स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Wednesday 31 August 2022 12:58:18 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने दिल्ली पुलिस मुख्यालय में पुलिस अधिकारियों केसाथ बैठक की, जिसमें उन्होंने दोषसिद्धि दर को बढ़ाने और आपराधिक न्याय प्रणाली को फोरेंसिक विज्ञान जांच केसाथ एकीकृत करने केलिए दिल्ली में छह वर्ष से अधिक सजा वाले सभी अपराधों में फोरेंसिक जांच अनिवार्य करने के निर्देश दिए हैं। गृहमंत्री ने कहाकि देशको ड्रग्स से मुक्त करने केलिए भारत सरकार ने दिल्ली एनसीआर और समीप के राज्यों में ड्रग्स के सक्रिय मल्टी स्टेट क्रिमिनल गैंग्स के खिलाफ एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार की है। अमित शाह ने कहाकि गंभीर प्रकृति के चिंहित अपराधों में पुलिस की चार्जशीट को लीगल वैटिंग के पश्चात ही दायर किया जाए। उन्होंने कहाकि निगरानी अपराध को रोकने और इसकी जांच में पुलिसिंग का प्रमुख अंग है, इसलिए दिल्ली में सिविल प्रशासन एवं पुलिस के लगाए गए कैमरों केसाथ ही सार्वजानिक स्थलों जैसे-एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, बाजार, RWAs के लगाए गए सीसीटीवी कैमरों को कंट्रोल रूमसे जोड़ा जाए।
केंद्रीय गृहमंत्री के साथ बैठक में भारत में होनेवाले जी-20 सम्मेलन की भी सुरक्षा पर गहन चर्चा की गई। गृहमंत्री ने निर्देश दियाकि गृह मंत्रालय की एक टीम सुरक्षा अध्ययन केलिए कुछ ऐसे देशों का दौरा करे, जहां जी-20 सम्मेलन का सफल आयोजन हो चुका है। उन्होंने कहाकि महिलाओं, बच्चों एवं वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए, इन्हें सुरक्षित वातावरण देने के प्रयासों को और अधिक प्रोफेशनल एवं संवेदनशील अप्रोच केसाथ गति देनेके निर्देश दिए। उन्होंने कहाकि आमजन की सुरक्षा केसाथ ही उनकी सुविधा भी दिल्ली पुलिस की प्राथमिकता होनी चाहिए, इसलिए ट्रैफिक के परंपरागत हॉट-स्पॉट जहां अत्यधिक जाम की स्थिति देखी जाती है, उन्हें चिन्हित करके उनके इंफ्रास्ट्रक्चर एवं सिग्नलिंग तककी पूर्ण रणनीति पर विचार हो और इन हॉट-स्पॉट पर ट्रैफिक संचालन को सुगम बनाने केलिए वैकल्पिक कार्ययोजना बनाई जाए।
दिल्ली पुलिस के पुलिसिंग के कार्यों पर चर्चा करते हुए बैठक में संवेदनशील पुलिसिंग, अपराधों की वैज्ञानिक एवं प्रोफेशनल इन्वेस्टीगेशन, मानव संसाधन प्रबंधन, कानून एवं न्याय व्यवस्था प्रबंधन, साइबर क्राइम, प्रशिक्षण, भावी चुनौतियों, ट्रैफिक मैनेजमेंट, सामुदायिक पुलिसिंग, लोक शिकायत प्रबंधन प्रणाली, पुलिस कर्मियों के कल्याण आदि की गहन समीक्षा की गई। गृहमंत्री ने कहाकि शिकायतों का समयसे निस्तारण और ऑनलाइन शिकायत के क्रममें शिकायतकर्ता को उसकी लंबित शिकायत केबारे में जानकारी देनेकी सुविधा उपलब्ध करवानी जानी चाहिए। अमित शाह ने पुलिसकर्मियों की फिटनेस और पुलिस थानों के समय पर निरीक्षण परभी ध्यान देने की आवश्यकता बताई। उन्होंने बेहतर फिटनेस सुनिश्चित करने केलिए दैनिक फिटनेस शेड्यूल का पालन और पुलिसबल में स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देने केलिए समय-समय पर पुलिस कर्मियों के स्वास्थ्य जांच करने पर भी बल दिया।
गृहमंत्री ने कहाकि पुलिस कर्मियों के मानवीय कार्यों को जनसामान्य तक पहुंचाने केलिए सोशल मीडिया का उपयोग किया जाना चाहिए, इसी कड़ी में पुलिस केप्रति आम लोगों की धारणा बदलने केलिए पुलिस कांस्टेबलों को स्कूली बच्चों केसाथ समय बिताना चाहिए, साथही स्कूली बच्चों को पुलिस थाने का दौरा कराया जाए और पुलिस सामुदायिक क्षेत्रों में स्वच्छता अभियान चलाए। उन्होंने कहाकि समाज में पुलिस की भूमिका और पुलिस से संपर्क करने के माध्यम बारेमें भी स्कूली बच्चों को जानकारी दी जानी चाहिए। गृहमंत्री ने इस अवसर पर कॉमनवेल्थ गेम, वर्ल्ड पुलिस फायर गेम्स सहित अन्य खेलों में पदक जीतने वाले 19 पुलिसकर्मियों और पुलिस वार्ड्स को सम्मानित किया और उन्हें शुभकामनाएं दीं।