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Monday 18 July 2022 04:55:50 PM
नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय के शहीद भगत सिंह सांध्य महाविद्यालय ने अपने स्थापना के 50 वर्ष पूर्ण होने पर 'ए सागा ऑफ 50 ग्लोरियस इयर्स' आयोजित किया। डॉ भीमराव अंबेडकर अंतर्राष्ट्रीय केंद्र में हुए इस कार्यक्रम का दिल्ली विश्वविद्यालय के उपकुलपति प्रोफेसर योगेश सिंह, दिल्ली विश्वविद्यालय के डीन ऑफ कॉलेज प्रोफेसर बलराम पाणि और दक्षिणी परिसर के निदेशक प्रोफेसर प्रकाश सिंह ने दीप जलाकर शुभारंभ किया। समारोह में अथितियों ने 'Momentous Moments' शीर्षक से कॉफी-टेबल का भी अनावरण किया, जिसमें कॉलेज से जुड़ी गतिविधियां और 50 वर्ष के इतिहास का संक्षिप्त प्रस्तुतिकरण किया गया है।
दिल्ली विश्वविद्यालय के उपकुलपति प्रोफेसर योगेश सिंह ने महाविद्यालय के 50 वर्ष पूरे होने की बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहाकि यह वर्ष अत्यंत ही महत्वपूर्ण है, क्योंकि इस वर्ष में हम आजादी का अमृत महोत्सव, विश्वविद्यालय के 100 वर्ष पूर्ण होने तथा शहीद भगतसिंह सांध्य महाविद्यालय के 50 वर्ष का उत्सव मना रहे हैं। प्रोफेसर योगेश सिंह ने कहाकि उत्सव मनाने का कारण यह भी हैकि अभी तक हमने महाविद्यालय से जो प्राप्त किया है, हमें भविष्य में उससे भी बड़ा लक्ष्य प्राप्त करना है। उन्होंने कहाकि हम सभी हमारे भूतपूर्व छात्रों की अनुकरणीय सफलता की कहानियां सभी के समक्ष रखें, जिससे सभी प्रेरणा ले सकें। प्रोफेसर योगेश सिंह ने शिक्षा की परिभाषा परिलक्षित करते हुए कहाकि समझ की समझ को विकसित करना है, शिक्षा बहुत सारे शिक्षक कौशल केसाथ अच्छा इंसान होना सिखाती है, यही शिक्षा की सार्थकता है। उन्होंने कहाकि हम सभी विद्यार्थियों को खुश रहने की भी शिक्षा दें।
डीन ऑफ कॉलेज प्रोफेसर बलराम पाणि ने भगत सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की। महाविद्यालय के 50 वर्ष पूर्ण होने पर उन्होंने महाविद्यालय की प्रगति में शिक्षकों पूर्व छात्रों एवं छात्रों के योगदान की सराहना की और अनंत सफलताओं केलिए बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। महाविद्यालय के दक्षिणी परिसर के निदेशक प्रोफेसर प्रकाश सिंह ने अपने संबोधन में राष्ट्र देवो भव: के संकल्प को जीवन का आदर्श बनाने पर बल दिया। उन्होंने जीवन मूल्यों को जीवन में अपनाने का आग्रह किया एवं विद्यार्थियों का अपने माता-पिता के स्वप्नों को पूर्ण करने का आह्वान किया। कॉलेज के चेयरमैन फिरोज खान ने युवाओं से भगत सिंह के विचारों को जीवंत करने की बात कही। उन्होंने देश के अनेक महापुरुषों को याद करते हुए उनके मार्ग का अनुसरण करने का आह्वान किया, जिससे देश को अच्छे नायक, राजनेता मिलें।
महाविद्यालय के प्रधानाचार्य प्रोफेसर एसके सिन्हा और महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर सुधीर कुमार सिन्हा ने अतिथियों का स्वागत किया और महाविद्यालय के इतिहास, क्रियाकलापों और योजनाओं के बारे में बताया। उन्होंने महाविद्यालय में चल रहे पाठ्यक्रमों, शिक्षण और विद्यार्थियों के बारेमें विस्तार से बताया समझाया। कार्यक्रम के संयोजक प्रोफेसर सीएस दुबे ने महाविद्यालय के 50 वर्ष पूर्ण होने पर स्वर्ण जयंती कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की और पूरे वर्ष में होनेवाली गतिविधियों की भी जानकारी दी। अंत में उन्होंने अतिथियों का धन्यवाद किया। सांध्य महाविद्यालय के शिक्षण कार्यक्रम सराहे गए।