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Friday 25 March 2022 01:41:49 PM
शिलांग। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने शिलांग में असम राइफल्स के स्थापना दिवस पर एआर मुख्यालय शिलांग में सैनिक सम्मेलन में शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया। उन्होंने असम राइफल्स के 187वें स्थापना दिवस समारोह में देश केलिए अपने प्राणों का बलिदान देने वाले वीर सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की और कहाकि असम राइफल्स की स्थापना 1835 में कछार लेवी के नाम से हुई थी एवं दोनों विश्व युद्धों और स्वतंत्रता के पश्चात सभी लड़ाईयों में असम राइफल्स ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। गृह राज्यमंत्री ने कहाकि अपने लंबे इतिहास के दौरान असम राइफल्स को सभी अर्धसैनिक बलों में अधिकतम वीरता पुरस्कारों से सम्मानित होने का अनूठा गौरव प्राप्त है और यह बल प्रभावी युद्ध कौशल से परिपूर्ण संगठन के रूपमें उभर चुका है। गृह राज्यमंत्री ने कहाकि असम राइफल्स ने अपने गौरवशाली इतिहास के दौरान पूर्वोत्तर, जम्मू और कश्मीर के उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में शांति एवं सद्भावना बनाए रखने में अहम योगदान दिया है, असम राइफल्स ने पूर्वोत्तर में उग्रवाद के खिलाफ लड़ाई और भारत-म्यांमार सीमा पर मादक पदार्थों की तस्करी रोकने में अनुकरणीय प्रदर्शन किया है।
गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने कहाकि असम राइफल्स आल राउंडर बल है, इसकी दो बटालियन जम्मू-कश्मीर में तैनात हैं और एक एनडीआरएफ बटालियन भी है, जो प्राकृतिक आपदा पर अपनी सक्रिय भूमिका अदा कर रही है। नित्यानंद राय ने कहाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमेशा देशहित के साथ-साथ देश के सुरक्षाबलों के हितों को सर्वोपरि रखा है, सुरक्षा बलों और उनके परिजनों के कल्याण के कई कदम उठाए हैं। उन्होंने कहाकि गृहमंत्री अमित शाह का कथन हैकि असम राइफल्स पूर्वोत्तर का प्रहरी और वीरता एवं साहस के समृद्ध इतिहास केसाथ देश का सबसे पुराना अर्द्धसैनिक बल है। नित्यानंद राय ने कहाकि गृह मंत्रालय ने पांच अतिरिक्त बटालियनों के गठन को सैद्धांतिक मंजूरी प्रदान की है, ताकि फील्ड पोस्टिंग केबाद जवानों को अनुकूल वातावरण में परिवार केसाथ रहने का अवसर मिल सके। उन्होंने कहाकि नशीली दवाओं ने युवा पीढ़ी को अपनी चपेट में ले रखा है, जो राष्ट्र के विकास में बहुत घातक सिद्ध हो रहा है, इसे ध्यान में रखते हुए सरकार ने असम राइफल्स को एनडीपीएस अधिनियम की शक्तियां प्रदान की हैं, यह एक सुविचारित निर्णय था, जिसके परिणामस्वरूप असम राइफल्स ने पिछले वर्ष के दौरान लगभग 40 करोड़ रुपये के मादक पदार्थ और ड्रग्स जब्त किए हैं। नित्यानंद राय ने इस अवसर पर अधिकारियों को पुरस्कृत किया और पूर्व अधिकारियों से भी मुलाकात की।
गृह राज्यमंत्री ने कहाकि बल के संरचनात्मक परिचालन और कार्यक्षमताओं को बढ़ाने के उद्देश्य से भर्ती और संवर्ग समीक्षा पर सक्रिय रूपसे काम किया जा रहा है। उन्होंने कहाकि हमारा सार्थक प्रयास रहेगा कि शीघ्रही इसे मूर्तरूप प्रदान किया जाए। उन्होंने कहाकि पिछली संवर्ग समीक्षा 2003 में की गई थी, नई संवर्ग समीक्षा से वर्तमान समय की आवश्यकता को पूरा करने और संगठनात्मक दक्षता में सुधार करने में मदद करेगी। गृह राज्यमंत्री ने कहाकि असम राइफल्स के आधुनिकीकरण की योजना को भी मंजूरी दे दी गई है और इस समय यह कार्यांवयन के चरण में है, यह एक दूरदर्शी कदम है, जो बल को सौंपे गए कार्यों को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा, साथही इससे अत्याधुनिक हथियार, संचार, निगरानी एवं प्रशिक्षण हेतु बुनियादी ढांचा को भी बल मिलेगा। गृह राज्यमंत्री ने कहाकि कोविड-19 महामारी से उत्पन्न चुनौतियों के बावजूद बल ने 5,192 कर्मियों की भर्ती करके एक सराहनीय कार्य किया है, इसके अलावा 4,000 कर्मियों की भर्ती प्रक्रिया जारी है। नित्यानंद राय ने कहाकि असम राइफल्स ने लैंगिक समानता और महिला सशक्तिकरण केलिए ठोस प्रयास किए हैं, जिसके परिणामस्वरूप बल में 1,187 महिलाओं को भर्ती किया गया है।
गृह राज्यमंत्री ने आशा व्यक्त कीकि असम राइफल्स में महिला सैनिकों की संख्या में उत्तरोत्तर और वृद्धि होगी। उन्होंने कहाकि डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ़ कांगों में महिला टीम की तैनाती से देश को विश्व में महाशक्ति बनाने की हमारी आकांक्षाओं को बल मिलता है, हालांकि भारत बहुत लंबे समय से संयुक्तराष्ट्र शांति स्थापना में योगदान दे रहा है, परंतु असम राइफल्स की राइफलवुमन टीम के जुड़ने से राष्ट्रों के समुदाय केप्रति हमारी प्रतिबद्धता में एक और सामाजिक एवं मानवीय आयाम जुड़ गया है। गृह राज्यमंत्री ने बल की सभी राइफलवुमन को बधाई दी, जिन्होंने इस उपलब्धि को संभव बनाया है, उनसे भविष्य में और भी बेहतर कार्य की अपेक्षा की और कहाकि असम राइफल्स महिला सशक्तिकरण के अपने अहम योगदान केलिए प्रशंसा की पात्र है, जो इन राइफलवुमन के कौशल में दिखाई देता है। गृह राज्यमंत्री ने कहाकि देश की सुरक्षा केलिए असम राइफल्स के सभी रैंकों को काफ़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, इसलिए उनका कल्याण हमारी सरकार केलिए सर्वोपरि है, इस संबंध में सरकार ने आयुष्मान भारत, रेल, हवाई टिकट बुकिंग सुविधा और ई-आवास पोर्टल जैसी कई कल्याणकारी योजनाओं की शुरुआत की है, जो सरकार की सैनिकों के कल्याण को सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
गृह राज्यमंत्री ने कहाकि सरकार की भारत के वीर पहल ने देशसेवा में अपने प्राण न्योछावर करने वाले 44 बहादुर सैनिकों के परिवारों को 2016 से अबतक लगभग पांच करोड़ सत्तावन लाख रुपये का आर्थिक योगदान दिया है, यह धनराशि उनको लागू ग्रेच्युटी और अन्य पेंशन लाभों के अतिरिक्त है। उन्होंने कहाकि बल के सेवारत्त एवं सेवानिवृत कर्मियों के बच्चों को शिक्षा के व्यापक अवसर प्रदान करने केलिए सरकार ने देश के चुनिंदा मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस/ बीडीएस सीटों में आरक्षण प्रदान किया है, जिसका बल द्वारा पूरा उपयोग किया जा रहा है। नित्यानंद राय ने कहाकि असम राइफल्स स्थानीय नागरिकों केलिए सिविक एक्शन प्रोग्राम के तहत चिकित्सा शिविर, महिला सशक्तिकरण योजनाएं, राष्ट्रीय एकता यात्राएं और अन्य गतिविधियां चला रही है। उन्होंने कहाकि समाज के कमजोर वर्गों केलिए इन्हें निरंतर जारी रखा जाना चाहिए, ताकि पूर्वोत्तर क्षेत्र के सामाजिक उत्थान हेतु एक आधार प्रदान हो सके। उन्होंने कहाकि असम राइफल्स ने सरकार के वृक्षारोपण अभियान केतहत वनीकरण में बड़े पैमाने पर प्रयास किए हैं और अबतक उसने लगभग 31 लाख पेड़ लगाए हैं, जोकि गृह मंत्रालय के अधीन सभी बलों में सबसे ज्यादा हैं। समारोह में असम राइफल्स के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल पीसी नायर, वरिष्ठ अधिकारी और वीडियो कांफ्रेंसिंग से देशभर से असम राइफल्स के अधिकारी, जवान और उनके परिजन भी शामिल हुए।