Friday 3 June 2022 02:22:52 PM
सुषमा गौतम
लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा हैकि उनकी सरकार देश में तेज विकास केलिए कार्य कर रही है। उन्होंने कहाकि इन वर्षों में हम रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांस्फॉर्म के मंत्र के साथ आगे बढ़े हैं। प्रधानमंत्री आज लखनऊ में इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में बोल रहे थे। उन्होंने कहाकि दुनिया आज भारत के पोटेंशियल को देख रही है और भारत की परफॉर्मेंस की भी सराहना कर रही है। प्रधानमंत्री ने कहाकि दुनिया आज जिस भरोसेमंद साथी को तलाश रही है, उसपर खरा उतरने का सामर्थ्य सिर्फ हमारे लोकतांत्रिक भारत के पास है। भाजपा की योगी सरकार में लखनऊ में यह तीसरा निवेशक सम्मेलन था। सेरेमनी में देश के जाने-माने उद्योगपतियों निवेशकर्ताओं ने भाग लिया। प्रधानमंत्री के अलावा अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी, आदित्य बिड़ला ग्रुप के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला, हीरानंदानी ग्रुप के चेयरमैन निरंजन हीरानंदानी, एयर लिक्विड लिमिटेड के वाइस प्रेसीडेंट मैथ्यू आइरिस, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने भी सेरेमनी को संबोधित किया।
गौरतलब हैकि हाल ही में केंद्र की भाजपा गठबंधन सरकार ने अपनी सफलता के आठ वर्ष भी पूरे किए हैं, इस दृष्टि से भी इस निवेश सम्मेलन का बहुत महत्व माना जाता है। प्रधानमंत्री ने देश के उद्यमियों को भरोसा दिया कि वह देश के विकास क्षेत्र में अपने योगदान में जो सहायता चाहते हैं, सरकार उसे पूरा करेगी। प्रधानमंत्री ने उद्योगपतियों को काशी आने का भी निमंत्रण दिया और कहाकि अब काशी बहुत बदल गई है। प्रधानमंत्री ने कहाकि हमने नीति स्थिरता पर जोर दिया है, कॉर्डिनेशन पर जोर दिया है, ईज ऑफ़ डुइंग बिजनेस पर जोर दिया है, हम जी20 अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेज़ी से प्रगति कर रहे हैं। उन्होंने कहाकि इसीलिए आज भारत ग्लोबल रिटेल इंडेक्स में दूसरे नंबर पर है। प्रधानमंत्री ने कहाकि भारत, दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ऊर्जा उपभोक्ता देश है। उन्होंने कहाकि बीते साल दुनिया के 100 से अधिक देशों से 84 बिलियन डॉलर का रिकॉर्ड एफडीआई आया है, भारत ने बीते वित्तीय वर्ष में 417 बिलियन डॉलर यानि 30 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का मर्केंडाइज एक्सपोर्ट करके नया रिकॉर्ड बनाया है, जबकि वर्ष 2014 से पहले हमारे यहां कुछ सौ स्टार्ट-अप्स ही थे, लेकिन आज देश में रजिस्टर्ड स्टार्ट-अप्स की संख्या भी 70 हजार के आसपास पहुंच रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि अभी हाल ही में भारत ने 100 यूनिकॉर्न का रिकॉर्ड भी बनाया है, वर्ष 2014 में देश में 100 से भी कम ग्राम पंचायतें ऑप्टिकल फाइबर से जुड़ी थीं, आज ऑप्टिकल फाइबर से जुड़ी ग्राम पंचायतों की संख्या भी पौने दो लाख को पार कर गई है। उन्होंने कहाकि तेज विकास केलिए हमारी डबल इंजन की सरकार इन्फ्रास्ट्रक्चर, निवेश और विनिर्माण तीनों पर एक साथ काम कर रही है। उन्होंने कहाकि इस साल के बजट में साढ़े 7 लाख करोड़ रुपए का अभूतपूर्व पूंजीगत व्यय का आवंटन इसी दिशा में उठाया गया कदम है। उन्होंने कहाकि अपने सुधारों से एक राष्ट्र के रूपमें भारत में रोज़गार प्रदान करने का काम किया है। उन्होंने कहाकि वन नेशन-वन टैक्स जीएसटी हो, वन नेशन-वन ग्रिड हो, वन नेशन-वन मोबिलिटी कार्ड हो या एक राष्ट्र-एक राशन कार्ड हो ये प्रयास, हमारी ठोस और स्पष्ट नीतियों का प्रतिबिंब हैं। प्रधानमंत्री ने कहाकि हमने नीति संतुलन, सहभागिता और ईज ऑफ़ डुइंग बिजनेस पर जोर दिया है और विकास में बाधा बनने वाले पुरातन कानूनों को खत्म किया है। प्रधानमंत्री ने कहाकि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बहुत कर्मठता से काम कर रहे हैं, हमारी सरकार ने जो उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजनाएं घोषित की हैं, उनका सीधा लाभ हर एक निवेशक को उत्तर प्रदेश में मिलेगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर कहाकि प्रदेश में श्रम, भूमि आवंटन, संपत्ति रजिस्ट्रेशन, पर्यावरणीय अनुमोदन, कर भुगतान आदि क्षेत्रों में रिकॉर्ड 500 से अधिक सुधार लागू किए गए। उन्होंने कहाकि निवेश मित्र के रूप में 29 विभागों की 349 सेवाएं आज इंवेस्टर्स को प्रदेश में ऑनलाइन प्राप्त हो सकती हैं। उन्होंने कहाकि मेगा एवं उससे उच्च श्रेणी के उद्योगों को आवेदन करने के 15 दिन में भूमि प्रदान करने का प्रावधान इस व्यवस्था के साथ लागू किया गया है। उन्होंने कहाकि राज्य में कानून व्यवस्था को बेहतर करने के साथ इंवेस्टमेंट फ्रेंडली माहौल बनाया गया है। उन्होंने कहाकि उत्तर प्रदेश सरकार निवेशकर्ताओं को हर संभव सहयोग एवं सुविधा प्रदान करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहाकि मैं निवेशकों को आश्वस्त करता हूं कि प्रदेश में उनका निवेश सुरक्षित होगा। उन्होंने कहाकि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश सुरक्षा और पारदर्शी औद्योगिक परिवेश प्रदान करते हुए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय निवेशकों केलिए 'बिजनेस हब' बनकर उभरा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहाकि प्रधानमंत्री के करकमलों से आज निवेश सम्मेलन के जरिए प्रदेश में 80,000 करोड़ से अधिक की 1,406 विभिन्न औद्योगिक परियोजनाओं का शिलान्यास संपन्न हुआ है, इनमें डाटा सेंटर, कृषि, इलेक्ट्रॉनिक्स, इंफ्रास्ट्रक्चर आदि क्षेत्र की परियोजनाएं हैं। उन्होंने कहाकि प्रदेश में इन औद्योगिक परियोजनाओं से प्रत्यक्ष रूपसे 5 लाख और अप्रत्यक्ष रूपसे 20 लाख रोजगार सृजित होंगे। उन्होंने नए भारत के नए उत्तर प्रदेश के निवेश सम्मेलन में सहभागिता करने वाले निवेशकों का हार्दिक धन्यवाद दिया और कहाकि उनका सहयोग 'आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश' के संकल्प को पूर्ण करने में सहायक सिद्ध होगा। उन्होंने कहाकि उत्तर प्रदेश अपनी बिजनेस फ्रेंडली नीतियों के परिणामस्वरूप अब 'उद्यम प्रदेश' बन रहा है, यहां विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचा विकसित कर कनेक्टिविटी के नए आयाम स्थापित हुए हैं। उन्होंने कहाकि प्रदेश में एक्सप्रेस-वे, एयरपोर्ट और रेल सुविधाओं के क्षेत्रमें जो विकास हुए हैं, वे औद्योगिक निवेश के सुपथ हैं, इन सुविधाओं से राज्य के विकास को दोगुनी रफ्तार मिली है, उत्तर प्रदेश में सिंगल-विंडो पोर्टल 'निवेश मित्र' आरंभ होने से व्यापारिक गतिविधियां सुगम हुई हैं, इस पोर्टल के माध्यम से 29 विभागों की लगभग 349 सेवाएं ऑनलाइन प्रदान की जा रही हैं। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना, राज्य मंत्रिमंडल के सदस्य और राज्य के शीर्ष अधिकारी मौजूद थे।