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श्रीराम नगरी अयोध्या में लता चौक का उद्घाटन

'लता दीदी का नाम अयोध्या शहर में हमेशा केलिए स्थापित हो गया'

प्रधानमंत्री ने लता मंगेशकर की जयंती पर किया वर्चुअल उद्घाटन

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Wednesday 28 September 2022 05:10:07 PM

inauguration of lata chowk in shri ram nagari ayodhya (file photo)

अयोध्या/ नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज भारतरत्न स्वर साम्राज्ञी लता मंगेशकर की जयंती पर अयोध्या में लता मंगेशकर चौक का उद्घाटन किया है। उन्होंने वीडियो संदेश के माध्यम से कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहाकि आज प्रत्येक भारतीय की पूजनीय और स्नेह मूर्ति लता दीदी को उनके जन्मदिन पर याद किया जा रहा है। उन्होंने कहाकि संयोग से नवरात्रि का पर्व भी है, कहते हैंकि कोई साधक-साधिका जब कठोर साधना करता है तो माँ चंद्रघंटा की कृपा से उसे दिव्य स्वरों की अनुभूति होती है। प्रधानमंत्री ने कहाकि लताजी माँ सरस्वती की एक ऐसीही साधिका थीं, जिन्होंने विश्वको अपने दिव्य स्वरों से अभिभूत कर दिया। उन्होंने कहाकि अयोध्या में लता मंगेशकर चौक पर स्थापित की गई माँ सरस्वती की ये विशाल वीणा संगीत की साधना का प्रतीक बनेगी। प्रधानमंत्री ने कहाकि उन्हें बताया गया हैकि चौक परिसर में सरोवर के प्रवाहमय जल में संगमरमर से बने 92 श्वेत कमल लताजी की जीवन अवधि को दर्शा रहे हैं। उन्होंने इस अभिनव कार्य केलिए योगी आदित्यनाथ सरकार, अयोध्या विकास प्राधिकरण और अयोध्या की जनता का हृदय से अभिनंदन किया और देशवासियों की तरफ से भारतरत्न लताजी को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि लता दीदी केसाथ जुड़ी हुई मेरी कितनी ही यादें हैं, कितनी ही भावुक और स्नेहिल स्मृतियां हैं, जब भी मेरी उनसे बात होती, उनकी वाणी की युग-परिचित मिठास हर बार मुझे मंत्रमुग्ध कर देती थी, दीदी अक्सर मुझसे कहती थीं-'मनुष्य उम्र से नहीं कर्म से बड़ा होता है और जो देश केलिए जितना ज्यादा करे, वो उतना ही बड़ा है'। उन्होंने कहाकि वे मानते हैंकि अयोध्या का ये लता मंगेशकर चौक और उनसे जुड़ी ऐसी सभी स्मृतियां हमें देश केप्रति कर्तव्यबोध का भी एहसास कराएंगी। प्रधानमंत्री ने कहाकि इस चौक परिसर में झील के बहते पानी में संगमरमर से बने 92 सफेद कमल लताजी के जीवनकाल का प्रतिनिधित्व करते हैं। नरेंद्र मोदी ने कहाकि जब अयोध्यामें श्रीराम मंदिर निर्माण केलिए भूमिपूजन संपन्न हुआ था तो मेरे पास लता दीदी का फोन आया था, वो बहुत भावुक थीं, बहुत खुश थीं, बहुत आनंद में भर गई थीं और बहुत आशीर्वाद दे रही थीं, उन्हें विश्वास नहीं हो रहा थाकि आखिरकार श्रीराम मंदिर का निर्माण शुरू हो रहा है। प्रधानमंत्री ने कहाकि करोड़ों लोगों में राम नाम की प्राण प्रतिष्ठा करने वाली लता दीदी का नाम अयोध्या शहर केसाथ हमेशा केलिए स्थापित हो गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि प्रभु श्रीराम तो हमारी सभ्यता के प्रतीक पुरुष हैं, वे हमारी नैतिकता, मूल्यों, मर्यादा, कर्तव्य के जीवंत आदर्श हैं, अयोध्या से लेकर रामेश्वरम तक श्रीराम भारत के कण-कण में समाए हुए हैं। उन्होंने कहाकि भगवान श्रीराम के आशीर्वाद से आज जिस तेज गति से भव्य श्रीराम मंदिर का निर्माण हो रहा है, उसकी तस्वीरें पूरे देश को रोमांचित कर रही हैं, ये अपनी 'विरासत पर गर्व' की पुनर्प्रतिष्ठा भी है और विकास का नया अध्याय भी है। नरेंद्र मोदी ने कहाकि उन्हें खुशी हैकि जिस जगह पर लता चौक विकसित किया गया है, वो अयोध्या में सांस्कृतिक महत्व के विभिन्न स्थानों को जोड़ने वाले प्रमुख स्थलों में से एक है, ये चौक राम की पैड़ी के समीप है और सरयू की पावन धारा भी इससे बहुत दूर नहीं है, लता दीदी के नामपर चौक के निर्माण केलिए इससे बेहतर स्थान और क्या होता? उन्होंने कहाकि जैसे अयोध्या ने इतने युगों बादभी प्रभु श्रीराम को हमारे मन में साकार रखा है, वैसेही लता दीदी के भजनों ने हमारे अंतर्मन को राममय बनाए रखा है। नरेंद्र मोदी ने कहाकि हमने लता दीदी के स्वरों की दैवीय मधुरता से राम के अलौकिक माधुर्य को अनुभव किया है।
नरेंद्र मोदी ने कहाकि संगीत में ये प्रभाव केवल शब्दों और स्वरों से नहीं आता, ये प्रभाव तब आता है, जब भजन गाने वाले में वो भावना हो, वो भक्ति हो, राम से वो नाता हो, उनके लिए वो समर्पण हो, इसीलिए लताजी के उच्चारित मंत्रों, भजनों में केवल उनका कंठ ही नहीं, बल्कि उनकी आस्था, आध्यात्मिकता और पवित्रता भी गूंजती है। उन्होंने कहाकि लता दीदी की आवाज़ में आजभी 'वन्दे मातरम' का आह्वान सुनकर हमारी आंखों के सामने भारत माता का विराट स्वरूप नज़र आने लगता है। नरेंद्र मोदी ने कहाकि जिस तरह लता दीदी हमेशा नागरिक कर्तव्यों को लेकर बहुत सजग रहीं, वैसेही ये चौक भी अयोध्या में रहनेवाले लोगों को, अयोध्या आनेवाले लोगों को कर्तव्यपरायणता की प्रेरणा देगा, ये चौक, ये वीणा, अयोध्या के विकास और अयोध्या की प्रेरणा को भी और अधिक गुंजायमान करेगी। उन्होंने कहाकि लता दीदी के नाम पर बना ये चौक, हमारे देशमें कला जगत से जुड़े लोगों केलिए भी प्रेरणा स्थली की तरह कार्य करेगा, ये बताएगाकि भारत की जड़ों से जुड़े रहकर आधुनिकता की ओर बढ़ते हुए भारत की कला और संस्कृति को विश्व के कोने-कोने तक पहुंचाना, ये भी हमारा कर्तव्य है, इसके लिए लता दीदी जैसा समर्पण और अपनी संस्कृति के प्रति अगाध प्रेम अनिवार्य है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि भारत के कला जगत के हर साधक को इस चौक से बहुत कुछ सीखने को मिलेगा। नरेंद्र मोदी ने कहाकि अयोध्यावासियों से भी मेरी कुछ अपेक्षाएं हैं, बहुत ही निकट भविष्य में श्रीराम मंदिर बनना है, देशके कोटि-कोटि लोग अयोध्या आनेवाले हैं, आप कल्पना कर सकते हैं, अयोध्यावासियों को अयोध्या को कितना भव्य बनाना होगा, कितना सुंदर बनाना होगा, कितना स्वच्छ बनाना होगा और इसकी तैयारी आज सेही करनी चाहिए और ये काम अयोध्या के हर नागरिक को करना है, हर अयोध्यावासी को करना है, तभी जाकर अयोध्या की आन बान शान, जब कोईभी यात्री आएगा तो श्रीराम मंदिर की श्रद्धा केसाथ-साथ अयोध्या की व्यवस्थाओं, अयोध्या की भव्यता और अयोध्या की मेहमाननवाजी को अनुभव करके जाएगा, अयोध्यावासी इसकी तैयारियां अभीसे शुरू कर दें। कार्यक्रम में वर्चुअल रूपसे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी और केंद्र एवं राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए।

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