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Thursday 18 August 2022 04:19:30 PM
नई दिल्ली। सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने आईटी नियम-2021 के तहत आपातकालीन शक्तियों का उपयोग करते हुए जनसामान्य में समाचारों के नाम पर झूंठ, अफवाह और अतिरंजित उत्तेजना फैलाने वाले यूट्यूब आधारित आठ समाचार चैनल, एक फेसबुक अकाउंट और दो फेसबुक पोस्ट ब्लॉक कर दिए हैं। इन ब्लॉक यूट्यूब चैनलों की दर्शक संख्या 114 करोड़ से अधिक थी और उन्हें 85 लाख से अधिक उपयोगकर्ताओं ने सब्सक्राइब किया हुआ था। इन यूट्यूब चैनलों की प्रसारित सामग्री (कंटेंट) का उद्देश्य भारत में विभिन्न धार्मिक समुदायों केबीच घृणा फैलाना, दंगा कराना और सरकार के फैसलों पर भ्रम बनाना था।
ब्लॉक यूट्यूब चैनलों के विभिन्न वीडियो में भारत सरकार ने धार्मिक संरचनाओं को गिराने का आदेश दिया, भारत सरकार ने धार्मिक त्योहारों के उत्सव मनाने पर प्रतिबंध लगाया, भारत में धार्मिक युद्ध की घोषणा आदि जैसी झूंठी फर्जी खबरें शामिल हैं। इस तरह के कंटेंट से सांप्रदायिक विद्वेष पैदा हो सकने और देश में सार्वजनिक एवं कानून व्यवस्था बिगड़ सकने की आशंका थी। ब्लॉक यूट्यूब चैनलों का इस्तेमाल भारतीय सशस्त्र बलों और जम्मू एवं कश्मीर जैसे विभिन्न विषयों पर फर्जी समाचार पोस्ट करने केलिए भी किया गया था। ऐसे कंटेंट को राष्ट्रीय सुरक्षा एवं दूसरे देशों केसाथ भारत के मैत्रीपूर्ण संबंधों को खराब करने के षडयंत्रों की दृष्टिसे पूरी तरह से गलत और संवेदनशील माना गया। ब्लॉक यूट्यूब चैनल और सोशल मीडिया अकाउंट पर सब्सक्राइबर्स में भी फर्जीवाड़ा सामने आया है और इनमें अधिकांश संख्या पाकिस्तानियों और भारत में विघटन फैलाने वालों के गैंग की है।
सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने ब्लॉक कंटेंट को भारत की संप्रभुता एवं अखंडता, देशकी सुरक्षा, दूसरे देशों के साथ भारत के मैत्रीपूर्ण संबंधों और देशमें सार्वजनिक एवं कानून व्यवस्था केलिए अत्यंत हानिकारक पाया है, इसलिए ऐसे कंटेंट को सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम-2000 की धारा 69ए के दायरे में शामिल किया गया है। ब्लॉक यूट्यूब में भारतीय यूट्यूब चैनलों को फर्जी एवं सनसनीखेज थंबनेल, कुछ टीवी समाचार चैनलों के समाचार एंकरों की तस्वीरों और प्रतीक चिन्ह (लोगो) का उपयोग करते हुए पाया गया, ताकि दर्शकों को यह विश्वास दिलाया जा सकेकि परोसा गया समाचार प्रामाणिक है। ब्लॉक किए गए सभी यूट्यूब चैनल अपने वीडियो में सांप्रदायिक सद्भाव, सार्वजनिक व्यवस्था और भारत के विदेश संबंधों की दृष्टि से हानिकारक फर्जी कंटेंट वाले विज्ञापन भी प्रसारित कर रहे थे। इस किस्म की हरकतों को देखते हुए मंत्रालय ने दिसंबर 2021 से 102 यूट्यूब आधारित समाचार चैनलों और कई अन्य सोशल मीडिया अकाउंट को ब्लॉक करने के निर्देश जारी किए हैं।
भारत सरकार का कहना हैकि वह एक प्रामाणिक, भरोसेमंद और सुरक्षित ऑनलाइन समाचार मीडिया का वातावरण सुनिश्चित करने और भारत की संप्रभुता एवं अखंडता, राष्ट्रीय सुरक्षा, विदेश संबंधों और सार्वजनिक व्यवस्था को कमजोर करने के किसी भी प्रयास को विफल करने केलिए प्रतिबद्ध है। ब्लॉक सोशल मीडिया अकाउंट और यूआरएल का विवरण इस प्रकार है-लोकतंत्र टीवी, यूएंडवी टीवी, एएम राजवी, गौरवशाली पावन मिथिलांचल, सीटॉप5टीएच, सरकारी अपडेट, सब कुछ देखो, न्यूज़ की दुनिया (पाकिस्तान) के स्क्रीनशॉट में झूंठा दावा किया गया हैकि 100 करोड़ हिंदू 40 करोड़ मुसलमानों को मार देंगे और मुसलमानों को पाकिस्तान या बांग्लादेश जाना चाहिए अन्यथा उनका नरसंहार कर दिया जाएगा। स्क्रीनशॉट में यह झूंठा दावा किया गया हैकि भारत की कुतुब मीनार मस्जिद को गिरा दिया गया है। लोकतंत्र टीवी का फेसबुक अकाउंट भी जो ब्लॉक किया गया है।