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फसल बीमा पाठशाला में किसानों से बातचीत

कृषिमंत्री ने दी केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं की जानकारी

'फसल बीमा योजना से बड़ी संख्या में किसान लाभांवित हुए हैं'

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Thursday 28 April 2022 12:07:46 PM

interaction with farmers in crop insurance pathshala

नई दिल्ली। आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत किसान भागीदारी, प्राथमिकता हमारी अभियान केएक भागके रूपमें केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के एक विशेष 'फसल बीमा पाठशाला' अभियान में शामिल देशभर के किसानों से वर्चुअल माध्यम से बातचीत की। देशभर के विभिन्न स्थानों से 1 करोड़ से अधिक किसानों ने इस विशेष कार्यक्रम में हिस्सा लिया था। कृषिमंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहाकि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से किसान लाभांवित हुए हैं और बड़ी संख्या में किसान इस योजना से जुड़े हैं। उन्होंने बतायाकि खरीफ सत्र 2016 से खरीफ सत्र 2021 तक फसल बीमा योजना के अंतर्गत लगभग 5.5 करोड़ किसानों ने फसल बीमा केलिए आवेदन किया था और अबतक लगभग 21000 करोड़ रुपये प्रीमियम के रूपमें एकत्र किए गए हैं और किसानों ने बीमा दावे के रूपमें 1.15 लाख करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान प्राप्त किया है।
केंद्रीय कृषिमंत्री ने कहाकि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना देश के किसानों को विभिन्न प्राकृतिक आपदाओं के कारण होनेवाले फसल नुकसान से बचाने केलिए वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। उन्होंने किसानों और राज्यों से प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के दायरेमें आने का आग्रह किया। उन्होंने कहाकि केंद्र सरकार किसानों की आय बढ़ाने केलिए प्रतिबद्ध है, उन्होंने पाठशाला में भाग लेनेवाले किसानों को उनके लाभ केलिए चलाई जा रही केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं की रूपरेखा के बारे में जानकारी दी। कृषिमंत्री ने किसानों से पीएम-किसान योजना के अंतर्गत पंजीकरण करने और किसान क्रेडिट कार्ड का लाभ लेने का आग्रह किया, जो उन्हें साहूकारों के चंगुल से छुटकारा दिलाएगा। उन्होंने किसानों से किसान उत्पादक संगठनों में शामिल होने और अपनी उपज के विपणन केलिए ई-एनएएम योजना में शामिल होनेका भी आग्रह किया।
कृषिमंत्री ने यह भी बतायाकि कृषि अवसंरचना कोष की मदद से किसानों के खेतों केलिए विकसित बुनियादी ढांचे से छोटे किसानों को कैसे फायदा हो सकता है। उन्होंने किसानों को एकीकृत खेती अपनाने, आय बढ़ाने केलिए मत्स्य पालन और डेयरी व्यवसाय को शामिल करने केलिए प्रेरित किया। नरेंद्र सिंह तोमर ने कहाकि जो किसान सरकारी योजनाओं से लाभांवित हुए हैं, वे दूत किसान बनें और अन्य किसानों को लाभ प्राप्त करने में मदद करें और इस प्रकार से भारतीय कृषि को मजबूत करें। कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी और शोभा करंदलाजे ने ओडिशा, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, महाराष्ट्र, असम और हिमाचल प्रदेश के किसानों केसाथ वर्चुअल माध्यम से बातचीत की। प्रमुख कार्यक्रम केबाद विभिन्न राज्यों के कृषि मंत्रियों ने अपने-अपने राज्यों के किसानों के साथ बातचीत की, किसानों को फसल बीमा और फसल बीमा पाठशाला के महत्व केबारे में बताया। विशेष कार्यक्रम जिसे पीएमएफबीवाई को लागू करने वाली बीमा कंपनियों द्वारा एक सप्ताह केलिए बढ़ाया जाएगा, राज्य कृषि विभागों, बैंकों, सीएससी और कृषि विज्ञान केंद्र की भागीदारी में पीएमएफबीवाई/ पुनर्गठित मौसम आधारित फसल बीमा योजना के महत्व पर किसानों को शिक्षित करने पर ध्यान केंद्रित करेगा।

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