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Saturday 13 August 2022 04:24:31 PM
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राष्ट्रमंडल खेल-2022 में शानदार प्रदर्शन करके स्वदेश लौटे भारतीय दल का अभिवादन और जोरदार स्वागत किया। प्रधानमंत्री ने बर्मिंघम में आयोजित राष्ट्रमंडल खेल-2022 में विभिन्न खेल स्पर्धाओं में शानदार प्रदर्शन केलिए खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों को बधाई दी, जहां भारत ने विभिन्न प्रतिस्पर्धाओं में 22 स्वर्ण, 16 रजत और 23 कांस्य पदक जीते हैं। प्रधानमंत्री ने एथलीटों और उनके प्रशिक्षकों का स्वागत करते हुए राष्ट्रमंडल खेल में भारत के एथलीटों की उपलब्धियों पर अत्यंत गर्व व्यक्त किया और कहाकि यह गौरव की बात हैकि हमारे खिलाड़ियों की शानदार मेहनत के कारण देश एक प्रेरक उपलब्धि केसाथ आजादी के अमृतकाल में प्रवेश कर रहा है। प्रधानमंत्री ने उल्लेख कियाकि पिछले कुछ हफ्तों में देश ने खेल के क्षेत्र में दो बड़ी उपलब्धियां हासिल की हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि राष्ट्रमंडल खेलों में ऐतिहासिक प्रदर्शन केसाथ ही देश ने पहलीबार शतरंज ओलंपियाड का आयोजन किया है। एथलीटों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहाकि जब आप सभी बर्मिंघम में प्रतिस्पर्धा कर रहे थे, तब भारत में करोड़ों भारतीय देररात तक जाग रहे थे, आपकी हर कार्यशैली के साक्षी बन रहे थे, बहुत से लोग अलार्म लगाकर सोते थे, ताकि वे आपके प्रदर्शन का अपडेट लेते रहें। प्रधानमंत्री ने कहाकि दल की विदाई के समय किएगए अपने वादे के अनुसार आज हम जीत का जश्न मना रहे हैं। उन्होंने कहाकि पदकों की संख्या पूरी कहानी को प्रतिबिंबित नहीं करती है, क्योंकि कई पदक बहुत कम अंतर से मिलने से रह गए, जिन्हें जल्द ही निर्धारित खिलाड़ी भविष्य में फिरसे हासिल करने में सफल होंगे। उन्होंने कहाकि भारत ने पिछलीबार की तुलना में 4 नए खेलों में जीत का नया मार्ग तलाश लिया है, लॉन बाउल्स से लेकर एथलेटिक्स तक एथलीटों ने शानदार प्रदर्शन किया है।
प्रधानमंत्री ने कहाकि इस प्रदर्शन से देश में युवाओं का नए खेलों के प्रति रुझान काफी बढ़ने वाला है। प्रधानमंत्री ने मुक्केबाजी, जूडो, कुश्ती में भारत की बेटियों की उपलब्धियों और राष्ट्रमंडल खेल-2022 में उनके शानदार प्रदर्शन का भी उल्लेख किया। प्रधानमंत्री ने कहाकि 31 पदक उन खिलाड़ियों से आए हैं, जो पहलीबार पदार्पण कर रहे हैं और यह युवाओं के बढ़ते आत्मविश्वास को दर्शाता है। प्रधानमंत्री ने कहाकि एथलीटों ने न केवल देश को पदक भेंटकर उत्सव मनाने और गर्व करने का अवसर दिया है, बल्कि 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' के संकल्प को और मजबूत किया है। उन्होंने कहाकि एथलीट न केवल खेल, बल्कि अन्य क्षेत्रों मेंभी देशके युवाओं को बेहतर करने केलिए प्रेरित करते हैं। उन्होंने कहाकि एथलीटों ने देश को विचार और लक्ष्य की एकता के धागे में पिरोया है, जो हमारे स्वतंत्रता संग्राम की एक बड़ी शक्ति भी थी। स्वतंत्रता सेनानियों की एक लम्बी फेहरिस्त का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहाकि तरीकों में भिन्नता के बावजूद उन सभीका स्वतंत्रता का समान लक्ष्य था, इसी तरह हमारे खिलाड़ी देश की प्रतिष्ठा केलिए मैदान में उतरते हैं।
प्रधानमंत्री ने उल्लेख कियाकि तिरंगे की शक्ति यूक्रेन में देखी गई, जहां न केवल भारतीयों केलिए, बल्कि अन्य देशों के नागरिकों केलिए भी युद्ध क्षेत्र से बाहर निकलने केलिए तिरंगा एक सुरक्षा कवच बन गया था। प्रधानमंत्री ने उन खिलाड़ियों केलिए भी प्रसन्नता व्यक्त की, जो खेलो इंडिया के मंच से बाहर निकले और अंतर्राष्ट्रीय मंच पर बहुत अच्छा प्रदर्शन किया। उन्होंने टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम के सकारात्मक प्रभाव का उल्लेख किया, जो अब देखने को मिल रहा है। प्रधानमंत्री ने नई प्रतिभाओं की खोज करने और उन्हें सामने लाने के प्रयासों को तेज करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहाकि हमारे पास एक खेल इकोसिस्टम बनाने की जिम्मेदारी है, जो विश्वस्तर पर उत्कृष्ट, समावेशी, विविध और गतिशील हैऔर इसमें किसीभी प्रतिभा को पीछे नहीं छूटना चाहिए। प्रधानमंत्री ने खिलाड़ियों की सफलता में प्रशिक्षकों, खेल प्रशासकों और सहयोगी कर्मचारियों की भूमिका की भी सराहना की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एथलीटों से आगामी एशियाई खेलों और ओलंपिक केलिए अच्छी तैयारी करने का आग्रह किया। आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर प्रधानमंत्री ने एथलीटों और उनके प्रशिक्षकों से पिछले वर्ष देश के 75 स्कूलों और शैक्षणिक संस्थानों में जाकर बच्चों को प्रोत्साहित करने का अनुरोध किया था। प्रधानमंत्री ने कहाकि 'चैंपियन से मिलो' अभियान के अंतर्गत कई खिलाड़ियों ने इस कार्य को हाथ में लेते हुए इसे पूर्ण किया है। प्रधानमंत्री ने उनसे इस अभियान को आगे बढ़ाने का भी आग्रह किया, क्योंकि राष्ट्र के युवा एथलीटों को रोल मॉडल के रूपमें देखते हैं। प्रधानमंत्री ने कहाकि एथलीटों की बढ़ती पहचान, क्षमता और स्वीकृति का उपयोग देश की युवा पीढ़ी केलिए किया जाना चाहिए। प्रधानमंत्री ने एथलीटों को उनकी 'विजय यात्रा' केलिए बधाई देते हुए अपने संबोधन का समापन किया और उन्हें भविष्य के प्रयासों केलिए शुभकामनाएं दीं।
प्रधानमंत्री द्वारा प्रमुख खेल आयोजनों में भारत का प्रतिनिधित्व करनेवाले एथलीटों को प्रेरित करते हुए उनका अभिवादन करना एक निरंतर प्रयास का हिस्सा है। पिछले वर्ष प्रधानमंत्री ने टोक्यो 2020 ओलंपिक केलिए रवाना हुए भारतीय एथलीट दल और टोक्यो 2020 पैरालंपिक खेलों केलिए भारतीय पैरा-एथलीट दल केसाथ भी वार्तालाप किया था। राष्ट्रमंडल खेल-2022 के दौरान भी प्रधानमंत्री ने एथलीटों की प्रगति में गहरी रुचि दिखाई और उन्हें बेहतर करने की प्रेरणा देते हुए उनकी सफलता और अथक प्रयासों केलिए बधाई दी। राष्ट्रमंडल खेल बर्मिंघम में 28 जुलाई से 8 अगस्त 2022 तक हुए थे। कुल 215 एथलीटों ने 19 खेल प्रतिस्पर्धाओं के 141 आयोजनों में भाग लिया, जहां भारत ने विभिन्न प्रतिस्पर्धाओं में 22 स्वर्ण, 16 रजत और 23 कांस्य पदक जीते। इस कार्यक्रम में एथलीटों और उनके प्रशिक्षकों दोनों ने भाग लिया। एथलीटों से मुलाकात के दौरान केंद्रीय युवा कार्य एवं खेल और सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर और युवा कार्य और खेल राज्यमंत्री निसिथ प्रामाणिक भी उपस्थित थे।