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Saturday 21 May 2022 12:13:22 PM
कोच्चि। राजस्व खुफिया निदेशालय और भारतीय तटरक्षक बल ने लक्षद्वीप के तट से दूर बीच समुद्र में छापा मारकर 218 किलोग्राम हेरोइन जब्त की है। राजस्व खुफिया निदेशालय ने लगातार कई महीने तक तस्करी की पक्की खुफिया जानकारी हासिल कर लेने केबाद यह कार्रवाई की। इसकी सूचना पर पता लगा लिया गया थाकि दो भारतीय नावें तमिलनाडु के तट से रवाना होंगी और मई 2022 के दूसरे या तीसरे सप्ताह के दौरान अरब सागर में कहीं न कहीं उनपर भारी मात्रा में मादक द्रव्य या नशीले पदार्थ लादे जाएंगे, तद्नुसार भारतीय तटरक्षक बल केसाथ डीआरआई का संयुक्त अभियान ऑपरेशन खोजबीन 7 मई 2022 को कोडनेम से शुरू किया गया, जिसमें तटरक्षक बल जहाज सुजीत, जिसपर डीआरआई के कई अधिकारी सवार थे, विशेष आर्थिक जोन के निकट निरंतर कड़ी निगरानी के दौरान हेरोइन से लदी नावें दबोच ली गईं।
लक्षद्वीप के तट से दूर समुद्र में अक्सर तूफान आने केबीच लगातार कई दिन तक तलाश और निगरानी करने केबाद दो संदिग्ध नौकाओं प्रिंस और लिटिल जीसस को भारत की ओर बढ़ते हुए देखा गया था। इन भारतीय नौकाओं को 18 मई को लक्षद्वीप के तट से दूर आईसीजी और डीआरआई के अधिकारियों ने रोक लिया था, पूछताछ करने पर इन नौकाओं के चालक दल के कुछ सदस्यों ने यह स्वीकार कर लियाकि उन्हें बीच समुद्र में भारी मात्रा में हेरोइन मिली थी और उन्होंने इसे इन दोनों नौकाओं में छिपा दिया था। इसके बाद नौकाओं को कोच्चि ले जाया गया। कोच्चि में तटरक्षक बल के जिला मुख्यालय पर नौकाओं की गहन तलाशी ली गई, जिसके परिणामस्वरूप एक-एक किलो के 218 पैकेटों में छिपाकर रखी गई हेरोइन बरामद हुई। डीआरआई ने एनडीपीएस अधिनियम 1985 के प्रावधानों के तहत जब्ती की कार्रवाई की है। इस मामले में विभिन्न स्थानों पर लगातार तलाशी ली जा रही है, आगे की जांच की जा रही है।
राजस्व खुफिया निदेशालय और भारतीय तटरक्षक बल के अभियान की सफलता केलिए सावधानीपूर्वक यह योजना बनाई गई एवं फिर उसपर सफलतापूर्वक अमल किया गया और लगातार कई दिनों तक समुद्र में अक्सर तूफान आने के बीच व्यापक निगरानी की गई। जब्त की गई नशीली दवा हाई-ग्रेड हेरोइन की प्रतीत होती है और अंतर्राष्ट्रीय अवैध बाजार में इसकी कीमत लगभग 1,526 करोड़ रुपये रहने का अनुमान लगाया गया है। हाल के दिनों में आईसीजी और डीआरआई ने नशीली दवाओं की तस्करी से निपटने केलिए कुछ महत्वपूर्ण कार्रवाई की है। पिछले एक महीने में डीआरआई की ओरसे यह नशीली दवाओं का चौथा बड़ा भंडाफोड़ है। इससे पहले डीआरआई ने 20 अप्रैल को कांडला बंदरगाह पर जिप्सम पाउडर की एक वाणिज्यिक आयात खेप से 205.6 किलोग्राम हेरोइन, 29 अप्रैल को पिपावाव बंदरगाह पर 396 किलो सूत (हेरोइन युक्त) और 10 मई को एयर कार्गो कॉम्प्लेक्स आईजीआई नई दिल्ली में 62 किलो हेरोइन बरामद की थी, जिनकी कुल कीमत अंतरराष्ट्रीय अवैध बाजार में लगभग 2,500 करोड़ रुपये आंकी गई है।
डीआरआई ने अप्रैल 2021 से लेकर अबतक डीआरआई ने 3,800 किलोग्राम सेभी अधिक हेरोइन जब्त की है, जिसकी कीमत अंतर्राष्ट्रीय अवैध बाजार में लगभग 26,000 करोड़ रुपये आंकी गई है। सितंबर 2021 में मुंद्रा में 3,000 किलो हेरोइन की जब्ती, जुलाई 2021 में न्हावा शेवा बंदरगाह पर 293 किलो हेरोइन की जब्ती और फरवरी 2022 में नई दिल्ली के तुगलकाबाद में 34 किलो हेरोइन की जब्ती भी शामिल है। इसके अलावा अनेक हवाई यात्रियों से भी हेरोइन की बरामदगी की गई है। इसी अवधि के दौरान 350 किलोग्राम से भी अधिक कोकीन डीआरआई ने जब्त की थी, जिसकी कीमत अंतर्राष्ट्रीय अवैध बाजार में लगभग 3,500 करोड़ रुपये आंकी गई है और जिसमें अप्रैल 2021 में तूतीकोरिन बंदरगाह पर एक कंटेनर से 303 किलोग्राम कोकीन की अबतक की सर्वाधिक मात्रा में जब्ती भी शामिल है।
आईसीजी ने तीन वर्ष में अपने विभिन्न अभियानों केतहत लगभग 6,200 करोड़ रुपये मूल्य के लगभग 3 टन नशीले पदार्थ बरामद किए हैं, जिससे अबतक नशीली दवाओं की कुल बरामदगी 12,206 करोड़ रुपये की आंकी गई है। इस तरह के उल्लेखनीय मामलों में श्रीलंकाई नौकाओं शेनाया दुवा और रविहांसी को पकड़ा जाना शामिल है, इन दोनोंही नौकाओं को नशीली दवाओं और विभिन्न हथियारों जैसेकि एके-47 और पिस्तौल केसाथ पकड़ा गया था। हालही में ईरानी नौका जुम्मा, पाक नौका अल हुसेनी और अल हज को पकड़ा गया था। मादक द्रव्यों की तस्करी करने वाले अंतर्राष्ट्रीय नेटवर्कों के खिलाफ आईसीजी और डीआरआई का संयुक्त अभियान समुद्री मार्गों के जरिए देशमें नशीली दवाओं के प्रवाह को बाधित करने में कामयाब रहा है।