दिनेश शर्मा
Saturday 20 April 2013 12:22:15 PM
Play this videoनई दिल्ली। भारत में जिस प्रकार दिवाली और शब-ए-रात जैसे धूम-धड़ाका त्योहारों पर दुकानदार आतिशबाजी के लिए पटाखों, बमों, फुलझड़ियों की खूबसूरती से दुकानें सजाते हैं और ग्राहकों को 'विस्फोटक आइटम' दिखाकर उन्हें खरीदने के लिए आकर्षित करते हैं, ठीक वैसे ही पश्विमी देशों की बम, रॉकेट और मिसाइल जैसे महा विध्वंसक हथियार बनाने वाली कंपनियां इन्हें बेचने के लिए कैसे अपनी दुकानें सजाती हैं, आप इस वीडियो में देखिए। बाकायदा विज्ञापनों के जरिए ये कंपनियां अपने भारतीय ग्राहक को आकर्षित कर रही हैं। इनके ग्राहकों में, देश और हथियारबंद विघटनकारी, या आतंकवादी गुट शामिल हैं जो घातक और मारक हथियार खरीदने के लिए इन कंपनियों के यहां जाते हैं।
इस वीडियो में आप देख रहे हैं कि भारत को हथियार बेचने के लिए एक इस्राइली कंपनी अपनी मिसाइलों को फूल-पत्तियों से सजाकर, उनकी दुकान लगाकर और सुरक्षा का वचन देते हुए भारतीय मॉडलों को नचाते हुए मिसाइलें खरीदने को प्रेरित कर रही है। तीन मिनट 25 सेकेंड के इस वीडियो में एक ताकवर जांबाज मर्द इस्राइल है और बेबस असहाय महिलाएं भारत है। हिंदू देवी-देवताओं की उपस्थिति में सजी हुई मिसाइलों के बीच नाच-गाने के साथ फिल्माया गया है। इसमें गीत के बोल से सारे भाव आसानी से समझ में आ जाते हैं। विज्ञापन का हिंदी अनुवाद इस प्रकार है-
इस्राइल (आदमी) हम एक लंबे समय से भरोसेमंद दोस्त और भागीदार रहे हैं मै हमारे भविष्य को मजबूत बनाने के लिए और क्या वादा कर सकता हूं?
भारत (महिला) मुझे सुरक्षा, संरक्षण सहारा, प्रतिबद्धता और आसरे पक्का आश्वासन/ वादा चाहिए।
(कोरस) हम तुम्हे अपने दिल में रखेंगे, हमेशा एक साथ रहेंगे हम कभी अलग नहीं होंगे।
भारत (महिला) मुझे आप पर विश्वास है।
इस्राइल (आदमी) आप मुझ पर विश्वास करती हैं।
भारत (महिला) हम हमेशा के लिए एक साथ हो जाएंगे।
(कोरस) डिंगा, डिग डिंगा, डिग डिंगा डिंगा डिंगा........
इस्राइल (आदमी) मै तुम्हारी रक्षा का वादा करता हूं, तुम्हारी उम्मीदों को पूरा करूंगा, तुम्हे सहारा दूंगा, बचाऊंगा और अपने वादों को पूरा करूंगा।
भारत (महिला) मैं हमेशा तुम्हें अपने दिल में रखूंगी, हमेशा एक साथ रहेंगे, हम कभी अलग नहीं होंगे।
भारत (महिला) मुझे तुम पर भरोसा है।
इस्राइल (आदमी) हम हमेशा के लिए एक साथ हो जाएंगे।
भारत (महिला) हम दोस्त और साथी।
इस्राइल (आदमी) एक दूसरे के लिए और ताकत वाले
(भारत और इस्राइल) हम इकट्ठे खड़े होंगे, अपने रिश्ते की रक्षा करेंगे।
भारत (महिलाएं) कोरस डिंगा, डिग डिंगा, डिग डिंगा डिंगा डिंगा........
इस विज्ञापन ने दुनिया में निरस्त्रीकरण के लिए काम कर रहे लोगों का ध्यान खींचा है और प्रश्न किया है कि जब इस प्रकार विज्ञापनों के जरिये हथियार बनाने वाली कंपनियां प्रचार करेंगी तो हथियारों की होड़ क्यों नहीं पैदा होगी? यह हथियार मानव पर ही इस्तेमाल होंगे तो विश्व शांति की कल्पना किस प्रकार की जा सकती है? अमरीकी राष्ट्रपति बाराक हुसैन ओबामा से भी विश्व समुदाय आग्रह कर रहा है कि दुनिया को हथियारों की होड़ से दूर किया जाए लेकिन यह विज्ञापन कह रहा है कि नहीं,- आइए और हथियार खरीदिए। भारतीय महिलाओं को विज्ञापन में किस रोमांटिक अंदाज में पेश किया गया है यह भी भारतीयों के समझने का विषय है। आपने देखा कि भारत को किस प्रकार एक असहाय महिला के रूप में प्रस्तुत किया गया है? यह कितनी शर्मनाक स्थिति है? क्या भारत वास्तव में एक असहाय देश है और हथियार कंपनियों का मोहताज है? इस्राइल को भारत के कुछ राजनीतिक दल भारत का हितैषी मानते हैं, किसलिए? क्या इसलिए कि उसकी हथियार निर्माता कंपनियां भारत को हथियार सप्लाई करती हैं? इस्राइल को वास्तव में भारत और भारतीयों से कोई वास्ता नहीं है। वह केवल अपने हित देखता है भारत के नहीं।
विज्ञापन में एक अंग्रेजी गीत गाकर इन मारक हथियारों की विशेषताएं बता रहा है इस्राइल का एक मॉडल और भारतीय लड़कियां जवाब में उससे अपनी सुरक्षा के संकोच दूर करने की द्वीअर्थी बातें कर रही हैं। जरा और आगे गौर कीजिए तो इस वीडियो में एक तरफ भारतीयों की आराध्य देवी दुर्गा की तस्वीर भी लगाई गई है और दूसरी ओर महाशक्ति के प्रतीक और भारतीयों के लगभग हर घर समुदाय में सम्मान प्राप्त वीर हनुमान की तस्वीर लगी हुई है। ये दोनों ही भारत में दुष्टों और दुश्मनों का संहार करने वाले, बज्र के समान प्रहारक शक्ति संपन्न और आध्यात्मिक रूप से पूज्य हैं, जिनकी तुलना इन मारक हथियारों से की गई है। पश्चिम देशों के हथियारों के इन सौदागरों ने भारत को लुभाने के लिए बड़ा दिमाग लगाया है। उन्हें भरोसा है कि शत्रुओं की संहारक देवी दुर्गा और वीर हनुमान का विध्वंसक हथियारों के विज्ञापन में प्रदर्शन और महत्व प्रकट करने से भारत ये हथियार खरीदने के लिए खिंचा चला आएगा। ऐसा हुआ भी है।
भारत सरकार के प्रतिरक्षा मंत्रालय के कुछ शीर्ष अधिकारी, भारतीय दलाल और विदेशी हथियार निर्माता कंपनियों से हथियारों की खरीदारी के समझौते करते और कराते हैं। दुनिया में विध्वंसक हथियारों के मशहूर सौदागर अदनान खशोगी से भारत का मशहूर तांत्रिक चंद्रास्वामी और उनके नामी राजनीतिक शिष्यों की विदेश जाकर मुलाकातों का असली मतलब अब समझ में आ रहा है। इसके पीछे का एक भयानक एवं असहज कर देने वाला सच आप इस वीडियो में देख ही रहे हैं। कई वर्ष पूर्व तक हिंदुस्तान में यह किसी को पता ही नहीं चलता था कि भारतीय प्रतिरक्षा के लिए विदेशी कंपनियों से मारक हथियारों की खरीद में क्या खेल होता है। भारतीय सेना के सेनाध्यक्ष या उनके समकक्ष अधिकारी बाहर जाकर जो स्याह-सफेद कर आए बस वही अंतिम एवं स्वीकार्य रहा है। मीडिया का विस्तार होने से मारक हथियारों के सौंदों की भी धीरे-धीरे पोल-पट्टी खुलनी शुरू हुई है। ऐसे विज्ञापनों को देखकर पता चलता है कि हथियार खरीदने में कितने बड़े पैमाने पर और क्या-क्या गुप्त रणनीतियां अंजाम दी जाती हैं।
इस्राइल की हथियार बेचने वाली कंपनी को इस प्रकार के विज्ञापन की जरूरत क्यों पड़ी? क्या हिंदुस्तान के भीतर ही ऐसे मारक हथियार खरीदने वाले कोई और भी हैं जिन्हें लुभाने के लिए इस विज्ञापन की आवश्यकता पड़ी? या यह किसी संभावित बड़ी डील की रणनीति का कोई हिस्सा है? विज्ञापन देखकर स्पष्ट हो जाता है कि यह विज्ञापन केवल भारत को इसमें प्रदर्शित मिसाइल और दूसरे मारक हथियार खरीदने के लिए आकर्षित करता है। यह विज्ञापन काफी समय से चलता आ रहा है। इसमें भारतीय बालाओं को मिसाइल की खूबसूरती के समानांतर प्रदर्शित किया गया है।
प्रश्न है कि ये हथियार क्या भारत को जश्न मनाने के लिए चाहिएं,जो इस तरह से सजाए गए हैं? दूसरा सवाल ये है कि अमरीका फिर क्यों और किससे या किनके लिए हथियारों की होड़ रोकने की बात करता है? इस्राइल सहित अन्य देशों में चल रहे मारक और घातक हथियारों के कारखाने जब तक बंद नहीं होंगे तक तक यह होड़ कैसे रुकेगी? इस सवाल का जवाब भी अमरीका को ही देना है किइस्राइल सहित उसके परम मित्र देश, हिंदुस्तान को केवल थके हुए हथियार और वह भी औरों से बहुत महंगे बेचते हैं लेकिन गिड़गिड़ाने पर भी हिंदुस्तान को किसी कीमत पर उनकी निर्माण की तकनीक नहीं देते जबकि वे चीन और पाकिस्तान जैसे हिंदुस्तान के दुश्मन देशों को न केवल उन्नत हथियार और वह भी सस्ते में बेचते हैं बल्कि साथ में उन्हें उनकी तकनीक भी देते हैं।
भारत के प्रतिरक्षा मंत्री एके एंटनी चिंता कर रहे हैं कि अमेरिका पाकिस्तान को बड़ी मात्रा में हथियारों की बिक्री कर रहा है और पाकिस्तान ये हथियार भारत के खिलाफ इस्तेमाल कर रहा है। इस चिंता का कोई अर्थ नहीं रह जाता है जब भारत यात्रा पर आने से पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा सुरक्षा परिषद की सदस्यता जैसे विषय पर नकारात्मक भाव रखते हों। अमेरिकी रक्षामंत्री राबर्ट गेट्स और विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन पर भारत की चिंताओं का कितना असर पड़ा होगा यह अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि विदेशी हथियार कंपनियों और उनके आका अमेरिका की दिलचस्पी भारतीय उपमहाद्वीप में विध्वंसक हथियारों की होड़ पैदा करने में है जिसमें अमेरिकी देशों की अर्थव्यवस्था का बड़ा भारी हित शामिल है। अमेरिका का यह जगजाहिर एजेंडा है फिर भी भारत इसमें ऐसी चिंताएं व्यक्त करके अपने ही देश को गुमराह करता है। पिछले दिनों भारतीय प्रतिरक्षा मंत्री एके एंटोनी जिस उच्च स्तरीय प्रतिनिधि मंडल के साथ अमेरिका पहुंचे थे उसका एजेंडा और क्रेता-विक्रेता संबंधों के पीछे प्रौद्योगिकी हस्तांरण एवं सह उत्पादन की बात केवल मज़ाक ही लगती है। यह बड़ी त्रासदी है कि अमेरिका भारतीय तर्कों की कोई परवाह नहीं करता है। इस प्रतिनिधि मंडल में भारत के पूर्वी सेना कमांडर लेफ्टिनेंट जरनल विक्रम सिंह, अंडमान निकोबार ट्राई सेवा के कमांड एडमिरल डीके जोशी, भारतीय वायुसेना के महानिदेशक (हवाई संचालन) एयर मार्शल एके गोगोई, रक्षा सचिव प्रदीप कुमार और प्रतिरक्षा मंत्री के सलाहाकार सुंदरम कृष्णा शामिल हैं। भारतीय प्रतिरक्षा मंत्री एंटनी, अमेरिकी रक्षामंत्री राबर्ड गेट्स के आमंत्रण पर अमेरिका गए थे जहां उनकी अमेरिकी प्रशासन के साथ ये बात-चीत हुई।
इस विडियो पर पुन: लौटते हैं। ऐसा लगता है कुछ भारतीय बुद्धीजीवी लेखक, पत्रकार, राजनेता, धार्मिक नेता और जायल स्टाईन के टाइम पत्रिका में लिखे लेख माई प्राईवेट इंडिया को विनोदी लेख के रूप में ले रहे हैं। हो सकता है कि उनके लिए विशेष रूप से हिंदू और सिख संगठनों के लिए यह पति इस्राइल और पत्नी भारत के बीच एक पारिवारिक छेड़-छाड़ है। मगर हथियार बेचने वाली इस्राइल की कंपनी राफेल ने भारत को गोला, बारूद और हथियार बेचने के लिए यह बंबईया स्टाईल प्रमोशनल वीडियो बनाया जिसमें उसने अपने आपको जांबाज, ताकतवर मर्द के रूप में और एक सौ बीस करोड़ भारतीयों को असहाय, बेबस महिलाओं के रूप में प्रस्तुत किया है। ये बेबस और असहाय महिलाएं यानि भारतीय, हिंदू देवी-देवता हनुमान और दुर्गा के साथ में गोला, बारूद और मिसाईल के सामने तबायफों की तरह नाचते हुए जांबाज और ताकतवर मर्द इस्राइल को अपनी ओर आकर्षित कर रही हैं। वीडियो में जांबाज मर्द इस्राइल, असहाय महिलाएं भारतीय के जीवन की पूरी सुरक्षा और संरक्षण का वादा कर रहा है यदि ये महिलाएं वही करें जो उनको करने के लिए कहा जाएगा।