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Thursday 12 May 2022 12:43:04 PM
यरूशलेम। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने इजरायल में कृषि अनुसंधान संगठन, इजरायल कृषि और ग्रामीण विकास मंत्रालय के वोल्कानी इंस्टीट्यूट का दौरा किया। प्रतिनिधिमंडल तेल अवीव से दूर रेगिस्तानी बुटीक फार्म, बीअर मिल्का भी गया, जिसका स्वामित्व नेगेव रेगिस्तानी क्षेत्र के भारतीय मूल के किसान शेरोन चेरी के पास है। एआरओ विशेष रूपसे शुष्क क्षेत्र की कृषि पर ध्यान केंद्रित करता है, जिससे इजरायल को विश्व में कृषि उत्पादन के उच्चतम स्तर की प्राप्ति में कृषि केलिए अपेक्षित सभी प्रकार के संसाधनों वाला देश बनाता है। एआरओ बेहतर कृषि पद्धतियों को बढ़ावा देने में शामिल विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय, क्षेत्रीय और राष्ट्रीय संस्थानों तथा विशेष रूपसे संयुक्तराष्ट्र खाद्य एवं कृषि संगठनों केसाथ घनिष्ठ संबंध रखता है। भारत के लगभग 60 पोस्ट-डॉक्टरल अध्येता एआरओ वोल्कानी सेंटर के विभिन्न संस्थानों में अनुसंधान कर रहे हैं।
कृषिमंत्री नरेंद्र सिंह तोमर केसाथ प्रतिनिधिमंडल ने आधुनिक कृषि प्रौद्योगिकियों से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर भारतीय पोस्ट-डॉक्टरेट अध्येता और एआरओ वोल्कानी केंद्र के विशेषज्ञों केसाथ बातचीत की, भारतीय संदर्भ में कृषि क्षेत्रमें प्रौद्योगिकीय प्रगति से संबंधित विषयों पर एआरओ के विशेषज्ञों केसाथ मंत्रणा की और विचार-विमर्श में संरक्षित वातावरण में खेती, स्वच्छ जल में मत्स्य पालन, उन्नत पौध संरक्षण तकनीक, व्यवस्थित कृषि, सुदूर संवेदन और फसलोपरांत विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी आदि विषय शामिल थे। भारतीय कृषि और ग्रामीण विकास मंत्रालय, इजरायल के अंतर्गत कार्यरत एआरओ, वोल्कानी इंस्टीट्यूट और इसके छह संस्थान पादप विज्ञान, पशु विज्ञान, पादप संरक्षण, मृदा, जल और पर्यावरण विज्ञान, कृषि इंजीनियरिंग तथा फसलोपरांत एवं खाद्य विज्ञान में अकादमिक एवं मूलभूत अनुसंधान केलिए उत्तरदायी है। कृषि फसलों केलिए इज़राइली जीन बैंक भी एआरओ वोल्कानी सेंटर के परिसर में है। कृषिमंत्री को रेगिस्तानी बुटीक फार्म बीअर मिल्का के दौरे पर भारतीय मूल के प्रगतिशील किसान शेरोन चेरी ने बतायाकि रमत नेगेव कृषि अनुसंधान केंद्र के तकनीकी सहयोग से नेगेव रेगिस्तान के मध्य सब्जियां, फल और सुपर फूड उगाए गए हैं।
भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने शुष्क भूमि की खेतीमें तकनीकी प्रगति और इज़राइल के क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्रों द्वारा अनुप्रयुक्त कृषि में सहायता और पहुंच से संबंधित जानकारी भी हासिल की। कृषिमंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने इजराइल के कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री ओडेड फोरर केसाथ संसद भवन में गोलमेज बैठक की, जिसमें दोनों देशों में कृषि विकास के दायरे और उनकी क्षमता को ध्यान में रखते हुए कृषिमंत्री ने इजराइल के कृषिमंत्री तथा हितधारकों केसाथ आधुनिक कृषि तकनीकों, क्षमता निर्माण, ज्ञान के हस्तांतरण और कृषि, जल प्रबंधन, पर्यावरण एवं ग्रामीण विकास के क्षेत्रमें सहयोग से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। भारत में मसाव के कृषि सहयोग कार्यक्रमों और हितधारकों के पेशेवर प्रशिक्षण की गतिविधियों की सराहना की गई। कृषिमंत्री ने कहाकि क्षमता निर्माण और ज्ञान के हस्तांतरण पर ध्यान केंद्रित करते हुए सरकार भारत में मसाव गतिविधियों को अपनाने की संभावनाओं का पता लगाने केलिए प्रत्येक राज्य में उत्कृष्टता केंद्र स्थापित करेगी। कृषिमंत्री ने कहाकि इज़राइल के कृषिमंत्री केसाथ बैठक में हुई महत्वपूर्ण चर्चा भारत में कृषि विकास की दृष्टि से बेहद फायदेमंद है।