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Tuesday 26 April 2022 01:17:47 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा, विदेश संबंधों और सार्वजनिक व्यवस्था से संबंधित दुष्प्रचार फैलाने पर आईटी नियम-2021 की आपातकालीन शक्तियों का उपयोग करते हुए 10 और भारतीय एवं 6 और पाकिस्तान के यूट्यूब चैनल ब्लॉक कर दिए हैं। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय का कहना हैकि ये यूट्यूब चैनल भारत में दहशत, सांप्रदायिक विद्वेष पैदा करने और सार्वजनिक व्यवस्था को बिगाड़ने केलिए झूंठी, असत्यापित जानकारी फैला रहे थे। ब्लॉक किए गए यूट्यूब आधारित समाचार चैनलों के दर्शकों की संख्या 68 करोड़ से अधिक थी। यह देखा गयाकि किसीभी डिजिटल समाचार प्रकाशक ने आईटी नियमावली-2021 के नियम 18 केतहत अपने बारेमें मंत्रालय को आवश्यक जानकारी नहीं दी थी।
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने कहा हैकि भारत सरकार प्रिंट, टेलीविजन और ऑनलाइन मीडिया में भारत में एक सुरक्षित और संरक्षित सूचना का वातावरण सुनिश्चित करने केलिए प्रतिबद्ध है। मंत्रालय का कहना हैकि भारत के कुछ यूट्यूब चैनलों में प्रकाशित सामग्री में एक समुदाय को आतंकवादी के रूपमें संदर्भित किया गया है और विभिन्न धार्मिक समुदायों के सदस्यों केबीच घृणा को उकसाया गया है। इस तरह की सामग्री में सांप्रदायिक वैमनस्य पैदा करने और सार्वजनिक व्यवस्था को बिगाड़ने की मंशा पाई गई। भारत के कई यूट्यूब चैनल समाज के विभिन्न वर्गों में दहशत पैदा करने की मंशासे असत्यापित समाचार और वीडियो प्रकाशित करते हुए पाए गए हैं। कोविड-19 के कारण भारतमें लॉकडाउन की घोषणा से संबंधित झूंठे दावे करके प्रवासी श्रमिकों को जोखिम में डालना और कुछ धार्मिक समुदायों केलिए खतरों का आरोप लगाते हुए मनगढ़ंत दावे इसके उदाहरण हैं। ऐसी सामग्री को देशमें सार्वजनिक व्यवस्था केलिए हानिकारक माना गया है।
पाकिस्तानी यूट्यूब चैनलों को भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर और यूक्रेन की स्थिति के संदर्भ में भारत के विदेशी संबंधों जैसे विभिन्न विषयों पर भारत के बारेमें फर्जी समाचार पोस्ट करने केलिए सुनियोजित तरीके का इस्तेमाल करते हुए पाया गया है। पाकिस्तानी यूट्यूब चैनलों की सामग्री को राष्ट्रीय सुरक्षा, भारत की संप्रभुता तथा अखंडता एवं विदेशी राज्यों केसाथ भारत के मैत्रीपूर्ण संबंधों के दृष्टिकोण से पूरी तरह से गलत और संवेदनशील माना गया। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने 23 अप्रैल 2022 को निजी टीवी समाचार चैनलों को झूंठे दावे करने और निंदनीय सुर्खियों का इस्तेमाल करने के विरुद्ध चेतावनी भी दी थी। ब्लॉक किए गए चैनलों पर थंबनेल-जर्मनी ने भारत पर प्रतिबंध लगाने की मांग की, सऊदी ने भारत को तेल निर्यात रोकने की घोषणा की, तुर्की ने भारत की S400 रक्षा प्रणाली को ध्वस्त किया, पाकिस्तान ने भारत का 90 बिलियन का बेड़ा डुबाया, रूस ने यूक्रेन में 40 भारतीय सैनिकों को फांसी देने की घोषणा की, अमेरिका ने भारत से कश्मीर की मांग की, भारतीय सेना पर लगातार हमला, 24 राज्य अलग हो सकते हैं और एमबीएस की बड़ी घोषणा सभी भारतीयों को निकालने का आदेश जैसी झूंठी सामग्री का प्रचार-प्रसार किया जा रहा था।