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Thursday 2 June 2022 04:21:02 PM
गाजियाबाद। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने गाजियाबाद में आज दो दिन की 38वीं राष्ट्रीय पुलिस प्रशिक्षण संगोष्ठी का उद्घाटन किया, जिसका आयोजन पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो ने किया है। गृह राज्यमंत्री ने कहाकि यह संगोष्ठी देश के विभिन्न पुलिस संस्थानों को पुलिस प्रशिक्षण, उसकी कार्यप्रणाली और परिणामों के मूल्यांकन पर विचार-विमर्श केलिए एक साझा मंच प्रदान करेगी। गृह राज्यमंत्री ने कहाकि अब पुलिस से आम आदमी की उम्मीदें कई गुना बढ़ गई हैं और इन्हें पूरा करने केलिए पुलिसकर्मियों को अच्छी तरह से प्रशिक्षित, सॉफ्ट स्किल्स से युक्त और तकनीकी रूपसे मजबूत होना चाहिए। उन्होंने कहाकि यह आधुनिक समय में पुलिस बल की मांग है और इन क्षमताओं के न होने से संकट के समय में कार्मिक बेहतर प्रदर्शन करने में विफल रहता है। संगोष्ठी का उद्देश्य देश के पुलिसबलों की क्षमता निर्माण केलिए नए विचारों एवं प्रासंगिक विषयों का सृजन करना है। इस वर्ष की संगोष्ठी का विषय है-‘पुलिस प्रशिक्षण में उत्तम कार्यप्रणालियों को साझा करना’।
गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने कहाकि यह विषय बहुत ही प्रासंगिक और महत्वपूर्ण है, क्योंकि कोईभी पुलिस संस्थान चाहे वह राज्य अथवा केंद्र से संबंधित हो अपनी सर्वोत्तम प्रथाओं के बल पर ही एक बेहतर मुकाम हासिल कर पाता है, ऐसे में विभिन्न संगठनों की उत्तम कार्यप्रणालियों को अपनाकर देश के पुलिस संगठन अपने आपको और मजबूत बना पाएंगे। गृह राज्यमंत्री ने कहाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्मार्ट पुलिसिंग की संकल्पना में पुलिस को सख्त और संवेदनशील, आधुनिक और गतिशील, सतर्क और जिम्मेदार, विश्वसनीय और उत्तरदायी तथा आधुनिक प्रौद्योगिकी एवं प्रशिक्षण से युक्त होना है। उन्होंने कहाकि इन तत्वों को आत्मसात करके ही पुलिस अपने आपको दक्ष, सफल एवं विश्वसनीय बना सकती है। नित्यानंद राय ने कहाकि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह देश की आंतरिक सुरक्षा की मजबूती को देश के विकास केसाथ जोड़कर देखते हैं, उनका मानना हैकि यदि आंतरिक सुरक्षा को मजबूत करना है तो पुलिस को आधुनिक करना, सक्षम बनाने केलिए प्रशिक्षित करना, अच्छी तकनीकी से लैस करना और उसकी सहायता केलिए एक अच्छा सिस्टम बनाना पड़ेगा, यह सिस्टम और रणनीति सातत्यपूर्ण होनी चाहिए।
नित्यानंद राय ने कहाकि विभिन्न स्तरों पर तैनात पुलिस कर्मियों को पर्याप्त प्रशिक्षण प्रदान करना राष्ट्रीय सुरक्षा के व्यापक हित में है और हमें अपनी इस प्रतिबद्धता को पूरे मनोयोग से क्रियांवित करना चाहिए। उन्होंने कहाकि देशभर में लगभग 300 पुलिस प्रशिक्षण संस्थान पुलिसबलों के प्रशिक्षण के कार्य में लगे हुए हैं। नित्यानंद राय ने इस अवसर पर पुलिस प्रशिक्षण संस्थानों की निर्देशिका के दूसरे संस्करण का विमोचन भी किया। उन्होंने कहा कि इस निर्देशिका का महत्व इस तथ्य में निहित हैकि डेटा की उपलब्धता साक्ष्य आधारित निर्णय लेने में मदद करती है, यह राज्यों, केंद्रशासित प्रदेशों, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों, केंद्रीय पुलिस संगठनों के पुलिस प्रशिक्षण संस्थानों के संसाधनों, सुविधाओं और विशेषज्ञता की नेटवर्किंग के माध्यम से साझा करने केलिए प्रशिक्षण संस्थानों के मध्य वास्तविक समय पर आधारित संवाद की सुविधा प्रदान करेगी। संगोष्ठी में देशभर से 100 वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी भाग ले रहे हैं।
गृह राज्यमंत्री ने बीपीआरएंडडी से भारतीय पुलिस केलिए राष्ट्रीय स्तरपर नोडल एजेंसी के रूपमें अपने प्रयासों को जारी रखने और पुलिसिंग क्षेत्र में उत्तम कार्यप्रणालियों एवं मानकों को प्रोत्साहन देने का आग्रह किया। उन्होंने संगोष्ठी के प्रतिभागियों से भी आग्रह कियाकि वे पुलिस प्रशिक्षण के जटिल मुद्दों पर विचार-विमर्श करने केलिए इस मंच का प्रभावी रूपसे उपयोग करें, जिससे सरकार इन मुद्दों को अनुभवजन्य मानकों पर हल कर सके। संगोष्ठी में अधिकारियों और पुलिसकर्मियों ने प्रशिक्षण संसाधनों के बेहतर उपयोग पर गहन मंथन किया गया। उद्घाटन सत्र में बीपीआरएंडडी के महानिदेशक बालाजी श्रीवास्तव और देश के विभिन्न राज्य एवं केंद्रशासित प्रदेशों, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों और केंद्रीय पुलिस संगठनों के प्रशिक्षण प्रमुख और वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।