश के साथ इस क्षेत्र के प्रति प्रतिबद्धता को पूर्ण करने में एडीबी का मार्गदर्शन करेंगे, अब हमें अगले वर्ष अस्ताना में होने वाली अगली सार्थक बैठक का इंतजार है।