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Thursday 5 May 2022 04:54:19 PM
नई दिल्ली। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण ने देशवासियों से अपने आधार कार्ड को खुदही सत्यापित करने का सुझाव दिया है। प्राधिकरण का कहना हैकि ऑनलाइन और ऑफलाइन माध्यम से आधार की सत्यता जांचने के कई तरीके हैं। धारक के आधार कार्ड की सच्चाई को कैसे सत्यापित किया जाए? आमतौरपर किसी संस्थान के सामने यह सवाल तब पैदा होता है, जब कोई व्यक्ति अपनी पहचान के प्रमाण के तौरपर आधार कार्ड प्रस्तुत करता है। पहचान प्राधिकरण ने कहा हैकि आधार की सत्यता को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से सत्यापित किया जा सकता है। ऑनलाइन माध्यम से आधार धारक के आयु वर्ग, लिंग, राज्य और मोबाइल के अंतिम 3 अंकों को https://myaadhaar.uidai.gov.in/verifyAadhaar पर जाकर आधार नंबर फीड करके सत्यापित किया जा सकता है।
ऑफलाइन माध्यम में प्रत्येक आधार कार्ड/ आधार पत्र/ ई-आधार पर एक सुरक्षित क्यूआर कोड मुद्रित होता है, जिसमें जनसांख्यिकीय विवरण नाम, लिंग, जन्मतिथि और पते के साथ-साथ आधार कार्ड धारक की तस्वीर भी होती है, भलेही आधार कार्ड पर तस्वीर की जगह फोटोशॉप के जरिये किसी अन्य व्यक्ति की तस्वीर लगाकर आधार कार्ड केसाथ छेड़छाड़ की गई हो, लेकिन क्यूआर कोड में दी गई जानकारी सुरक्षित होती है और उससे छेड़छाड़ नहीं की जा सकती है, क्योंकि यह यूआईडीएआई द्वारा डिजिटल रूपसे हस्ताक्षरित है।
क्यूआर कोड को प्ले स्टोर और ऐप स्टोर पर उपलब्ध 'आधार क्यूआर स्कैनर' ऐप से पढ़ा जा सकता है। यूआईडीएआई ने धारक को अतिरिक्त जांच के तौरपर 'आधार' को सत्यापित करने का सुझाव दिया है। उदाहरण केलिए किसी कर्मचारी, घरेलू नौकर, ड्राइवर आदि को काम पर रखने या मकान किराये पर देते समय किरायेदार के आधार कार्ड की असलियत की जांच की जा सकती है। आम लोग भी किसी भी समय किसी व्यक्ति की पृष्ठभूमि की जांच के तौरपर उसके आधार को सत्यापित कर सकते हैं।