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'कॉर्पोरेट गवर्नेंस में स्वतंत्र निदेशक महत्वपूर्ण'

अल्पांश शेयरधारकों के हितों की करते हैं रक्षा-भारी उद्योग मंत्री

भारी उद्योग मंत्रालय के कॉर्पोरेट गवर्नेंस पर निदेशकों की बैठक

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Friday 8 April 2022 01:24:46 PM

directors' meeting on corporate governance of ministry of heavy industries

नई दिल्ली। केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री डॉ महेंद्रनाथ पांडे ने कहा हैकि स्वतंत्र निदेशक एक उद्देश्यपूर्ण दृष्टिकोण लेकर आते हैं और हितधारकों विशेष रूपसे अल्पांश शेयरधारकों के हितों की रक्षा करते हैं। डॉ महेंद्रनाथ पांडे ने भारी उद्योग मंत्रालय की कॉर्पोरेट गवर्नेंस पर निदेशकों की बैठक को संबोधित करते हुए कहाकि स्वतंत्र निदेशक सीपीएसई में ‘कॉर्पोरेट गवर्नेंस’ सुनिश्चित करने केलिए काफी अहम अधिकारी हैं, क्योंकि वे रणनीति, प्रदर्शन और जोखिम प्रबंधन के मुद्दों पर बोर्ड को स्वतंत्र फैसले देते हैं। उन्होंने कहाकि सीपीएसई कंपनियों में बहुसंख्य शेयरधारक होने के कारण सरकार के प्रमुख कार्यों मेसे एक नियमित रूपसे उनके प्रदर्शन का मूल्यांकन करना है, जिससे मुख्य उद्देश्यों को पूरा करने की दिशा में उनके प्रभाव का आकलन करना, जिनके लिए उनकी स्थापना की गई है।
भारी उद्योग मंत्री ने कहाकि प्रदर्शन मूल्यांकन व्यवस्था यानी समझौता ज्ञापन मूल्यांकन व्यवस्था से एक कंपनी के प्रदर्शन का पता चलता है। उन्होंने कहाकि समझौता ज्ञापन सीपीएसई, स्वामी के रूपमें सरकार और सीपीएसई के प्रबंधन केबीच एक समझौता दस्तावेज है और एमओयू मूल्यांकन से सीपीएसई कंपनियां परिणाम हासिल पर ध्यान केंद्रित करने में सक्षम हुई हैं। उन्होंने बतायाकि सरकार के जीईएम, एमएसएमई क्षेत्र आदि से खरीद जैसे प्राथमिक कार्यक्रमों को हाल में एमओयू में शामिल किया गया है। डॉ महेंद्रनाथ पांडे ने कहाकि प्रतिस्पर्धी परिदृश्य के चलते सीपीएसई को चुनौतीपूर्ण दौर का सामना करना पड़ रहा है, इसलिए कंपनियों के विकास केलिए इन चुनौतियों को अवसरों में बदलने के लिहाज से यह अच्छा समय है। उन्होंने कुछ प्रमुख बिंदुओं पर जोर दिया, जो लक्ष्यों को हासिल करने में सहायक हो सकते हैं जैसे-सभी परियोजनाओं को समय से पूरा करने को अधिकतम महत्व दिया जाए, जिससे लागत में बढ़ोतरी से बचने के अलावा समय से राजस्व प्राप्त होना शुरू हो जाए।
डॉ महेंद्रनाथ पांडे ने कहाकि सीपीएसई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना के क्रम में स्वदेशीकरण और राष्ट्र को वैश्विक विनिर्माण हब बनाने की दिशा में निरंतर कार्य करना चाहिए। उन्होंने सभी सीपीएसई केलिए प्रधानमंत्री के मंत्र प्रदर्शन, सुधार और परिवर्तन को दोहराया। आजादी के अमृत महोत्सव केतहत भारी उद्योग मंत्रालय ने सीपीएसई और स्वायत्त संस्थाओं केसाथ मिलकर नवाचार, विनिर्माण उत्कृष्टता, आत्मनिर्भर भारत, पर्यावरण एवं स्थायित्व, स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत, स्वतंत्रता संग्राम के अनसुने नायक आदि क्षेत्रों में एक्शन@75, एचीवमेंट@75, आईडिया@75, रिसॉल्व@75 आदि विषयों पर कार्यक्रमों और गतिविधियों की श्रृंखला के आयोजन की योजना बनाई है। उन्होंने सभी सीपीएसई निदेशकों से इन गतिविधियों को उचित महत्व देते हुए इनकी निगरानी करने का अनुरोध किया है।
कार्यक्रम के दौरान भारी उद्योग मंत्रालय केतहत आनेवाली सीपीएसई के सीएमडी ने एमओयू प्रदर्शन और प्रस्तुतिकरण दिए, जिसके बाद स्वतंत्र निदेशकों केसाथ विचार-विमर्श और प्रश्न एवं उत्तर कार्यक्रम हुए। इस अवसर पर भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड, ब्रिज एंड रूफ कंपनी लिमिटेड, इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट्स (इंडिया) लिमिटेड, ब्रेथवेट बर्न एंड जेस्सोप कंस्ट्रक्शन कंपनी लिमिटेड, एंड्रू यूल एंड कंपनी लिमिटेड, हेवी इंजीनियरिंग कॉर्पोरेशन लिमिटेड, सीमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड, एचएमटी लिमिटेड, एचएमटी (इंटरनेशनल) लिमिटेड, एचएमटी मशीन टूल्स लिमिटेड, हिंदुस्तान साल्ट्स लिमिटेड, सांभर साल्ट्स लिमिटेड, राजस्थान इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंस्ट्रुमेंट्स लिमिटेड, इंस्ट्रुमेंटेशन लिमिटेड और एनईपीए लिमिटेड प्रमुख रूपसे शामिल थे।

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