स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Tuesday 19 July 2022 05:32:02 PM
नई दिल्ली। भारत अपनी और अफ्रीकी देशों की आकांक्षाओं को पूरा करने केलिए चार क्षेत्रों में दोनों देशों की भागीदारी को मजबूत करने की योजना बना रहा है। पहला क्षेत्र सौर ऊर्जा है, इससे स्वच्छ ऊर्जा और ऊर्जा सुरक्षा लाने में मदद मिलेगी तथा अफ्रीका में रोज़गार सृजित होंगे, दूसरा-हिंद महासागर में रक्षा व्यापार और सैन्य आदान-प्रदान, बख्तरबंद वाहनों और यूएवी का निर्माण है, तीसरा-फिजिकल एवं डिजिटल इंफ्रा है, जो आईटी एवं कंसल्टेंसी और प्रोजेक्ट एक्सपोर्ट में मदद करता है और चौथा-स्वास्थ्य देखभाल और फार्मा है। भारत-अफ्रीका विकास साझेदारी पर सीआईआई-एक्जिम बैंक कॉन्क्लेव के उद्घाटन सत्र में केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा हैकि भारत और अफ्रीकी केबीच गहरी दोस्ती विकसित हो रही है और यह साझा इतिहास, व्यापारिक संबंधों और सिनेमा केप्रति प्रेम पर आधारित है। उन्होंने कहाकि महात्मा गांधी ने सबसे पहले अफ्रीका मेंही सत्य और अहिंसा के सिद्धांतों का पालन किया था। उन्होंने कहाकि हमारी आजादी की लड़ाईयों में एक समानता है, जिसने हमारी दोस्ती की नींव को मजबूत किया है।
वाणिज्य और उद्योग मंत्री ने कहाकि हमारी सरकार अफ्रीका केसाथ अपने संबंधों को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है एवं हम यह सुनिश्चित करेंगेकि अफ्रीका केसाथ भारत के संबंध आपसी विश्वास, मित्रता और एक-दूसरे की जरूरतों की गहरी समझ पर आधारित हों। उन्होंने कहाकि भारत-अफ्रीका साझेदारी हमारी आगे की यात्रा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी, क्योंकि भारत और अफ्रीका की आबादी सामूहिक रूपसे दुनिया की कुल आबादी का 1/3 हिस्सा है, लेकिन दोनों देश कई मामलों में बहुत भिन्न भी हैं। पीयूष गोयल ने कहाकि सभी अफ्रीकी देशों के साथ-साथ सीआईआई और एक्जिम बैंक केबीच साझेदारी हमारे साझे भविष्य और अफ्रीका-भारत के लोगों की समृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। उन्होंने कहाकि हम विकासशील देशों को खाद्य असुरक्षा से बाहर निकालने केलिए काम कर रहे हैं, भारत और अफ्रीका के लोगों केलिए गुणवत्तापूर्ण जीवन और समृद्धि लाने के प्रयास किए जा रहे हैं, कोविडकाल के दौरान वैक्सीन मैत्री के जरिए हम लगातार जुड़े रहे और इससे यह पता चलाकि हमारी दोस्ती कितनी गहरी है।
पीयूष गोयल ने कहाकि यह सम्मेलन भारत की आजादी के 75 वर्ष पूरा होने से ठीक पहले उस समय आयोजित किया जा रहा है, जब हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं, हम भारत के विकास केलिए नए लक्ष्य और नया दृष्टिकोण निर्धारित कर रहे हैं। उन्होंने कहाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसे आजादी का अमृतकाल या स्वर्ण युग कहते हैं। उन्होंने कहाकि देश का लक्ष्य भारत को एक समृद्ध राष्ट्र बनाना है, एक ऐसा राष्ट्र जो भारत के नागरिकों केसाथ-साथ दुनिया के प्रत्येक नागरिक की परवाह करता है, एक ऐसे राष्ट्र केतौर पर जो दुनिया के आर्थिक विकास, प्रगति और समृद्धि का नेतृत्व करता है, हम 2047 में अपनी आजादी के 100 वर्ष पूरे करने वाले हैं और इस दृष्टि से अगले 25 वर्ष बहुत महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका से भारत को मिलने वाले समर्थन केबारे में बताया और कहाकि उदाहरण केलिए प्रस्तावित ट्रिप्स छूट (दक्षिण अफ्रीका और भारत द्वारा प्रायोजित और सभी अफ्रीकी देशों द्वारा समर्थित), हमारी साझेदारी की ताकत और विकासशील देशों के समूह के रूपमें काम करने के हमारे प्रयासों को दर्शाती है।
वाणिज्य मंत्री ने कहाकि यह विश्व व्यापार संगठन की मंत्रिस्तरीय बैठक में भी स्पष्ट हुआ, जहां भारत और अफ्रीका विकासशील एवं अल्प विकसित देशों की आवाज़ बने। उन्होंने कहाकि हमने बहुपक्षीय व्यापार प्रणालियों की प्रासंगिकता समझ ली है और भविष्य की विकास जरूरतों की रक्षा की है। उन्होंने कहाकि भारत-अफ्रीका मिलकर कई वैश्विक समस्याओं का समाधान कर सकते हैं। उन्होंने कहाकि भारत-अफ्रीका रिश्तों के चार स्तंभ हैं-लोग, व्यापार, व्यवसाय और सरकार। उन्होंने कहाकि लगभग 46 अफ्रीकी देशों में भारतीय प्रवासी मौजूद हैं और 25 वर्ष से भारत 71 अरब डॉलर के निवेश केसाथ अफ्रीका में निवेश करने वाले 5 शीर्ष देशों में शामिल हो गया है। उन्होंने कहाकि हमारी कंपनियां अफ्रीका में स्थानीय विनिर्माताओं का साथ दे रही हैं और भारत-अफ्रीका केबीच अधिक गहरे व्यापारिक रिश्ते कामय होने की उम्मीद कर रही हैं। उन्होंने कहाकि व्यापार के मामले में अफ्रीका भारत का चौथा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है, हमारा व्यवसायिक व्यापार 2019-20 के 67 अरब डॉलर से बढ़कर 2021-22 में 89 अरब डॉलर हो गया, भारत विभिन्न अफ्रीकी देशों को 40 अरब डॉलर का निर्यात और वहां से 49 अरब डॉलर का आयात करता है।
पीयूष गोयल ने कहाकि यही समय है जब भारत-अफ्रीका वैश्विक प्रगति का नेतृत्व कर सकते हैं, हम अफ्रीका को प्रगति में भागीदार के रूपमें देखते हैं। उन्होंने कहाकि भारत ने अफ्रीका के 27 अल्प विकसित देशों को शुल्क मुक्त टैरिफ वरीयता का लाभ दिया है। पीयूष गोयल ने बतायाकि सरकार से सरकार की भागीदारी के संदर्भ में हमारे पास अफ्रीका में शिक्षा और स्वास्थ्य देखभाल केलिए ई-विद्याभारत और ई-आरोग्य भारती कार्यक्रम हैं। उन्होंने कहाकि कोविड बादकी दुनिया में स्वास्थ्य और शिक्षाक्षेत्र में भारतीय ज्ञान अफ्रीका केसाथ रिश्तों को गहरा करने में मदद करेगा। उन्होंने कहाकि हम पेयजल, स्वास्थ्य, शिक्षा, फिनटेक और सौर ऊर्जा जैसे कई क्षेत्रों में कम लागत वाले समाधान तलाशने केलिए मिलकर काम कर सकते हैं। पीयूष गोयल ने कहाकि भारत ने दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम बनाया है, भारत विभिन्न अफ्रीकी देशों में समान प्रणाली बनाने में मदद कर सकता है और डीपीआईआईटी स्टार्टअप इंडिया के अनुभवों और विशेषज्ञता को स्टार्टअप अफ्रीका के साथ साझा कर सकता है।