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Saturday 25 June 2022 06:19:58 PM
नई दिल्ली। राष्ट्रीय संस्मारक प्राधिकरण ने महान सिख योद्धा बाबा बंदासिंह बहादुर का आज शहादत दिवस लाल किले में मनाया। भारतीय कैलेंडर के आधार पर महान सिख शासक बाबा बंदासिंह बहादुर का शहादत दिवस इस दिन पड़ता है। रेड फोर्ट लॉन्स पर हुए इस कार्यक्रम में संस्कृति और विदेश राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी, एनएमए चेयरमैन तरुण विजय और बाबा बंदासिंह बहादुर की 10वीं पीढ़ी के वंशज बाबा जतिंदर पाल सिंह सोढी शामिल हुए।
संस्कृति राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी ने इस अवसर पर कहाकि बाबा बंदासिंह बहादुर ने अपने जीवन का बलिदान करके अपने धर्म के सम्मान की रक्षा की और उनके साहस को कभी भूलना नहीं चाहिए। मीनाक्षी लेखी ने बाबा बंदासिंह बहादुर के शहादत स्थल को एक राष्ट्रीय स्मारक स्थल घोषित करने केलिए हर समर्थन का भरोसा दिलाया। मीनाक्षा लेखी ने कहाकि पंजाब के युवाओं को बाबा बंदासिंह बहादुर से प्रेरणा लेनी चाहिए। कार्यक्रम के दौरान ढाडी जत्था का प्रदर्शन किया गया और एक प्रदर्शनी के माध्यम से बाबा बंदासिंह बहादुर की कहानी को दिखाया गया।
बाबा बंदासिंह बहादुर एक महान सिख योद्धा थे और उस खालसा आर्मी के एक कमांडर थे, जिन्होंने मुगलों को शिकस्त दी एवं उत्तर भारत के एक बड़े हिस्से को दमनकारी मुगल शासन से मुक्त कराकर और पंजाब में खालसा शासन की स्थापना की थी। बंदासिंह बहादुर ने जमींदारी व्यवस्था खत्म की और भूमि जोतने वालों को संपत्ति का अधिकार दिया, वह एक महान शासक थे, जिन्होंने नानक शाही सिक्कों की शुरुआत की। उन्हें मुगल शासक फर्रुखसियार ने पकड़ लिया और महरौली में उनकी शहादत हो गई, जहां उनकी याद में एक स्मारक खड़ा हुआ है।